इस म्यूचुअल फंड कंपनी ने लॉन्च किया नया स्मॉलकैप फंड, कैटेगरी ने 5 साल में निवेश को किया दोगुना

PGIM Small-cap Fund: स्मॉलकैप में रिस्क है तो रिटर्न भी बड़ा रहने की उम्मीद रहती है. इस कैटेगरी ने पिछले 5 साल में औसतन 16.74% का रिटर्न दिया है

Share Market Tips, Stock Market Tips, Best Share, Best Stocks, Stock tips, Share market Investment tips, Zomato, Gland Pharma, Sona BLW Precision Forgings, Clean Science & Tech, Nazara Technologies, Stove Kraft, Nureca

आतिथ्य क्षेत्र की कंपनी ओयो ने एक नियामकीय सूचना में यह कहा है

आतिथ्य क्षेत्र की कंपनी ओयो ने एक नियामकीय सूचना में यह कहा है

न्यू फंड ऑफर (NFO) की बाजार में अभी बहार है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री (AMFI) के मुताबिक अभी 5 NFO खुले हुए हैं. इसी में अब एक नए स्मॉलकैप फंड पर पैसा लगाने का मौका खुलने वाला है. PGIM स्मॉलकैप फंड का NFO 9 जुलाई से खुलने वाला है और 23 जुलाई तक ये जारी रहेगा. न्यू फंड ऑफर के दौरान फंड हाउस शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज की खरीदारी के लिए निवेशकों से पैसे पूल करता है. और इसके बाद NAV तय होती है.

PGIM स्मॉलकैप फंड

फंड का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी स्मॉल कैप 100 टोटल रिटर्न इंडेक्स है. मार्केट कैप के लिहाज से छोटी कंपनियां स्मॉलकैप कहलाती हैं. इन फंड्स में अक्सर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स 7 साल से उससे ज्यादा निवेश की सलाह देते हैं क्योंकि इनमें जोखिम ज्यादा रहता है.

PGIM स्मॉलकैप फंड का न्यूनतम 65 फीसदी निवेश स्मॉलकैप कंपनियो में होगा. फंड कुछ एक्सपोजर अन्य मार्केट कैप की कंपनियों में भी कर सकती है. साथ ही अधिकतम 35 फीसदी एक्सपोजर डेट या मनी मार्केट में भी किया जाएगा. इसी के साथ कंपनी 10 फीसदी तक का अधिकतम एक्सपोजर रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और InvITs में भी किया जा सकता है. कंपनी के इक्विटी निवेश को अनिरुद्ध नाहा मैनेज करेंगे और डेट का हिस्सा कुमारेश रामकृष्ण करेंगे. वहीं, विदेशी निवेश के लिए रवि अदुकिया फंड मैनेजर होंगे.

NFO के दौरान कम से कम 5,000 रुपये का सब्सक्रिप्शन करना होगा तो वहीं बाद में SIP के जरिए 1,000 रुपये में भी निवेश किया जा सकेगा.

स्मॉलकैप से उम्मीद

अजीत मेनन, CEO, PGIM इंडिया म्यूचुअल ने कहा “इसका (फंड का) मकसद निवेशकों को कंस्ट्रक्शन, टेक्सटाइल्स, रियल एस्टेट, केमिकल्स और एग्रोकेमिकल्स, इंडस्ट्रियल्स, पेपर जैसी कारोबार की श्रेणी में निवेश का मौका देकर इस क्षेत्र की वृद्धि का लाभ देना लार्ज-कैप में निवेश को सीमित करना है.”

उन्होंने आगे कहा कि वे मानते हैं कि स्मॉल-कैप सेगमेंट में लिस्टेड कंपनियों को विकास का सबसे अधिक लाभ होगा. कॉर्पोरेट आय में महत्वपूर्ण सुधार, कई क्षेत्रों के साथ मिलकर सरकार द्वारा PLI योजनाओं के जरिए विनिर्माण को बढ़ावा देने की कोशिश, और विभिन्न रियायतें जैसी पहल का आने वाले महीनों में अपेक्षित असर होगा जिसका लाभ स्मॉल-कैप को मिलेगा.

स्मॉलकैप फंड्स का प्रदर्शन

स्मॉलकैप कैटेगरी के फंड्स ने पिछले एक साल में औसतन 102.22 फीसदी का रिटर्न दिया है. जबकि 3 साल की अवधि में औसत रिटर्न 17.78 फीसदी और 5 साल में 16.74 फीसदी रहा है. रिटर्न के मुताबिक इस कैटेगरी में 5 साल पहले किया 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश 2.16 लाख रुपये हो चुका होता और वहीं 5,000 रुपये की हर महीने की SIP से 4 लाख से ज्यादा जुटा पाते.

ध्यान रहे कि स्मॉलकैप कैटेगरी में रिस्क के कारण फाइनेंशियल प्लानर इसमें लंबी अवधि के निवेश की कवायद करते हैं.

Published - July 7, 2021, 07:48 IST