Small-Cap Mutual Funds: स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड्स ने पिछले कुछ वर्षों में कई गुना रिटर्न से निवेशकों को मालामाल कर दिया है. मार्च 2020 में COVID-19 के बाद से स्मॉल-कैप में शानदार रैली हुई है. इसे देखते हुए कुछ निवेशकों को लगता हैं कि स्मॉल-कैप अपने पीक पर हैं, इसलिए, फरवरी-2021 से पहली बार अगस्त में स्मॉल-कैप कैटेगरी से नेट आउटफ्लो दर्ज किया गया है. लेकिन, मल्टीबैगर देने के मामले में स्मॉल-कैप का कोई जवाब नहीं है, इसी कारण कई निवेशक इस कैटेगरी में पैसा लगाने को तैयार हैं. जहां लार्ज कैप और मिडकैप सेगमेंट क्रमशः 100 और 150 स्टॉक तक सीमित हैं, वहीं स्मॉल-कैप सेगमेंट में उतने स्टॉक हैं जितने लार्ज और मिडकैप को मिलाकर होते हैं, इसलिए आपको अल्फा हासिल करने के अवसर भी ज्यादा मिलते हैं.
पिछले 10 साल के रिटर्न को देखें तो मिड-कैप फंड्स ने एक कैटेगरी के रूप में 20% रिटर्न दिया है, लार्ज-कैप ने 15%, फ्लेक्सी-कैप ने 16%, वहीं स्मॉल-कैप ने 21% से ज्यादा रिटर्न दिया है. स्मॉल-कैप में पिछले 10 साल में निप्पॉन इंडिया स्मॉल-कैप ने सबसे अधिक 26.15%, SBI स्मॉल-कैप फंड ने 26.11% और कोटक स्मॉल-कैप ने 23.43% रिटर्न दिया है.
निवेशकों को यह याद रखना चाहिए कि स्मॉल-कैप में काफी उतार-चढ़ाव हो सकता है. किसी भी जोखिम कारक के लिए बाजार में पुलबैक से स्मॉल-कैप में भारी उतार-चढ़ाव हो सकता है. स्मॉल-कैप में निवेश करते समय आपको यहां बताई गई बातों का ध्यान रखना चाहिए:
– अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार निवेश करें. यदि आप ज्यादा जोखिम लेने को तैयार हैं, तो ही म्यूचुअल फंड की स्मॉल-कैप कैटेगरी में निवेश करें.
– जोखिम और रिटर्न को संतुलित करने के लिए एसेट एलोकेशन करने को तैयार हैं, तो ही स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड चुनें. आपको एक पोर्टफोलियो दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने को तैयार रहना होगा और लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल-कैप में प्रतिशत आवंटन पर ध्यान देना होगा.
– यदि आप लंबे समय तक निवेश करने को तैयार हैं, तो ही स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड को चुनना चाहिए. आपको कम से कम 5 – 7 साल या उससे अधिक समय के लिए इसमें निवेश करना चाहिए.
– आप SIP के जरिए निवेश करके स्मॉल-कैप में ज्यादा उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम कर सकते हैं.
– विभिन्न स्मॉल कैप योजनाओं के प्रदर्शन में काफी भिन्नता हो सकती है. हाल के प्रदर्शन के आधार पर योजनाओं का चयन न करें. निवेश करने से पहले फंड मैनेजर के लॉन्ग-टर्म ट्रैक रिकॉर्ड की जांच करें.
स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड आपकी निवेश आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त हैं या नहीं ये जानने के लिए निवेशकों को अपने वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करना चाहिए.
फाइनेंशियल प्लानर्स का कहना है कि हालांकि कुछ थीम आउटपरफॉर्मर रही हैं, और स्मॉल-कैप फंड्स रिटर्न देने में सबसे आगे रहे हैं, फिर भी निवेशकों को अपने मुख्य पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले डायवर्सिफाइड इक्विटी म्यूचुअल फंड को रखना बेहतर होगा, क्योंकि इसमें रिटर्न कम अस्थिर है. 10 साल की अवधि के लिए SIP करते समय निवेशकों को लार्ज-/इंडेक्स/फ्लेक्सी-कैप फंडों में लगभग 50%, मिड-/स्मॉल कैप फंडों में 30% और अंतर्राष्ट्रीय/क्षेत्रीय/थीमैटिक फंडों को 20% आवंटित करना चाहिए.
यदि आप लंबे समय (कम से कम 5-7 साल) तक निवेश करने को तैयार हैं, तो किसी भी समय अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार स्मॉल-कैप में निवेश कर सकते हैं. क्या मूल्यांकन के दृष्टिकोण से स्मॉल-कैप में निवेश करने का यह एक अच्छा समय है?
COVID के कारण पिछले 12 महीनों में असाधारण स्थिति बनी हुई है, इसलिए कोविड के बाद के परिदृश्य में PE आधारित फॉरवर्ड अर्निंग्स को देखते हुए इसका जवाब ढूंढना चाहिए.
Q1 GDP वृद्धि के आंकड़ों के आधार पर भारतीय अर्थव्यवस्था रिकवरी पथ पर वापस आती दिख रही है. व्यापक बाजार यानी मिडकैप और स्मॉल कैप का समग्र अर्थव्यवस्था के साथ एक मजबूत संबंध है और भारतीय अर्थव्यवस्था के अपने विकास पथ पर लौटने के साथ ही स्मॉल कैप में मजबूत आय वृद्धि देखने की संभावना है.