पहली लहर के दौरान 72% लोगों ने किया इसमें निवेश, बना पसंदीदा साधन

वित्तीय सलाहकार कंपनी फिनडोक समूह के सर्वे के मुताबिक, करीब 72 फीसदी लोगों ने महामारी की पहली लहर के दौरान निवेश के लिए म्यूचुअल फंड का विकल्प चुना.

  • Team Money9
  • Updated Date - October 10, 2021, 11:24 IST
How Mutual Fund Portfolio Turnover Ratio Affects Your Investments

एक लो टर्नओवर रेशियो बताता है कि फंड मैनेजर अपनी स्टॉक खरीद के बारे में आश्वस्त है और लंबी अवधि के लिए इसे होल्ड करता है.

एक लो टर्नओवर रेशियो बताता है कि फंड मैनेजर अपनी स्टॉक खरीद के बारे में आश्वस्त है और लंबी अवधि के लिए इसे होल्ड करता है.

ऊंचे रिटर्न की वजह से म्यूचुअल फंड महामारी में भी निवेश का सबसे आकर्षक साधन बना हुआ है. इसके बाद लोगों ने इक्विटी में निवेश किया है. वित्तीय सलाहकार कंपनी फिनडोक समूह के सर्वे के मुताबिक, करीब 72 फीसदी लोगों ने महामारी की पहली लहर के दौरान निवेश के लिए म्यूचुअल फंड का विकल्प चुना.

यह सर्वे समूह के 10,000 से ज्यादा मौजूदा ग्राहकों से बातचीत पर आधारित है. इनमें करीब 63 फीसदी लोगों ने इन फंडों में निवेश करने के अपने फैसले पर खुशी जताई है. सर्वे में शामिल उत्तरदाताओं ने बताया कि उन्होंने निवेश के लिए जिन साधनों का चुनाव किया है, उनमें म्यूचुअल फंड के बाद इक्विटी सबसे बेहतर विकल्प है. फनडोक समूह के प्रबंध निदेशक हेमंत सूद ने कहा कि सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी के बाद म्यूचुअल फंड निवेश का सबसे पसंदीदा साधन रहा है. बेहतर रिटर्न की वजह से इसमें आगे भी तेजी आने की संभावना है.

म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने के क्या फायदे हैं?

बात चाहे नियमित आमदनी की हो या लंबे समय में पैसा बनाने की, म्यूचुअल फंड को एक अच्छा विकल्प माना जाता है. आपको म्यूचुअल फंड की इस तरह की स्कीम चुननी होगी जो आपके वित्तीय लक्ष्यों, निवेश के नजरिए और जोखिम प्रोफाइल से मेल खाती हो.

लिक्विडिटी

म्यूचुअल फंड्स में आपको एक यह फायदा मिलता है कि आप म्यूचुअल फंड स्कीम को बहुत ही आसानी से खरीद और बेच सकते हैं.

डायवर्सिफिकेशन

इक्विटी म्यूचुअल फंड में जोखिम से रहता है क्योंकि उनका प्रदर्शन शेयर बाजार की गतिविधियों पर आधारित होता है. इसलिए, फंड मैनेजर आपके निवेश को अलग-अलग उद्योगों और अलग-अलग क्षेत्रों में कंपनियों के शेयरों में फैलाता है जिसे विविधीकरण कहते है.

टैक्स-एफिशिएंसी

आप अपने टैक्स की बचत कर सकते है ईएलएसएस(ELSS) म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते है, जो कि आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत आता है जिसमें आप प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स की बचत कर सकते है.

छोटे मूल्यवर्ग में निवेश करें

आप म्यूचुअल फंड्स में कम रूपये में निवेश करना चाहते है तो सबसे कम एसआईपी(SIP) किस्त के रूप में कम से कम 500 रुपये के छोटे मूल्यवर्ग में निवेश कर सकते है. आप अपने निवेश को कुछ समय के लिए म्यूचुअल फंड में भी रोक सकते है. ऐसे करने से यह निवेश की औसत लागत को कम करता है

कॉस्ट-एफिशिएंसी

आप अलग-अलग म्यूचुअल फंड्स के लागत अनुपात की जांच कर सकते हैं और सबसे कम लागत अनुपात के वाले म्यूचुअल फंड को चुन सकते हैं.

सुरक्षा

एक सामान्य धारणा बनी हुई है कि म्यूचुअल फंड बैंक प्रोडक्ट्स की तरह सुरक्षित नहीं हैं. लेकिन यह एक मिथक(myth) है क्योंकि फंड हाउस(Company) को बहुत ही सख्ती से सेबी(SEBI) और एएमएफआई(AMFI) जैसे वैधानिक सरकारी निकायों को अपने दायरे रखते में हैं.

Published - October 10, 2021, 11:24 IST