SGB: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम खुली, जानिए इससे जुड़ी सारी जानकारी

SGB में सोने में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आपको 2.5% ब्याज मिलता है. जो मैच्योरिटी के समय सोने की कीमत से ज्यादा है.

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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, फिजिकल गोल्ड का विकल्प है. आरबीआई समय-समय पर सरकार की ओर से ये बॉन्ड जारी करता है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, फिजिकल गोल्ड का विकल्प है. आरबीआई समय-समय पर सरकार की ओर से ये बॉन्ड जारी करता है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 2021-22 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) स्कीम की सीरीज-6 की शुरुआत 30 अगस्त से हो चुकी है, जो 3 सितंबर तक चलेगी. निवेशक कम से कम 1 ग्राम यानि 4732 रुपए से बिड लगा सकता है, जो सेंट्रल बैंक ने फिक्स्ड किया है. गोल्ड बॉन्ड की अवधि 8 साल की होती है, लेकिन अगले ब्याज भुगतान की तारीखों पर पांच साल बाद निकला जा सकता है. इसमें निवेश करने से पहले आपको इससे जुड़ी सारी जानकारियों को जान लेना चाहिए.

गोल्ड बॉन्ड क्या है?

सॉवरेन गोल्ड बांड, फिजिकल गोल्ड का विकल्प है. आरबीआई समय-समय पर सरकार की ओर से ये बॉन्ड जारी करता है.

भारतीय निवेशक और हिंदू अनडिवाइडिड फैमिली (HUFs), ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल इंस्टिट्यूट इन बॉन्ड्स को खरीद सकते हैं. यहां तक कि नाबालिग भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं, बस शर्त ये है कि अभिभावकों को नाबालिग की ओर से आवेदन करना होगा.

सॉवरेन गोल्ड बांड में एक व्यक्ति कम से कम एक ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम तक का निवेश कर सकता है. हिंदू अनडिवाइडिड फैमिली (HUFs) 4 किलोग्राम और ट्रस्ट 20 किलोग्राम तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं.

निवेशक बैंकों, तयशुदा डाकघरों और अधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का लाभ उठा सकते हैं. टैक्स की बात कें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से मिलने वाला ब्याज पर टैक्स लगता है, जबकि कैपिटल गेन टैक्स में छूट मिलेगी.

सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश का फायदा

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में सोने में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके तहत आपको 2.5% की ब्याज दर मिलती है. जो कि मैच्योरिटी के समय सोने की कीमत से ज्यादा है.

डिस्काउंट

जो निवेशक ऑनलाइन इस योजना को सब्सक्राइब करेंगे, उन्हें प्रति ग्राम 50 रुपए की छूट मिलेगी. ऑनलाइन निवेशकों के लिए इशु प्राइज 4,682 रुपए प्रति ग्राम सोना होगा.

क्या आपको निवेश करना चाहिए?

TRADEIT इनवेस्टमेंट के एडवाइजर, संदीप मट्टा के मुताबिक “अगर सोने के बाजार भाव में गिरावट आती है तो कैपिटल लॉस का खतरा हो सकता है. हालांकि, निवेशक सोने की उन यूनिट पर नुकसान नहीं झेलता है, जिसके लिए उसने भुगतान किया है.”

SMC ग्लोबल वंदना भारती के मुताबिक “अगर कोई आभूषण बनवाना चाहता है तो उसे फिजिकल सोना चुनना चाहिए वरना निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ही सबसे बढ़िया ऑप्शन है. इसकी खरीददारी पर कई फायदे हैं जैसे इसके लिए कोई एलटीसीजी नहीं, छोटे हिस्से में खरीदारी का ऑप्शन, स्टोर करने की कोई समस्या नहीं है क्योंकि यह बॉन्ड पेपर है. इसके अलावा इस पर मिलने वाली ब्याज दर 2.5% है.”

Published - August 31, 2021, 12:43 IST