Retirement Plan: रिटायरमेंट से पहले यह सुनिश्चित करना समझदारी है कि आप इसके लिए तैयार हैं या नहीं. आज से 15 साल बाद या अभी रिटायर होना है, ये फैसला निजी है. यहां कुछ इंडीकेशन दिए गए हैं, जो बताते हैं कि आप रिटायरमेंट के लिए कितना तैयार हैं. इनसे आपको काफी मदद मिलेगी.
आप फाइनेंशियली इंडीपेंडेंट हों
अपने सालाना घरेलू खर्च की कम से कम 25 गुना सेविंग रिटायरमेंट का गोल्डन रूल है. इसलिए यदि आप एक रिटायरमेंट लाइफ स्टाइल को जीना चाहते हैं, जिसमें 50,000 रुपये मासिक खर्च की मांग है, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास रिटायरमेंट फंड में कम से कम 1.5 करोड़ रुपये हों. यदि आप जल्दी रिटायर होने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको और अधिक सेविंग करने की जरूरत होगी. अपने इनकम सोर्स को डायवर्सिफाई करने के लिए रिटायरमेंट के बाद शेयरों में इन्वेस्ट करने के बारे में सोचें.
डेट फ्री स्टेटस
अपने लोन के साथ रिटायरमेंट लेने पर विचार करें, जो अभी भी चुकाया जाना बाकी है. आप अपनी कार और होम लोन पर EMI का भुगतान कर रहे हैं, जबकि आपकी इनकम आना बंद हो गई है. लोन पेमेंट न केवल रिटायरमेंट के बाद आपकी इनकम को समाप्त कर देगा, बल्कि आप भविष्य में भी इसके भुगतान को लेकर खुद को एक मुश्किल स्थिति में पाएंगे. इसलिए जब तक सभी डेट का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक रिटायरमेंट न लेना समझदारी है. यदि आप डेट फ्री हैं, तो आपने रिटायरमेंट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
हेल्थ एक्सपेंस कवर
अक्सर बजट में इसे नजर अंदाज किया जाता है. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ता जाता है. यदि आपके पास अपने वर्कप्लेस की वजह से इंश्योरेंस है, तो आपके नौकरी छोड़ने पर यह खत्म हो जाएगा. यदि आप किसी प्राइवेट इंश्योरर से हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं, तो यह अक्सर समय के साथ अधिक महंगा हो जाता है. क्या आपने किसी ऐसी मेडिकल इमरजेंसी के बारे में सोचा है, जो आपके फाइनेंस को एक बड़ा झटका दे सकती है? इसकी प्लानिंग के बिना, आप अपने रिटायरमेंट एसेट को कम करने का रिस्क उठाते हैं. इस समस्या को हल करने का एक ऑप्शन रिटायरमेंट के बाद फैमली-फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज को बनाए रखना है. (हालांकि इसमें थोड़ा खर्च आएगा).
इमरजेंसी बफर
कुछ ऐसे खर्चे हो सकते हैं, जो आपके रिटायरमेंट फंड को कम कर दें. जैसे घर या कार की मरम्मत. इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप एक ऐसा इमरजेंसी फंड बनाए, जो परिवार की 12 महीने तक की जरूरतों को पूरा कर सके. इसे स्टोर करने के लिए एक रिप्युटेड लिक्विड फंड को सिलेक्ट करें.
नो डिपेंडेंट्स
क्या आपके ऐसे बच्चे हैं जो अभी भी स्कूल जाते हैं? या बुजुर्ग माता-पिता जो फाइनेंशियल असिस्टेंस के लिए आप पर निर्भर हैं? आप बच्चों के खर्चे उठाने के लिए कम से कम तब तक जिम्मेदार हैं, जब तक वो कमाने न लगें. या फिर आपके बूढ़े माता-पिता की देखरेख और मेडिकल पर होने वाला खर्च. ये देखें कि क्या आपने अपने बच्चों की आगे की शिक्षा या घर खरीदने जैसे महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों को पूरा किया है.
दूसरे सोर्स से इनकम
एक पार्ट-टाइम वर्क, फ्रीलांसिंग इंप्लॉयमेंट या किराये की इनकम भी बजट और कैश फ्लो की चिंताओं को कम करने में मदद कर सकती है. रिटायरमेंट में इनकम के कई सोर्स को आकर्षित करने की क्षमता तनावपूर्ण और शांतिपूर्ण रिटायरमेंट के बीच का अंतर हो सकती है. बेशक, हर सोर्स को इस तरह इस्तेमाल करने का विचार है कि आपकी सालाना इनकम और टैक्स स्मूथ और एफिशिएंट बने रहें.
मार्केट क्राइसिस
युवा इन्वेस्टर मार्केट के डाउनटर्न को अच्छे से टैकल करते हैं, क्योंकि उनका होराइजन लंबा होता है. दूसरी तरफ, रिटायर्ड लोगों को अपने फंड में इंस्टेंट एक्सेस चाहिए होता है और स्टॉक गिरने पर वो उसके ठीक होने का इंतजार नहीं कर सकते. यह सुनिश्चित करने के लिए अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें कि आपके पास स्टॉक की कीमतों में तेज गिरावट का सामना करने के लिए उपयुक्त पोर्टफोलियो ड्रॉडाउन स्ट्रेटजी, एसेट एलोकेशन और इनकम के दूसरे सोर्स हैं.
नौकरी सेटिस्फेक्शन नहीं
यदि आप अभी फाइनेंशियली सिक्योर हैं और अपने प्रोफेशन को लेकर उत्साहित नहीं हैं, तो यह रिटायर होने का समय हो सकता है. ये इवेलुएट करना भी जरूरी है कि आपने अपनी जॉब में इंटरेस्ट क्यों खो दिया है. यदि इंप्लॉयमेंट आपकी हेल्थ पर खराब इफेक्ट डाल रहा है, तो यह समय आगे बढ़ने और अन्य तरीकों के बारे में सोचने का हो सकता है.
आपके पास एक अच्छा सोशल नेटवर्क हो
जब आप रिटायर होते हैं तो एक सपोर्ट नेटवर्क होना जरूरी है. अक्सर आप इस बारे में नहीं सोचते हैं. रिटायरमेंट के सालों में आत्मनिर्भर होना और अपने सभी काम खुद करना गलत नहीं है. हालांकि, जैसा कि कहते हैं दूसरों के साथ मिलकर की गई यात्रा एक आनंदित यात्रा होती है. मान लीजिए कि आपके रिश्तेदार या दोस्त आपके आस-पास नहीं हैं. उस मामले में, अच्छी बात यह है कि रिटायरमेंट आपको नए लोगों से जुड़ने का मौका देता है. अपने पड़ोस का कम्युनिटी ग्रुप ज्वांइन करें. इसके जरिए जहां आप दूसरों की मदद कर सकेंगे. वहीं, जरूरत होने पर वो आपकी मदद करेंगे. रिटायर्ड लोगों के लिए इस तरह का सपोर्ट सिस्टम जरूरी है.