Diwali Resolutions: इस दिवाली में आपको कुछ वित्तीय कदम उठाने चाहिए, जो आपके परिवार को बेहतर लाइफस्टाइल के साथ- साथ एक सुरक्षा कवच भी प्रदान करें. यहां कुछ चीजों पर बात करते हैं, जो आपको फाइनेंशली स्ट्रौंग बना सकते हैं और मुश्किल के वक्त आपके परिवार को सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं. रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजरों का कहना है कि, भारत के बहुत ही कम पेशेवर सही तरीकों से निवेश करते है. अगर आपने अभी तक निवेश की शुरुआत नहीं की है, तो इस दिवाली से शुरुआत करें और फाइनेंशियल प्लानिंग की ओर ठोस कदम उठाएं.
सबसे पहले इमरजेंसी फंड इकट्ठा करने के लिए बचत शुरु कर दे. आम तौर पर किसी भी व्यक्ति के पास उसकी 6 महीनों की बेजिक जरूरत को पूरा कर सके उतना फंड होना चाहिए. इसके लिए आप बैंक एफडी या शॉर्ट-टर्म म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. याद रखें, ये फंड का लिक्विड होना बेहद जरूरी हैं, ताकि इमरजेंसी के वक्त जरूरत पडें तब ये आसानी से प्राप्त किया जा सकें.
आपकी गैर-मौजूदगी में आपके परिवार को वित्तीय सहाय देने के लिए आपको जीवन बीमा करवा लेना चाहिए. किसी भी व्यक्ति के पास पर्याप्त अमाउंट का जीवन बीमा होना ही चाहिए, क्योंकि जब आप नहीं रहेंगे तब इंश्योरेंस का पैसा ही आपके परिवार को फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करेगा. इसके लिए प्योर टर्म प्लान पसंद करे.
अगर आपको या परिवार के किसी सदस्यों को लंबे समय के लिए अस्पताल में भर्ती होना पडा तो सारी बचत खाली होने की संभावना है. यदि आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस होगा तो ऐसे हालात का सामना आसानी से कर पाएंगे. छोटी उम्र में ये बीमा खरीदने से प्रीमियम कम रहेगा. यदि आपको अपनी कंपनी से हेल्थ कवर मिलता है, तो भी एक हेल्थ प्लान खरीदना चाहिए.
जीवन के विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करने के लिए म्यूचुअल फंड को बेहतर साधन माना जाता हैं. कम से कम 7-10 साल के लक्ष्य के साथ इनमें निवेश करें. म्यूचुअल फंड से आपको पावर ऑफ कंपाउंडिंग का फायदा होगा और वैल्थ बढाने में मदद मिलेगी. आपको SIP के जरिए इनमें निवेश करना चाहिए.
आपको रिटायरमेंट सेविंग कम उम्र से ही शुरु करनी चाहिए. आपकी उम्र 25-30 साल के बीच है तो अगले 25-30 साल के लिए पैसा बचाना शुरु कर दे. रिटायरमेंट सेविंग के लिए आप नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और पब्लिक प्रॉविडंट फंड (PPF) जैसे सरकारी विकल्प पसंद कर सकते है. इसके अलावा म्यूचुअल फंड को भी पसंद करें.
टैक्स बचाने के लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है. आप टैक्स सेविंग बॉन्ड खरीद सकते है या टैक्स-सेविंग FD में निवेश कर सकते है. यदि रिस्क लेने को तैयार है तो इक्विटी-लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) को भी पंसद कर सकते हैं.