हमारे देश में पेंशन स्कीम के सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ रही है. पेंशन फंड रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने यह बताया है कि, उसकी प्रमुख पेंशन योजनाओं के तहत सब्सक्राइबर्स की संख्या इस साल अगस्त में 24% से बढ़कर 4.53 करोड़ से अधिक हो गई है. शुक्रवार को पेंशन रेगुलेटरी बॉडी की ओर यह आंकड़े जारी किए गए हैं. दरअसल में PFRDA की ओर से देश में दो पेंशन योजनाओं नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन योजना (APY) का संचालन किया जाता है. NPA केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों, प्राइवेट एजेंसियों समेत ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर को पूरा करता है. अटल पेंशन योजना (APY) असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को टारगेट करती है, जो देश में रोजगार पैदा करता है.
PFRDA की ओर से जारी बयान के मुताबिक, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के अंतर्गत अलग-अलग स्कीम में सब्सक्राइबर्स की संख्या अगस्त 2021 के आखिर तक बढ़कर 453.41 लाख हो गई. वहीं पिछले साल अगस्त 2020 में यह 365.47 लाख तक थी. इस तरह सालाना आधार पर NPS का सब्सक्राइबर बेस यानी पेंशन प्लान खरीदने वालों की संख्या 24.06 फीसदी बढ़ी है.
PFRDA के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अटल पेंशन योजना (APY) का सब्सक्राइबर बेस अगस्त 2021 तक 33.20 फीसदी बढ़कर 304.51 लाख हो गया. एसेट की बात की जाए तो उसके आधार पर अगस्त तक दोनों स्कीम का कुल पेंशन एसेट अंडर मैनेजमेंट 6,47,621 करोड़ रुपये हो गया. सालाना आधार पर इसमें 32.91 फीसदी का उछाल आया है. इसमें से अटल पेंशन योजना (APY) का एसेट 18,059 करोड़ रुपये हो गया. इसमें एक साल पहले के मुकाबले करीब 33 फीसदी का बढोतरी हुई है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल (PFRDA) अधिनियम, 2013 में संशोधन पर विचार कर सकता है. जानकारों के मुताबिक इस संशोधन में पेंशन सेक्टर के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा को मौजूदा 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.