Money Management: नियमित रूप से खर्चों पर नज़र रखना एक जरूरी गतिविधि है, जो आपके दैनिक खर्च की निगरानी कर सकती है और छोटे और बिना जरूरी खर्चों को ट्रैक कर सकती है. मौजूदा दौर में हमारे पास कई एक्सपेंस ट्रैकिंग ऐप्स हैं. हर दिन के आधार पर खर्चों को कम करने के लिए एक्सेल शीट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. महीने के आखिर में आप अच्छे से देख पाएंगे कि आपकी कमाई का बड़ा हिस्सा कहां जा रहा है.
खर्चों को लिखने से आपको मासिक आधार पर लगातार खर्च करने के पैटर्न की पहचान करने (Money Management) में भी मदद मिलती है. मनी9 हेल्पलाइन (Money9 Helpline) में कुछ इसी तरह के सवालों के जवाब दिए गए हैं.
सवाल ( अशोक मुखर्जी, कोलकाता) : “मेरी पत्नी ने पिछले साल अपनी नौकरी खो दी, इसलिए मैं अपने परिवार के लिए अकेला कमाने वाला हूं. हमारे परिवार की आय 45,000 रुपये है, जबकि हम हर महीने 40,000 रुपये खर्च करते हैं. क्या दैनिक खर्चों को लिखने से मेरे खर्चों को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद मिलेगी?”
जवाब: अपनी कमाई, खर्च और बचत के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते समय बैचलर्स को भी इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
सवाल ( शुभम मिश्रा, नोएडा): “मैं हर महीने 30,000 रुपये कमाता हूं. क्योंकि मैं अपने परिवार के साथ रहता हूं, इसलिए मुझे न तो राशन और न ही घर का किराया देना पड़ता है. फिर भी, महीने के बीच में ही पैसे खत्म होने लग जाते हैं. मुझे समझ में नहीं आता कि मेरा पैसा कहां जाता है.
जवाब: इस मामले में आपके दैनिक खर्चों को लिखना चाहिए. यह एक मेहनत वाला काम हो सकता है, लेकिन यह कदम निश्चित रूप से लंबे समय तक आपकी मदद करेगा.
मनी मंत्र के संस्थापक विरल भट्ट के मुताबिक, अपने मासिक बजट को लिखना आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग बनाने और अपनी गलतियों को समझने के लिए भी बेहद मददगार है.
आज बहुत सारे डिजिटल ऐप उपलब्ध हैं, जो आपके मासिक खर्चों को बेहतर ढंग से ट्रैक करने में आपकी मदद कर सकते हैं. यदि ये नहीं हैं, तो बस दैनिक खर्चों को एक एक्सेल शीट में लिख लें.
इससे आपको अपने अनावश्यक खर्च को समझने में मदद मिलेगी जिससे बचा जा सकता है, ” भट्ट ने कहा कि हर दिन के खर्चों को नोट करने की आदत डालने से भविष्य में आपकी व्यक्तिगत वित्त और निवेश प्रबंधन यात्रा को सुगम बनाने में मदद मिल सकती है.
कोविड-19 महामारी के दौरान, यदि आप अपनी बचत या निवेश बढ़ाना चाहते हैं, तो अपने मासिक खर्च पर करीब से नज़र डालें और जो कुछ भी आपको अनावश्यक लगता है उसमें कटौती करें.