PPF: रिटायरमेंट के लिए पैसे इकट्ठे करने के लिहाज से ज्यादातर लोग पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund – PPF) में निवेश करने को तरजीह देते हैं. फिलहाल PPF पर 7.1% ब्याज मिल रहा है.
लंबे वक्त के लिहाज से ये एक अच्छा निवेश विकल्प है क्योंकि इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है और इसे बढ़ाया भी जा सकता है. साथ ही इस पर इनकम टैक्स एक्ट के 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
PPF में सालाना 1.5 लाख रुपये तक के योगदान पर इनकम टैक्स डिडक्शन का फायदा मिलता है. जबकि इस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी की रकम भी टैक्स फ्री है.
अगर आप PPF से पूरी या आंशिक निकासी करते हैं तो ये भी टैक्स फ्री है.
हालांकि, इसके बारे में कुछ चीजें ऐसी हैं जिनकी कम जानकारी है. आपको PPF खाता खुलवाने से पहले इनके बारे में अच्छी तरह से जानकारी कर लेनी चाहिए.
1. PPF खाता जॉइंट होल्डर्स के नाम पर भी खोला जा सकता है, हालांकि किसी अवयस्क का PPF खाता उसके पेरेंट्स के गाइडेंस में ही खुल सकता है.
2. NRI को PPF खाता खुलवाने की इजाजत नहीं है. लेकिन, NRI अपने पहले से मौजूद PPF खातों को जारी रख सकते हैं. वे इन खातों को मैच्योरिटी की तारीख तक जारी रख सकते हैं. साथ ही इन्हें अपने मौजूदा PPF खातों में पैसे जमा करने की भी इजाजत नहीं है.
1. एक साल में कोई भी शख्स अधिकतम 12 गुना योगदान कर सकता है और इसकी अधिकतम लिमिट 1.5 लाख रुपये है. इसमें न्यूमतम योगदान की सालाना सीमा 500 रुपये है.
2. अगर कोई शख्स अपने PPF खाते को 15 साल के बाद भी जारी रखना चाहता है तो उसके पास 5 साल के ब्लॉक में इसकी मैच्योरिटी अवधि बढ़ाने का विकल्प होता है. 5-5 साल के ब्लॉक में कितनी भी दफा आप इसे आगे बढ़ा सकते हैं.
1. लोगों को अपने PPF खाते को बैंक से पोस्ट ऑफिस या पोस्ट ऑफिस से बैंक में ट्रांसफर करने की सुविधा है. इसी तरह से आप अपने PPF खाते को एक बैंक शाखा से दूसरी बैंकों में भी ट्रांसफर कर सकते हैं.
2. PPF खाते पर मिलने वाला ब्याज हर महीने की 5 तारीख को मौजूद न्यूनतम बैलेंस के हिसाब से कैलकुलेट किया जाता है. ब्याज को बढ़ाने के लिए सब्सक्राइबर्स को हर महीने की 5 तारीख से पहले इसमें पैसा जमा करना चाहिए.