Retirement Planning Before 15 Years: 40 साल के नयन परमार सार्वजनिक बिजली विभाग में इंजीनियर हैं. वह अपने रिटायरमेंट के लिए निवेश के विभिन्न विकल्पों को तलाश रहे हैं. LIC एजेंट ने एडोमेंट प्लान में निवेश करने की सिफारिश की हैं और गॉरन्टीड रिटर्न का फायदा बताया हैं, वहीं नयन के दोस्त पेंशन प्लान खरीदने की सलाह दे रहे हैं, इस कारण नयन की उलजन बढ रही हैं. उनका इरादा निवेश में टैक्स बचाने के साथ साथ रिटायरमेंट में एक निश्चित आय का प्रबंधन करने का हैं, क्योंकि होम लोन, इंश्योरेंस प्रीमियम, ट्यूशन फी, ELSS में निवेश से आयकर कानून की धारा 80C के कर-लाभ की सीमा समाप्त हो जाती हैं. नयन जैसे कई लोग अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर उलजन का सामना कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं उन्हें क्या करना चाहिए.
अहमदाबाद स्थित वैल्थ मेनेजमेंट फर्म The Financial Notes के डिरेक्टर और सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) विशाल शाह बताते है कि, “रिटायरमेंट के वक्त आपको कितना फंड इकट्ठा करना हैं, वह तय करने के बाद ही रिटायरमेंट प्लानिंग करनी चाहिए. आप कैसी रिटायरमेंट लाईफ चाहते हैं, कितनी इनकम से आपकी जरूरतें पूरी हो सकती हैं, वह तय करना भी जरूरी हैं.” शाह के मुताबिक, व्यक्ति की उम्र, रिटायरमेंट पीरियड, रिटायरमेंट के वक्त इनकम इत्यादि चीजें ध्यान में लेने के बाद ही कहां और कितना निवेश करना चाहिए यह तय हो सकता हैं.
उदाहरणः मान लीजिए, आप 20 साल बाद सेवानिवृत्त होना चाहते हैं और आपका टार्गेट 1 करोड़ रूपये की राशि जमा करने का हैं, और इन 20 वर्षों के दौरान महंगाई दर 6% मान ले तो 12% रिटर्न देने वाले साधन में हर महीने 33,118 रूपये निवेश करने से यह टार्गेट प्राप्त हो सकता हैं. यानि, आप कितना रिटायरमेंट फंड कितनी अवधि में प्राप्त करना चाहते हैं, उस आधार से 8%, 10% या 12% रिटर्न देने वाले साधनों का चयन हो सकता हैं.
रिटायरमेंट फंड के लिए टैक्स बचाने के साथ साथ निवेश करना है, तो NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) को चुनना चाहिए. जयपुर स्थित mywealth.co.in के फाउंडर और CFP विनोद फोग्ला बताते है कि, “टैक्स बचाने के लिए NPS अच्छा विकल्प हैं, जो आपको 50,000 रूपये का फायदा कराएगा. टैक्स बचाने के लिहाज से यह बेस्ट विकल्प हैं. यदि आपके पास 15 से 20 साल का वक्त हैं तो NPS में इक्विटी का विकल्प चुनें. 20-30 फीसदी टैक्स ब्रैकेट वाले व्यक्ति को NPS में जाने से ज्यादा फायदा होगा.”
टैक्स बचाने के लिए NPS अच्छा विकल्प हैं, लेकिन अधिक रिटर्न प्राप्त करने के लिए आपको दूसरे वित्तीय साधनों का सहारा लेना होगा. शाह बताते है कि, रिटायरमेंट टार्गेट हासिल करने के लिए आपको अपने पोर्टफॉलियो में NPS के साथ साथ म्यूचुअल फंड भी शामिल करना चाहिए. लॉन्ग-टर्म के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश से कई गुना वैल्थ क्रिएशन होगा. विनोद फोग्ला बताते है कि, यदि आपके पास 10 साल से अधिक वक्त हैं, तो आपको निश्चित रूप से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए और इक्विटी फंड में लगातार निवेश बढाते रहना चाहिए. अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार लार्ज-कैप, मिड-कैप या स्मोल-कैप फंड में निवेश करने से बेहतर रिटर्न कमाने का मौका मिलेगा. 15-20 साल का वक्त हैं, तो स्मोल-कैप फंड बेस्ट विकल्प हैं.
फोग्ला के मुताबिक, “रिटायरमेंट के लिए जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे उतना अधिक फायदा होगा. यदि आपकी उम्र 30 साल के करीब हैं, तो आपको सालना इनकम का 10 फीसदी रिटायरमेंट के लिए बचाना चाहिए और यदि आप 40 साल के करीब हैं तो आपको सालाना इनकम का 12-15 फीसदी इस टार्गेट के लिए निवेश करना चाहिए.” आपका वित्तीय लक्ष्य नजदीक आए तब आपको सिस्टैमेटिक विथ्ड्रोअल प्लान (SWP) को चुनना चाहिए.
सभी व्यक्ति के लिए किसी एक रणनीति या पोर्टफॉलियो आदर्श नहीं हो सकता, क्योंकि हर एक व्यक्ति की जरूरत विभिन्न होती हैं. बेहतर हैं आप एक वित्तीय सलाहकार का संपर्क करें और अपने लिए निवेश की बेस्ट रणनीति बनाए.