SEBI: मार्केट रेगुलेटर SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंटों (RTA) को मौजूदा और भविष्य के म्यूचुअल फंड निवेशकों की सेवा के लिए संयुक्त रूप से एक कॉमन प्लेटफॉर्म डेवलप करने के लिए कहा है. प्लेटफॉर्म निवेशकों को ट्रांजेक्शन और सर्विस रिक्वेस्ट दोनों रखने की अनुमति देगा. यह फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल म्यूचुअल फंड ट्रांजेक्शन के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में काम करेगा. प्लेटफॉर्म को संयुक्त रूप से RTAs- K फिनटेक और CAMS द्वारा बनाया जाएगा.
ये प्लेटफॉर्म निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड ट्रांजेक्शन के एग्जिक्यूशन, सर्विस रिक्वेस्ट की ट्रैकिंग के साथ-साथ प्रश्नों और शिकायतों, निवेश संबंधी रिपोर्ट, ट्रांजेक्शन रिपोर्ट, कैपिटल गेन या लॉस रिपोर्ट, क्लेम न किए गए डिविडेंड और रिडेमप्शन डिटेल्स तक पहुंचने के लिए एक यूजर फ्रेंडली इंटरफेस होगा.
सरल शब्दों में, यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो दो म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं और वे दोनों RTA द्वारा सर्विस्ड हैं.
एक KFintech द्वारा और दूसरा CAMS द्वारा और आप दोनों में नॉमिनी को बदलना या जोड़ना चाहते हैं, तो वर्तमान में आपको दोनों RTA को अलग-अलग इन्फॉर्म करने की जरूरत है.
हालांकि, प्लेटफॉर्म के लाइव होने के बाद, आप एक ही बार में दोनों स्कीम में बदलाव करवा सकते हैं. सेबी ने कहा, “RTA संयुक्त रूप से एक कॉमन इंडस्ट्री-वाइड प्लेटफॉर्म डेवलप करने के लिए स्टैंडर्डलाइज प्रैक्टिस, सिस्टम इंटरऑपरेबिलिटी को लागू करेगा जो पूरी इंडस्ट्री में निवेशकों को एक इंटीग्रेटेड, हार्मोनाइज्ड, एलिवेटेड एक्सपीरिएंस प्रोवाइड करेगा.”
प्लेटफॉर्म समय के साथ, डिस्ट्रीब्यूटर, रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, एएमसी (एसेट मैनेजमेंट कंपनियों), स्टॉक एक्सचेंज प्लेटफॉर्म और म्यूचुअल फंड में ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म को सेवाएं प्रदान कर सकता है ताकि SEBI के साथ निवेशकों के परामर्श से निवेशकों को निवेश और सर्विसिंग में आसानी हो सके.
इसके अलावा, AMC, RTA और डिपॉजिटरी को निवेशकों के लिए सिंगल-विंडो, इंटीग्रेटेड, सिंपलीफाई इन्वेस्टमेंट और सर्विस एक्सपीरिएंस प्रोवाइड करने के लिए पूरी इंडस्ट्री में प्रोसेस का रिव्यू करना होगा और अप्रूवल देना होगा.
इसके अलावा, उन्हें विभिन्न पार्टिसिपेंट्स के बीच डेटा एक्सचेंज के लिए सेबी द्वारा रेकमेंडेड डेटा डेफिनेशन और स्टैंडर्ड को अडॉप्ट करना होगा.
प्लेटफॉर्म मजबूत साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ स्केलेबल होना चाहिए और API-बेस्ड आर्किटेक्चर से सपोर्टिड होना चाहिए.
सभी स्टेकहोल्डर्स को प्रपोस्ड इन्वेस्टर-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म के डेवलपमेंट और इम्प्लीमेंटेशन में सहयोग करने और मिलकर काम करने के लिए कहा गया है.
AMC और डिपॉजिटरी को सुविधा देनी होगी और RTA को चरणबद्ध तरीके से प्लेटफॉर्म को ऑपरेशनल करना होगा (नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन से शुरू होकर) और 31 दिसंबर, 2021 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल हो जाएगा.
रेगुलेटर ने AMC, RTA , डिपॉजिटरी, इंडस्ट्री बॉडी एम्फी और प्रमुख स्टेकहोल्डर्स से कहा है कि वो निवेशकों के बीच इस पहल के बारे में जागरूकता पैदा करें.