बढ़ती महंगाई के इस दौर में बच्चों की उच्च शिक्षा व शादी के लिए रकम जुटाना एक बड़ा टास्क है. इसका समाधान यह है कि बच्चे की छोटी आयु से ही बचत का एक हिस्सा निवेश किया जाए, जिससे बच्चे के बड़े होने पर इस राशि का उपयोग उसकी उच्च शिक्षा व शादी में किया जा सके. जब बेटियों के लिए लंबी अवधि के निवेश विकल्प की बात आती है, तो पेरेंट्स पीपीएफ (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं. आज हम आपको इन दोनों निवेश विकल्पों के बारे विस्तार से बताएंगे, जिससे आपको अपनी गर्ल चाइल्ड के लिए इन दोनों में से बेहतर विकल्प चुनने में सहूलियत होगी.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
यह एक काफी लोकप्रिय लंबी अवधि का निवेश विकल्प है. यह EEE स्टेटस के साथ आता है. अर्थात इस विकल्प में निवेश की राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी के समय मिलने वाली राशि तीनों ही टैक्स फ्री होती हैं. पीपीएफ अकाउंट की अवधि 15 साल की होती है। इस योजना में इस समय 7.1 फीसद सालाना ब्याज दर मिल रही है, जो कि समान अवधि वाले अन्य फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स की तुलना में अधिक है। PPF में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये का निवेश करना होता है। वहीं, एक वित्त वर्ष में पीपीएफ में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
Sukanya Samriddhi Yojana गर्ल चाइल्ड के लिए एक काफी लोकप्रिय निवेश विकल्प है. इस योजना में इस समय 7.6 फीसद ब्याज दर मिल रही है. भारतीय डाक की वेबसाइट के अनुसार, इस योजना में गर्ल चाइल्ड की 10 साल की आयु से पहले अभिभावक द्वारा खाता खुलवाना होता है. गर्ल चाइल्ड के 18 साल के होने पर वह खाताधारक बन जाती है. इस योजना में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं. Sukanya Samriddhi Yojana में अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी के समय मिलने वाली राशि टैक्स फ्री होती है.
SSY में मिलेगा अधिक ब्याज
ब्याज दर के हिसाब से देखें, तो SSY में अधिक ब्याज दर मिल रही है. यहां बता दें सभी स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें सरकार द्वारा हर तिमाही के लिए तय की जाती है. इसलिए इन योजनाओं की ब्याज दरों में समय के साथ बदलाव हो सकता है. हालांकि, इतिहास बताता है कि SSY में ब्याज दर हमेशा PPF से अधिक ही रही है. इस तरह हम दोनों योजनाओं की ब्याज दर के आधार पर तुलना करें, तो SSY बेहतर साबित होती है.
PPF खाते का अधिक समय तक उठाया जा सकता है फायदा
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि खाता खुलवाने के 21 साल बाद सुकन्या समृद्धि योजना का खाता अनिवार्य रूप से बंद हो जाता है. जबकि Public Provident Fund के मामले में ऐसा नहीं है। PPF खाते को 15 साल की मैच्योरिटी अवधि के बाद भी 5-5 साल के ब्लॉक्स में आगे बढ़ाया जा सकता है. इसका मतलब यह हुआ कि निवेशक एसएसवाई खाते का फायदा एक सीमित अवधि तक ही ले सकता है, जबकि PPF खाते का लाभ पूरे जीवनकाल तक लिया जा सकता है. इसलिए अगर आप अपनी बेटी के लिए 21 साल के बाद भी निवेश जारी रखना चाहते हैं, तो PPF आपके लिए बेहतर साबित होगा.