कमाऊ सदस्य की मौत होने पर घबराएं नहीं, ये प्‍लानिंग बहुत आएगी काम

Life Planning: पीछे रह जाने वाले पति या पत्नी को परिवार का खर्च चलाने के लिए एक योजना बनानी होगी, ताकि आर्थिक जरूरतों को पूरा किया जा सके.

Financial Planning Tips, Financial Crisis

कई बार, मृतक की संपत्ति से मृत्यु के समय किसी भी तरह के बकाया कर्ज का भुगतान किया जाता है. उनकी आधिकारिक कागजी कार्रवाई और वित्तीय रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच करनी चाहिए.

कई बार, मृतक की संपत्ति से मृत्यु के समय किसी भी तरह के बकाया कर्ज का भुगतान किया जाता है. उनकी आधिकारिक कागजी कार्रवाई और वित्तीय रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच करनी चाहिए.

Life Planning: परिवार के कमाऊ सदस्य की अचानक मृत्यु हो जाने पर हम मानसिक तौर पर तो परेशान होते ही हैं, इसके साथ ही आर्थिक संकट की स्थिति भी आ जाती है. यह समस्या तब और बड़ी हो जाती है अगर परिवार में कमाने वाला वही एकमात्र सदस्य हो. परिवार के कमाऊ सदस्य की मृत्यु के बाद पत्नी और परिवार के सामने यह संकट खड़ा हो जाता है कि अब परिवार की आर्थिक जरूरतों को कैसे पूरा किया जाए. आप अपने जीवनसाथी के सामने आने वाली इन चुनौतियों से बचने के लिए बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं.

परिवार के बजट का ध्यान रखना है जरूरी

कई बार, कमाने वाले सदस्य की आय परिवार की आर्थिक जरूरतों का एकमात्र स्रोत होती है. परिवार का पूरा बजट इसी आधार पर बनता है कि कमाने वाले की आय कितनी है.

इसका मतलब यह है कि अब पीछे रह जाने वाले पति या पत्नी को परिवार का खर्च चलाने के लिए एक योजना बनानी होगी, ताकि आर्थिक जरूरतों को पूरा किया जा सके.

पति या पत्नी चाहें तो एक नियमित नौकरी कर सकते हैं या इसकी जगह पर पार्ट टाइम नौकरी भी किया जा सकता है. इसी तरह, परिवार के गैर जरूरी खर्चों को कम भी किया जा सकता है.

इस दौरान, अपने भविष्य की योजनाओं का निर्धारण करते समय परिवार को बचाए रखने के लिए आपको इमरजेंसी फंड से भी कुछ रकम निकालने की जरूरत पड़ सकती है.

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियों पर करें क्लेम

परिवार के कमाऊ सदस्य की मृत्यु हो जाने की स्थिति में सबसे पहले किए जाने वाले कामों में से एक लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत बैंक में बीमा की राशि के लिए क्लेम करना है.

इन पैसों का इस्तेमाल ना सिर्फ मृत्यु के बाद होने वाले खर्चों में किया जा सकता है बल्कि इससे कुछ महीनों और वर्षों तक परिवार की आर्थिक जरूरतों को भी पूरा किया जा सकता है.

इसके अलावा, मृत्यु के समय प्रभावी पॉलिसियों के संबंध में संबंधित कंपनी (जहां पति या पत्नी काम कर रहे थे) से परामर्श भी करना चाहिए.

किसी भी तरह के बकाया कर्ज या लोन के मामले में क्या करें?

कई बार, मृतक की संपत्ति से मृत्यु के समय किसी भी तरह के बकाया कर्ज का भुगतान किया जाता है. उनकी आधिकारिक कागजी कार्रवाई और वित्तीय रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच करनी चाहिए.

इससे आप उन खर्चों के बारे में ठीक से समझ पाएंगे, जिन्हें बीमा की राशि से कवर करने की जरूरत है.

परिवार में कमाऊ सदस्य की मौत के बाद होने वाली परेशानियों से उबरना कभी भी आसान नहीं होता है. इसकी वजह से परिवार के सदस्यों को ना सिर्फ मानसिक बल्कि आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ता है.

हालांकि थोड़ी समझदारी के साथ प्लानिंग और सही तरह से बजट बनाकर आप जल्द ही इससे उबर भी सकते हैं.

Published - September 7, 2021, 11:36 IST