म्यूचुअल फंड्स पर डिजिटल लोन लेना रहेगा फायदेमंद, पर्सनल लोन की तुलना में मिलेगा सस्ता लोन

यदि आप म्यूचुअल फंड पर डिजिटल लोन लेते हैं तो आप ऑनलाइन किसी भी बैंक के पास अपने MF को गिरवी रख कर तुरंत ओवरड्राफ्ट प्राप्त कर सकते हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 17, 2021, 02:44 IST
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म्यूचुअल फंड पर लोन लेने का एक लाभ यह है कि ग्राहक को विपरीत समय में अपनी प्रतिभूतियों को घाटे में बेचना नहीं पड़ता है.

म्यूचुअल फंड पर लोन लेने का एक लाभ यह है कि ग्राहक को विपरीत समय में अपनी प्रतिभूतियों को घाटे में बेचना नहीं पड़ता है.

बैंक म्यूचुअल फंड्स पर भी लोन देते हैं. म्यूचुअल फंड पर लिए जाने वाले लोन को सिक्योर्ड लोन की श्रेणी में रखा जाता है. ये बिल्कुल इक्विटी शेयरों पर लोन लेने जैसा ही है. इन दिनों म्यूचुअल फंडों पर डिजिटल लोन लेने वालों की संख्या बढ़ी है, जो कि तेजी से और कम समय लेने वाला ऑप्शन है. यदि आप म्यूचुअल फंडों पर डिजिटल लोन लेते हैं तो आप ऑनलाइन किसी भी बैंक के पास अपने म्यूचुअल फंडों को गिरवी रख कर तुरंत ओवरड्राफ्ट प्राप्त कर सकते हैं.

पर्सनल लोन की तुलना में मिलता है सस्ता लोन

म्यूचुअल फंड पर लोन की ब्याज दर अलग-अलग बैंकों में भिन्न होती है. आमतौर पर ये 9 से 13% के बीच होती है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शेयर, म्युचुअल फंड एवं डुआल एडवान्टेज फंड पर 9.75% सालाना ब्याज दर पर लोन दे रहा है. यह पर्सनल लोन पर ब्याज दर की तुलना में बहुत बेहतर है, जो कि 16% तक हो सकती है. बता दें कि एसबीआई राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और किसान विकास पत्र पर दिए गए लोन पर 11.90 प्रतिशत की ब्याज दर लेता है.

कितना मिल सकता है लोन

अधिकांश बैंकों में लोन के लिए अधिकतम और न्यूनतम राशि तय होती है. उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक ने इक्विटी म्यूचुअल फंड इकाइयों के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये और न्यूनतम लोन राशि 20,000 रुपये तय कर रखी है. यह ध्यान रखना जरूरी है कि आपको म्यूचुअल फंड इकाइयों को गिरवी रखने और लोन लेने के लिए 50 प्रतिशत मार्जिन की आवश्यकता होती है.

कर्ज नहीं चुकाने पर क्या होगा?

यदि आपने म्यूचुअल फंड पर लोन लिया है और आप कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं तो बैंक आपकी यूनिट्स को बेच देगा और अपने कर्ज की भरपाई करेगा. यदि अतिरिक्त पैसा बचता है तो वो आपको दिया जा सकता है. बैंक म्यूचुअल फंड बेचने के ग्राहक को इसके बारे में बताएगा. यदि आप लोन चुका देते हैं तो बैंक या वित्तीय कंपनी फंड हाउस की ओर से कर्ज चुकाए जाने की सूचना मिलते ही फंड हाउस उन यूनिट्स को फ्री कर देगा. इसके बाद इन पर आपका अधिकार हो जाएगा.

म्यूचुअल फंड पर लोन लेना चाहिए या नहीं

म्यूचुअल फंड पर लोन लेने का एक लाभ यह है कि ग्राहक को विपरीत समय में अपनी प्रतिभूतियों को घाटे में बेचना नहीं पड़ता है. डिजिटल लोन तुरंत मिल सकता है. निवेशक अपना निवेश जारी रख सकते हैं. इस दौरान म्यूचुअल फंड यदि कोई लाभांश देता है, तो वह लोन लेने वाले ग्राहक को मिलता रहता है. आप प्रोफिट में आने पर अपने म्यूचुअल फंड्स की यूनिट्स को रिडीम भी कर सकते हैं. यदि आप लोन राशि का भुगतान करने में सक्षम हैं तो म्यूचुअल फंड पर अच्छा ऑप्शन है. निवेश करने से पहले म्यूचुअल फंड लोन की ब्याज दरों की तुलना जरूर करें.

कैसे ले सकते हैं लोन?

HDFC और SBI सहित कई बैंक पूरी तरह बिना कागजी प्रक्रिया के यह लोन ऑफर कर रहे हैं. प्रक्रिया शुरू करने के लिए ग्राहक के पास उस बैंक में सिर्फ अपना एक खाता होना जरूरी है. आप बैंक की ऑफिशियल साइट या मोबाइल एप्लीकेशन से इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं.

Published - August 17, 2021, 02:44 IST