निवेशकों के तौर पर हम सभी डिवेलपिंग टेक्नोलॉजी और लार्ज इनोवेशन कॉर्पोरेशन तक पहुंच चाहते हैं, जो ग्रोथ में अहम भूमिका निभाते हैं. इस लिहाज से अंतर्राष्ट्रीय इक्विटी में निवेश करने के लिए म्युचुअल फंड सबसे किफायती विकल्प बना हुआ है. ग्लोबल एक्सपोजर वाले म्यूचुअल फंड ज्यादातर फंड ऑफ फंड्स (FoF) होते हैं, जो भारतीय एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए ऑफर किए जाते हैं. सरल शब्दों में कहें तो भारत में ग्लोबल FoF ऐसे फंड होते हैं, जो ग्लोबल फंड्स या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) की यूनिट में एक ज्योग्राफिक मेंडेट के साथ निवेश करते हैं.
ग्लोबल लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में सीधे निवेश करने के बजाय, FoF निवेशकों को विदेशी बाजारों में निवेश करने का आसान और कम जोखिम भरा तरीका ऑफर करते हैं. इक्विटी या बॉन्ड में सीधे निवेश करने की जगह इस फंड का मैनेजर अन्य म्यूचुअल फंडों के पोर्टफोलियो को मैनेज करता है.
एक FoF उसी फंड हाउस या किसी अन्य फंड हाउस द्वारा मैनेज स्कीम में निवेश कर सकता है. पोर्टफोलियो को कई तरह के रिस्क सहने और निवेशकों के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बनाया गया है. डिफरेंट फंड कैटेगरी में निवेश करने के चलते निवेशकों को विविधता से अधिक फायदा मिलने की संभावना होती है.
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको अपनी भौगोलिक स्थिति की परवाह किए बिना हाई ग्रोथ देखने को मिलती है. इसके अलावा, यह कंट्री-स्पेसिफिक रिस्क को कम करने में मदद करता है.
फंड ऑफ फंड्स उन छोटे निवेशकों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो ज्यादा जोखिन उठाना नहीं चाहते. पोर्टफोलियो में विविधता लाने से रिस्क घटता है. यह सीमित मासिक निवेश की क्षमता रखने वालों के लिए भी अच्छा साधन है. पांच साल या उससे अधिक समय तक निवेश करने वाले व्यक्ति भी इस फंड में निवेश कर सकते हैं.