शहर से गांव तक, युवाओं से लेकर मंजे हुए निवेशकों तक, सभी एसेट के इस प्रकार को लेकर इन दिनों उत्सुक हैं. बीते कुछ समय में इसने छोटी सी अवधि में बड़ा रिटर्न दिया है. हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है. जी हां, हम क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) की बात कर रहे हैं.
Bitcoin और Ethereum, ने इस साल की शुरुआत से अब तक क्रमशः 93% और 376% का रिटर्न दिया है. यह तब है, जब अप्रैल में क्रिप्टोकरेंसी में जोरदार गिरावट आई थी. यही नहीं, हाल में आई नई क्रिप्टोकरेंसी Shiba Inu ने एक महीने में 332% रिटर्न दिया. इस बात में आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि बीते 12 महीनों के दौरान भारतीय क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 641% बढ़ा है.
हालांकि इस भारी रिटर्न के बहकावे में आने से पहले हमें वर्चुअल करेंसी को समझना चाहिए. बाजार में ऐसे बहुत से कॉइन हैं, जो बिना यूज के भी जबरदस्त लोकप्रिय हो चुके हैं. सोशल मीडिया इंफ्लूएंजर लगातार इनका प्रचार कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, करीब दो हफ्ते पहले Elon Musk ने अपने पेट डॉग Floki के बारे में ट्वीट किया. इसकी वजह से इस थीम पर आधारित कॉइन में जोरदार उछाल आया. सबसे ज्यादा फायदा मीम कॉइन (meme coin) Shiba Inu को हुआ.
Money9 के लिए लिखे एक कॉलम में Zebpay के मुख्य अधिकारी विक्रम रंगाला ने बताया, ‘इसकी अवधारणा बहुत सरल है. जब बहुत से लोग एक चीज पर भरोसा करने लगते हैं, तो उसका मूल्य बढ़ जाता है. इन करेंसी के साथ भी यही हो रहा है. लोग एक पेपर के टुकड़े को वैल्यू का टोकन मान रहे हैं. जब किसी देश के सभी लोग ऐसा करते हैं, तो इसकी एक वैल्यू हो जाती है और यह विनिमय का साधन बन जाता है.’
Dogecoin भी इसी तरह की वर्चुअल करेंसी है. Elon Musk ने इसके बारे में ट्वीट करते हुए कहा था कि बिना किसी सरकारी मान्यता के Dogecoin मूल्यवान हो गया.
रंगाला बताते हैं कि जैसे ही ज्यादा से ज्यादा लोगों ने इसे खरीदा, इसकी वैल्यू बढ़ती गई. कुछ जगहों पर तो इसे पेमेंट के रूप में मान्यता तक मिल गई, जबकि Dogecoin की मूलभूत वैल्यू कुछ भी नहीं है. यह केवल एक ब्लॉकचैन सॉफ्टवेयर है, जो अनगिनत संख्या में कॉइन निर्माण करता है. यदि हमारे केंद्रीय बैंक भी ऐसा करने लगे, तो मंहगाई बढ़ेगी और करेंसी भरभरा कर गिर जाएगी.
तो क्या आपको Dogecoin या Shiba Inu जैसी करेंसियों पर निवेश करना चाहिए? क्रिप्टोकरेंसी बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले होते हैं और इनमें बहुत अधिक जोखिम होता है. कोई विशेष उद्देश्य होने पर ही इस टोकन करेंसी पर निवेश की सलाह दी जाती है.
रंगाला के मुताबिक, ‘आप उसी चीज में निवेश करते हैं, जिसकी कोई वैल्यू होती है. निवेश व्यक्तिगत फैसला होता है. सफल निवेशक किसी में एसेट में अंतर्निहित वैल्यू को देखते हैं. विभिन्न क्रिप्टो टोकन, जैसे कि Bitcoin और Ethereum में यह वैल्यू नजर आती है. इनकी तकनीक नई है, जिसने कई नए इनोवेशन किए हैं.’