सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में बेटियों ने बड़ी बचत की है. देश की बेटियों ने पिछले करीब 6 साल में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का अमाउंट जोड़ लिया है. यही नहीं, सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में अब तक 2 करोड़ से अधिक खाते भी खोले जा चुके हैं.
इस योजना की शुरुआत दिसंबर 2014 में हुई थी. नेशनल सेविंग इंस्टीटयूट के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अप्रैल 2021 तक योजना में 2,34,31056 खाते खुल चुके हैं. वहीं, इन खातों में एक लाख चार हजार 15 करोड़ रुपये की रकम भी डाली जा चुकी है.
बेटी की शिक्षा से लेकर शादी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. इसमें सरकार की सुकन्या योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) आपका तनाव काफी हद तक कम कर सकती है.
इसमें निवेश करने पर 7.6 फीसदी की दर से वार्षिक ब्याज का लाभ मिलता है. खास बात है कि इसमें 250 रुपये के न्यूनतम निवेश से लेकर 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं.
योजना में बेटी के नाम पर कोई भी अकाउंट खुलवा सकता है. इसमें निवेश करने पर सेक्शन 80 सी के तहत डिडक्शन मिलता है. डिपॉजिट पर अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी की रकम टैक्स के दायरे से बाहर है.
छोटी बचत योजनाओं में सुकन्या योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) काफी अच्छी मानी जाती है. सरकार द्वारा इसे बेटी बचाओ बेटी पढाओ मुहिम के तहत शुरू किया था.
बेटी के जन्म से लेकर 10 साल की उम्र तक कभी भी इस खाते को खुलवाया जा सकता है. बेटी के 18 साल के होने या 10वीं पास कर लेने पर खाते से बैलेंस का अधिकतम 50 फीसदी निकाला जा सकता है.
इसके अलावा खाते से एकमुश्त या किश्तों में पैसा निकाला जा सकता है. योजना के अंतर्गत परिवार में दो बेटियों के लिए खाता खुलवाया जा सकता है. हालांकि जुडवां की स्थिति में तीन के लिए भी खाता खोला जा सकता है.
योजना में खाता खुलवाने के लिए पास के ही बैंक या डाकघर जा सकते हैं. योजना में कितने सालों में पैसा जमा करना है, इसका भी ध्यान रखना होगा. इसमें खाता खोलने की तारीख से लेकर अगले 15 साल पूरे होने तक जमा किया जा सकता है.