Scheme For Senior Citizen: लगभग सभी वरिष्ठ नागरिकों को अपने मासिक खर्च जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी बचत पर निर्भर रहना होता है. वे ऐसे सुरक्षित विकल्प की तलाश में रहते हैं तो उन्हें एक स्थाई आमदनी प्रदान कर सके. किंतु, इन दिनों गिरतीं ब्याज दरों के कारण उनकी आमदनी पर बुरा असर पड़ रहा है. पोस्ट ऑफिस इनकम स्कीम, एफडी से मिलने वाला मासिक भुगतान और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के जरिए नियमित आय प्राप्त की जा सकती है. Money9 आपको यहां कुछ उपयोगी विकल्पों के बारे में बता रहा है.
यह केवल वरिष्ठ नागरिकों के लिए है. इस पर अभी 7.4 फीसदी का सालाना ब्याज दिया जा रहा है, जो हर तिमाही संयोजित हो जाता है.
हर तीन महीने में इसमें ब्याज आमदनी प्राप्त होती है. बैंक और पोस्ट ऑफिस इस स्कीम को पेश कर रहे हैं. स्कीम की अवधि 5 वर्ष की है, जिसे बाद में 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.
इस पर 1 हजार से लेकर 15 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है.
इस योजना मे सीनियर सिटीजन न केवल स्थाई आय मिलती है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान किया जाता है. इसमें 1.5 लाख से 15 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है.
यदि पति-पत्नी दोनों मिलकर इस योजना में जमा कर रहे हैं तो वे 30 लाख रुपये लगा सकते हैं. इसमें संबंधित व्यक्ति को अवधि के मुताबिक तत्काल पेंशन मिलना शुरू हो जाता है.
इस पर 7.4 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है. पेंशन, मैच्योरिटी लाभ के अलावा इसमें डेथ बेनेफिट का भी फायदा होता है.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम एक सुरक्षित निवेश विकल्प है. इस पर सरकारी गारंटी लेती है. इस योजना में एक या एक से अधिक व्यक्ति एक साथ मिलकर निवेश कर सकते हैं.
इसकी अवधि पांच साल की होती है. एकल खाते में 4.5 लाख रुपये, जबकि संयुक्त खाते में 9 लाख रुपये का अधिकतम निवेश किया जा सकता है. इस पर अभी 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज तथा 5 फीसदी का टर्मिनल बोनस प्राप्त हो रहा है.
इस बॉन्ड पर कोई भी वरिष्ठ नागरिक 15 लाख या इससे अधिक का निवेश कर सकता है. इसमें 6 वर्ष का लॉक-इन पीरियड होता है.
लेकिन उम्र 70 साल से अधिक है तो यह अवधि 5 साल और 80 साल से अधिक है तो अवधि 4 वर्ष है. इस पर 7.15 फीसदी का ब्याज मिल रहा है, जिसे 6-6 महीने में दिया जाता है.
इस स्कीम में हर महीने एक निश्चित राशि प्राप्त होती है. यह बैंक और FD की अवधि पर निर्भर करता है. यदि यह अवधि पांच साल से अधिक है तो सीनियर सिटीजन को 30 बेसिस प्वाइंट का अतिरिक्त ब्याज प्राप्त होता है.
इसमें मासिक भुगतान के साथ ही मैच्योरिटी अवधि पर कुल राशि भी प्राप्त की जा सकती है.
इसमें परिपक्वता अवधि लंबी होती है, जो कि 15 वर्ष या इससे ज्यादा हो सकती है. जिसे सभी सीनियर सिटीजन के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता. इस पर 8 फीस
दी या इससे ज्यादा का रिटर्न प्राप्त होता है, जिसे साल में दो बार दिया जाता है. मैच्योरिटी पर व्यक्ति को उसके मूलधन को लौटा दिया जाता है. इसे सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड भी किया जाता है. मतलब कि, इच्छा होने पर इसे बेचा जा सकता है.