Mutual Funds: Read all scheme related documents carefully. म्यूचुअल फंड के साथ जुड़ा यह संदेश आपको कई बार सुनने या पढ़ने के लिए मिलता होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्या होता हैं इन डॉक्यूमेंट्स में? क्यों बार-बार इसे पढ़ने के लिए कहा जाता हैं और कौन सी जानकारी छिपी होती हैं इन दस्तावेजों में? यदि आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं या पहले से ही म्यूचुअल फंड निवेशक हैं, तो आपको इस मैसेज की अहमियत को समझ लेना चाहिए.
म्यूचुअल फंड निवेश के साथ तीन महत्वपूर्ण दस्तावेज जुड़े हैं, जिसमें की इंफॉर्मेशन मेमोरेंडम (KIM), स्कीम इंफॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) और स्टेटमेंट ऑफ एडिशनल इंफॉर्मेशन (SAI) शामिल हैं.
इन्हें एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा एक विशेष स्कीम के बारे में तैयार किया जाता है और अनुमोदन के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) को प्रस्तुत किया जाता है.
-निवेश के उद्देश्य और नीतियां, संपत्ति आवंटन पैटर्न, शुल्क और तरलता प्रावधान जैसी सभी फंडामेंटल जानकारी.
-फंड मैनेजमेंट टीम का ब्योरा.
-योजना के सभी रिस्क फैक्टर और साथ ही रिस्क से बचने का तरीका.
-स्कीम का ब्योरा जैसे लोड, योजना और विकल्प, पिछला प्रदर्शन, बेंचमार्क.
-यूनिटधारक की सामान्य जानकारी.
-अन्य विवरण जैसे AMC की शाखाओं की सूची, निवेशक सेवा केंद्र, स्वीकृति के अधिकारिक केंद्र.
-म्यूचुअल फंड का गठन – प्रायोजक, एसेट मैनेजमेंट कंपनी और ट्रस्ट की जानकारी.
-AMC के प्रमुख कर्मियों और रजिस्ट्रार, कस्टोडियन, बैंकरों और कानूनी कंसलटेंट जैसे सहयोगियों के बारे में सभी जानकारी.
-सभी फाइनेंशियल और कानूनी मुद्दे.
SID का संक्षिप्त रूप KIM है, जो आवेदन पत्र के साथ जुड़ा है. जैसा कि नाम से पता चलता है इसमें सभी महत्वपूर्ण जानकारी होती है जो एक निवेशक को योजना में निवेश करने से पहले पता होनी चाहिए. KIM को प्रत्येक आवेदन पत्र के साथ उपलब्ध कराया जाना जरूरी हैं.