Momentum Investing: क्या इस रणनीति में आपकी वेल्थ बढ़ाने की ताकत है? यहां जानें इससे जुड़ा सब कुछ

Momentum Investing: BSE और NSE ने मोमेंटम इंडेक्स लांच किए हैं. वहीं, म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए मोमेंटम फंड भी उपलब्ध हैं.

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इसमें एकमुश्त निवेश करना पडता है, इसलिए छोटे और सैलरिड क्लास के निवेशक इससे दूर रहते है,

इसमें एकमुश्त निवेश करना पडता है, इसलिए छोटे और सैलरिड क्लास के निवेशक इससे दूर रहते है,

Momentum Investing: इंवेस्टमेंट करने के लिए कई स्ट्रैटेजी अपनाई जाती है. आज हम बात करते हैं मोमेंटम इंवेस्टिंग (Momentum Investing) रणनीति के बारे में और जानते हैं कि क्या इस रणनीति में आपकी वेल्थ बढ़ाने की ताकत है?

मार्केट के ट्रेंड का फायदा उठाने के लिए अपनाई जाने वाली इस रणनीति के आधार पर BSE और NSE ने मोमेंटम इंडेक्स लांच किए हैं. वहीं, म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए मोमेंटम फंड भी उपलब्ध हैं.

मोमेंटम इंवेस्टिंग क्‍या हैः

मोमेंटम इंवेस्टिंग में रफ्तार को पकड़ना होता है. लहरों के साथ चलना पड़ता है. आपको साबित हो चुके ट्रेंड पर सवारी करनी होती है. इस रणनीति में अच्छा प्रदर्शन कर रहे शेयरों को खरीदना और पिछड़ रहे शेयरों को बेचते रहना होता है.

इस रणनीति में इस आधार पर चला जाता है कि हाल में जो शेयर ऊपर गए हैं, वे निकट भविष्य में भी इस प्रदर्शन को बनाए रखेंगे. ये रणनीति ज्यादातर टेक्निकल है. इसमें आपको सही ब्रेकआउट को पहचानना जरूरी है

एक्सपर्ट की रायः

कोरोना के बाद फार्मा सेक्टर और आईटी सेक्टर में मोमेंटम था, जो 6-8 माह तक चला. लॉकडाउन शुरू होने से मेटल सेक्टर में मोमेंटम आया. सेबी-रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर धर्मेश कुमार भट्ट बताते हैं, “मोमेंटम का अर्थ ही मोमेंट के साथ चलना है, ये एक शॉर्ट-टर्म स्ट्रैटजी है.

जब मौका मिले उसे पकड़ लो और प्रॉफिट बुक करके दूसरे मौके को पकड़ लो. ये रणनीति 2-3 दिन से लेकर 6-8 माह की रेंज की होती है.”

मोमेंटम इंडेक्सः

S&P BSE मोमेंटम इंडेक्स में पिछले एक साल में 47%, वहीं BSE सेंसेक्स में 55% रिटर्न मिला है. निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स एक साल में 67%, वहीं निफ्टी 50 इंडेक्स 58% बढ़ा है.

BSE और NSE के मोमेंटम इंडेक्स के एक साल के रिटर्न में इतना बड़ा गैप इसलिए है, क्योंकि दोनों इंडेक्स अपनी-अपनी स्क्रिप का रिस्क-एड्जस्टेड प्राइस रिटर्न फिक्स करने के लिए अलग-अलग पीरियड पसंद करते हैं.

जहां निफ्टी 200 मोमेंटम इंडेक्स हर 6 और 12 माह में रिस्क-एड्जस्टेड प्राइज रिटर्न के आधार पर स्क्रिप शामिल करता है, वहां BSE मोमेंटम इंडेक्स 12 माह के आधार पर रिस्क-एडजस्टमेंट करता है.

मोमेंटम स्मॉलकेसः

मोमेंटम इंवेस्टिंग के आधार पर कई स्मॉलकेस भी लांच हुए हैं. फिनटेक प्लेटफॉर्म स्मॉलकेस पर मोमेंटम से 39 स्मॉलकेस हैं, जिसमें एक साल में 11% से 320% रिटर्न मिला है. मोमेंटम इंवेस्टिंग अच्छा रिटर्न हासिल करने में मदद कर सकता है.

मोमेंटम म्यूचुअल फंडः

अभी मार्केट में मोमेंटम आधारित एक फंड है UTI निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स फंड. ये एक पेसिव इंडेक्स फंड है.

कैपिटल मार्केट के डेटा के मुताबिक, यदि आपने जनवरी 2006 से हर महिने SIP के जरिए निवेश किया होता तो मोमेंटम स्ट्रैटेजी के आधार पर सालाना 16.9% रिटर्न मिलता, जो निफ्टी50 के 11.3% रिटर्न के मुकाबले अच्छा है.

आप लांग-टर्म और अनुशासित तरीके से इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं, तो इस फंड को शामिल कर सकते हैं.

Published - June 12, 2021, 02:35 IST