Special Situation Fund: परिवर्तन संसार का नियम है और परिवर्तन के साथ चलने से ही वृद्धि हासिल हो सकती है. टेक्नोलॉजी के कारण चीजों में बड़ी ही तेजी से बदलाव आ रहे हैं और इन बदलावों से बाजार में कई कंपनियों को लाभ होता है तो कई कंपनियों को नुकसान. व्यवधान (disruption) से उत्पन्न होने वाली विशेष परिस्थितियों को पहचान के उसके अनुरूप निवेश रणनीति के अनुसार पोर्टफोलियो तैयार करने वाले स्पेशल सिचुएशन फंड (Special Situation Fund) ने कुछ महीनों से निवेशकों का ध्यान खींचा है. यदि आप भी विशेष परिस्थितियों के साथ चलने वाले ऐसे फंड में निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए.
विशेष परिस्थितियां जैसे घटनाएं (अल्पावधि में), विभिन्न सेक्टर्स में गतिशील बदलाव (मध्यम अवधि में), और समग्र व्यवधान और नवाचार (दीर्घावधि में) के कारण धन सृजन के अवसर पैदा होते हैं. यदि आप ऐसे बदलाव के कारण उत्पन्न होने वाली विशेष परिस्थिति को सही समय पर पहचान लेते हैं तो आपके लिए ऐसी सिचुएशन संपत्ति बनाने का रास्ता बन सकती हैं.
ऐसे विशेष अवसरों पर कब्जा करने का लक्ष्य रखने वाले म्युचुअल फंड को स्पेशल सिचुएशन फंड के रूप में जाना जाता है. यह ऐसे फंड है जो मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करते है जो अपने निवेश उद्देश्य में उल्लिखित संकीर्ण निवेश जनादेश का पालन करती हैं.
उदाहरणः ऐसे फंड को अपॉर्च्युनिटी फंड या बिजनेस साइकिल फंड भी कहा जाता है. अभी मार्केट में ऐसे कुछ अच्छे फंड की बात करें तो इनमें ICICI प्रू. बिजनेस साइकिल फंड, एक्सिस स्पेशल सिचुएशन फंड, ICICI प्रू. इंडिया अपॉर्च्युनिटीज फंड, सुंदरम सर्विसेज फंड और HDFC हाउसिंग अपॉर्च्युनिटीज फंड शामिल हैं.
स्पेशल सिचुएशन फंड के फंड मैनेजर उन क्षेत्रों और शेयरों की पहचान करते हैं जो व्यवधान (disruption) का सामना कर रहे हैं. फंड मैनेजर गहन अनुसंधान, विश्लेषण और बाजार की जानकारी के माध्यम से ऐसे शेयरों का चयन करते हैं जो लंबी अवधि में विकास की संभावना के साथ आशाजनक दिखते हैं. फंड मैनेजर उन शेयरों को चुनेंगे जो या तो वर्तमान में खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन विकास की अंतर्निहित क्षमता है या अवसर आने पर वर्तमान में इसका मूल्यांकन नहीं किया जाता है.
वर्तमान समय में फाइनेंशियल, टेक्नोलोजी, हेल्थकेयर, एनर्जी, सर्विसेज, इंजीनियरिंग जैसे सेक्टर में काफी अच्छी परिस्थितियां हैं इसलिए ऐसे फंड का मेक्सिमम अलोकेशन इन सेक्टर्स की कंपनियों में हैं.
स्पेशल सिचुएशन फंड निवेशकों को प्रतिकूल परिस्थितियों का अधिकतम लाभ उठाने की अनुमति देते हैं. निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए इन फंडों में निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को ऐसे फंडों से बचना चाहिए, जिनमें एक संकीर्ण रूप से परिभाषित निवेश पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है.
इसके बजाय, उन्हें मल्टी-कैप फंडों में निवेश करना चाहिए जो फंड प्रबंधन टीम को उन कंपनियों में निवेश करने की पूरी स्वतंत्रता प्रदान करते हैं जिनसे वह अधिकतम लाभ की उम्मीद करता है.
स्पेशल सिचुएशन फंड में एकमुश्त निवेश करने से दूर रहना चाहिए और आपको SIP के जरिए ही निवेश करना चाहिए. यदि आप अपने निवेश को पांच साल से कम समय में रीडिम करना चाहते हैं, तो स्पेशल सिच्युएशन फंड में या या किसी अन्य थीमैटिक फंड में निवेश न करें.