UTI Focused Equity Fund: एक साल में 70 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न

UTI Focused Equity Fund: फोकस्ड फंड दरअसल एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो एक जैसी परफॉरमेंस देने वाली कम से कम कंपनियों में निवेश करता है.

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image: pixabay, इक्विटी में निवेश के बारे में सोच-समझ कर निर्णय लें.

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UTI Focused Equity Fund: एक निवेशक के तौर पर अगर आप एक ऐसे फंड में निवेश करना चाहते हैं, जो कम कंपनियों में निवेश करते हुए भी बढ़ चढ़ कर रिटर्न देता तो फोकस्ड म्यूचुअल फंड(Focused Equity Fund) आपके लिए है. फोकस्ड फंड दरअसल एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो एक जैसी परफॉरमेंस देने वाली कम से कम कंपनियों में निवेश करता है. परिभाषा की बात करें तो एक फोकस्ड म्यूचुअल फंड डाइवर्स पोर्टफोलियो के बजाय कम संख्या में शेयरों में निवेश करता है. 100 से अधिक फर्मों में निवेश करने वाले कई फंडों के मुकाबले फोकस्ड फंड आमतौर पर 20 से 30 कंपनियों में ही निवेश करता है.

पांच साल में 18 फीसदी तक का रिटर्न

हालांकि, जो निवेशक जोखिम लेने में नहीं झिझकते, उन्हें इन फंडों के बारे में सोचना चाहिए, क्योंकि इस फंड पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन नहीं है और केवल कुछ कंपनियों पर ही भरोसे का विकल्प चुनना पड़ता है.

पिछले कुछ सालों की बात करें तो इन फंडों ने एक साल में 70 फीसदी से ज्यादा और पांच साल में 18 फीसदी तक का भी रिटर्न दिया है.

हाल ही में, यूटीआई म्यूचुअल फंड(UTI Mutual Fund) ने ‘यूटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड’ (‘UTI Focused Equity Fund’ ) नाम की एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम शुरू की है.

ये फंड बाजार में कंपनियों की स्थिति को मद्देनजर रखते हुए ज्यादा से ज्यादा 30 शेयरों में ही निवेश करेगा. नया फंड ऑफर 04 अगस्त, 2021 को खुला है और 18 अगस्त, 2021 को बंद हो जाएगा.

ये स्कीम 26 अगस्त, 2021 से ऑनगोइग बेसिस पर सब्सक्रिप्शन(subscription) और रिडेम्पशन(redemption) के लिए फिर से खुलेगी.

निवेश का ऑब्जेक्टिव

इस स्कीम में निवेश का उद्देश्य इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड सिक्योरिटीज में निवेश करके लंबी अवधि में पूंजी में बढ़ोत्तरी होसिल करना है, जहां निवेश अलग-अलग मार्केट कैप वाले ज्यादा से ज्यादा 30 शेयरों में ही किया जाएगा.

हालांकि, इस बात का कोई आश्वासन या गारंटी नहीं है कि स्कीम का उद्देश्य पूरा होगा भी . नहीं. फंड को निफ्टी 500 इंडेक्स (TRI) के मुकाबले में बेंचमार्क रखा गया है.

प्रबंधन का नजरिया

यूटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड बाजार में कुछ खास शेयरों के उतार चढ़ाव पर नजर रखते हुए ऐसे स्टॉक्स में निवेश करेगा जिनमें लगातार बढ़ोत्तरी देखी गई हो और उनका बाजार में मूल्य भी अच्छा हो.

फंड का प्रबंधन सुधांशु अस्थाना द्वारा किया जाएगा, जो फंड मैनेजर हैं.

सुधांशु अस्थाना कहते हैं, “फोकस्ड इंवेस्टिंग आपके बाजार में डटे रहने के मूल मंत्र पर चलती है और पोर्टफोलियो में बढ़ चढ़ कर सफलता देखने के लिए हम दो तरह की सोच रखते हैं.

पहली बात ये कि अनुसंधान और फंड प्रबंधन में हमारे बेहतरीन अनुभव के सहारे हम बाजार में लाखों कंपनियों में से कुछ चुनिंदा समूह चुनते हैं. ये ऐसा है जैसे गेहूं को भूसे से अलग करना. दूसरा, हम ऐसा पोर्टफोलियो बनाने पर जोर देते हैं जहां लंबे समय तक बाजार के उतार चढ़ाव के बीच हम डटे रह सकें ”.

उन्होंने कहा, “यूटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड(UTI Focused Equity Fund ) 30 चुनिंदा कंपनियों में निवेश करने पर ध्यान देता है. कोर पोर्टफोलियो में लंबे समय तक बढ़ोत्तरी करने वाले शेयर शामिल होते हैं.

पोर्टफोलियो का एक हिस्सा बाजार में हो रहे लगातार बदलावों के आधार पर निवेश की रणनीति में फेर बदल के आधार पर तय होता है.इस तरह लंबे समय तक बेहतरीन परिणामों की उम्मीद की जा सकती है.

निवेशकों को क्या पता होना चाहिए?

-भारतीय नागरिक, प्रवासी भारतीय, संस्थान, बैंक, एलिजिबल ट्रस्ट, वित्तीय संस्थान और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) सभी इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं.

-सेबी के दिशानिर्देशों के मुताबिक अधिकतम कुल व्यय अनुपात (total expense ratio) 2.25% तक है.

-एनएफओ(NFO) अवधि के दौरान, स्कीम की यूनिट्स को फेस वैल्यू यानि 10 रुपये प्रति यूनिट पर बेचा जाएगा.

-न्यूनतम प्रारंभिक निवेश 5,000 रुपये है, और बाद में निवेश बिना किसी ऊपरी सीमा के 1 रुपये के गुणकों में किया जा सकता है. अतिरिक्त खरीद रकम होगी 1,000 रुपये और इसके बाद में 1 रुपये के गुणकों में बिना किसी अधिकतम सीमा के.

-कोई एंट्री लोड(entry load) नहीं है और अगर आप साल के अंदर एक्सिट करते हैं तो इस पर 1% का एक्सिट लोड(exit load) लगेगा. अगर आप यूनिट के आवंटन के वक्त या एक साल बाद स्कीम से एक्सिट होते हैं तो कोई एक्जिट लोड लागू नहीं होगा.

-ये स्कीम ‘बहुत अधिक’ जोखिम श्रेणी के अंतर्गत आती है, और इसलिए निवेशक प्रोडक्ट की जांच के लिए अपने वित्तीय सलाहकारों से परामर्श जरूर लें.

-ये स्कीम नियमित और डायरेक्ट प्लान्स ऑफर करती है. दोनों प्लान्स विकास और आय वितरण के साथ पूंजी निकासी विकल्पों और भुगतान की पेशकश भी करते हैं.

Published - August 6, 2021, 02:58 IST