म्यूचुअल फंड निवेश शुरू करने का बेस्ट टाइम कौन सा है? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों के लिए हाइब्रिड फंड सबसे बेहतर साबित होंगे.

infrastructure mutual funds that delivered 108 percent returns in last one year

इंफ्रास्ट्रक्चर फंड मुख्य रूप से पावर, कंस्ट्रक्शन, कैपिटल गुड्स और मेटल सेगमेंट की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.

इंफ्रास्ट्रक्चर फंड मुख्य रूप से पावर, कंस्ट्रक्शन, कैपिटल गुड्स और मेटल सेगमेंट की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.

Mutual Funds: निवेश के मामले में इंवेस्टर हमेशा मार्केट को टाइमिंग करने का प्रयास करते हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश के लिए कोई टाइम अच्छा या खराब नहीं होता.

हालांकि, सैद्धांतिक रूप से, म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे अच्छा समय तब होता है जब NAV कम हो. क्योंकि कम वैल्यू के कारण आपको ज्यादा यूनिट मिलते हैं.

500 रुपये से भी शुरुआत कर सकते हैं

AMFI-रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर और MB कैपिटल के फाउंडर मधुसूदन बूच बताते हैं कि “आमतौर पर, तीन स्थितियां में म्यूचुअल फंड निवेश करना फायदेमंद हो सकता है.

जब मार्केट सबसे निचले लेवल पर हो, बॉन्ड का रिटर्न उच्च लेवल पर हो और रियल एस्टेट सेगमेंट मे मंदी हो. मगर, ये स्थितियां एक साथ बनना तो बहुत कठिन है. ऐसे में म्यूचुअल फंड ऐसा निवेश है, जो कभी भी शुरू किया जा सकता है. आप 500 रुपये से भी शुरुआत कर सकते हैं.”

हाइब्रिड फंड सबसे बेहतर

म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का मानना है कि म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को फंड का चयन करने में सावधानी रखनी चाहिए, उनके लिए हाइब्रिड फंड सबसे बेहतर साबित होंगे.

हाइब्रिड फंड हर एसेट क्लास में निवेश करते हैं. आप इक्विटी, डेट और गोल्ड में निवेश करने वाले मल्टी एसेट फंड में भी निवेश कर सकते हैं.

सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर समीर शाह बताते है कि, “शेयर बाजार की तेजी की वजह से इक्विटी वैल्यूएशन अब सस्ता नहीं रह गया है.

हालांकि ऊंचे वैल्यूएशन का मतलब यह नहीं कि निकट भविष्य में मार्केट गिर ही जाएगा, लेकिन जोखिम तो बढ़ ही गया है. इसलिए रिस्क कवर करने के लिए नए निवेशकों को हाइब्रिड फंड में निवेश पर फोकस करना चाहिए.”

लक्ष्य के अनुसार निवेश करें

SIP निवेश आपको किसी भी बाजार की स्थिति में निवेश करने की अनुमति देता है. जब SIP की बात आती है, तो समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. लंबे समय तक निवेश करने से आपको विभिन्न चरणों में भी अधिक धन संचय करने का मौका मिलता है.

हेजिंग और बैलेंसिंग है जरूरीः

मधुसूदन बूच के मुताबिक, इक्विटी में बेहद सक्रिय निवेश करने वाले निवेशकों को भी छह महीने में अपने पोर्टफोलियो की री-बैलेंसिंग के बारे में सोचना चाहिए.

अगर शेयर मार्केट लगातार बढ़ता रहा है, तो निवेशकों के हाथ से ऊंचे वैल्यूएशन का फायदा जाता रहेगा. इसलिए मिले-जुले एसेट क्लास में निवेश से निवेशकों को इक्विटी में तेजी का फायदा मिलेगा.

साथ ही मिक्स एसेट क्लास होने की वजह जोखिम भी कम हो जाएगा. इसलिए निवेशकों को ऐसे फंड में निवेश करना चाहिए जिसमें हेजिंग के लिए डेट और गोल्ड भी शामिल हो.

Published - July 9, 2021, 06:09 IST