फंड ऑफ फंड्स को लेकर न हों कंफ्यूज, यहां पाएं पूरी जानकारी

Fund of Funds: ग्लोबल FoF ऐसे फंड होते हैं, जो ग्लोबल फंड्स या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) की यूनिट में एक ज्योग्राफिक मेंडेट के साथ निवेश करते हैं

what are fund of funds, how they work, what are benefits for investors

ग्लोबल लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में सीधे निवेश करने के बजाय, FoF निवेशकों को विदेशी बाजारों में निवेश करने का आसान और कम जोखिम भरा तरीका ऑफर करते हैं

ग्लोबल लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में सीधे निवेश करने के बजाय, FoF निवेशकों को विदेशी बाजारों में निवेश करने का आसान और कम जोखिम भरा तरीका ऑफर करते हैं

निवेशकों के तौर पर हम सभी डिवेलपिंग टेक्नोलॉजी और लार्ज इनोवेशन कॉर्पोरेशन तक पहुंच चाहते हैं, जो ग्रोथ में अहम भूमिका निभाते हैं. इस लिहाज से अंतर्राष्ट्रीय इक्विटी में निवेश करने के लिए म्युचुअल फंड सबसे किफायती विकल्प बना हुआ है. ग्लोबल एक्सपोजर वाले म्यूचुअल फंड ज्यादातर फंड ऑफ फंड्स (FoF) होते हैं, जो भारतीय एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए ऑफर किए जाते हैं. सरल शब्दों में कहें तो भारत में ग्लोबल FoF ऐसे फंड होते हैं, जो ग्लोबल फंड्स या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) की यूनिट में एक ज्योग्राफिक मेंडेट के साथ निवेश करते हैं.

FoF में हिस्सेदारी कैसे काम करती है

ग्लोबल लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में सीधे निवेश करने के बजाय, FoF निवेशकों को विदेशी बाजारों में निवेश करने का आसान और कम जोखिम भरा तरीका ऑफर करते हैं. इक्विटी या बॉन्ड में सीधे निवेश करने की जगह इस फंड का मैनेजर अन्य म्यूचुअल फंडों के पोर्टफोलियो को मैनेज करता है.

एक FoF उसी फंड हाउस या किसी अन्य फंड हाउस द्वारा मैनेज स्कीम में निवेश कर सकता है. पोर्टफोलियो को कई तरह के रिस्क सहने और निवेशकों के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बनाया गया है. डिफरेंट फंड कैटेगरी में निवेश करने के चलते निवेशकों को विविधता से अधिक फायदा मिलने की संभावना होती है.

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको अपनी भौगोलिक स्थिति की परवाह किए बिना हाई ग्रोथ देखने को मिलती है. इसके अलावा, यह कंट्री-स्पेसिफिक रिस्क को कम करने में मदद करता है.

कौन निवेश कर सकता है

फंड ऑफ फंड्स उन छोटे निवेशकों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो ज्यादा जोखिन उठाना नहीं चाहते. पोर्टफोलियो में विविधता लाने से रिस्क घटता है. यह सीमित मासिक निवेश की क्षमता रखने वालों के लिए भी अच्छा साधन है. पांच साल या उससे अधिक समय तक निवेश करने वाले व्यक्ति भी इस फंड में निवेश कर सकते हैं.

ध्यान देने योग्य बातें

  • निवेशक इस स्कीम का इस्तेमाल म्यूचुअल फंड में ऐसे शेयर खरीदने के लिए कर सकते हैं जो आमतौर पर रिटेल निवेश के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं.
  • निवेश के डायवर्सिफिकेशन से कम रिस्क और अधिक मुनाफा मिलेगा. भले ही कोई एसेट नॉन-परफॉर्मिंग हो, फिर भी निवेशक को अन्य फंडों पर रिटर्न मिलेगा.
  • इसमें विभिन्न हेज फंडों में निवेश किया जाता है, जिससे निवेश पर बेहतर रिटर्न कमाने की संभावना बढ़ जाती है.
  • फंड ऑफ फंड्स प्लान में एसेट एलोकेशन सर्विस के लिए मैनेजमेंट फीस ली जाती है. रेगुलर फंड पर लगाए जाने वाली फीस की तुलना में यह बहुत कम है.
Published - September 22, 2021, 01:22 IST