Kotak Multi-Cap Fund’s NFO: पिछले साल इक्विटी म्युचुअल फंड में ऑउटफ्लो के बावजूद अगर कोई अच्छी खबर थी, जिसने निवेशकों को खुश किया तो वह थी मल्टी-कैप पर आया सेबी (SEBI) का फैसला. क्योंकि ऐसा पाया गया था कि म्यूचुअल फंड हाउस मल्टी-कैप फंड के नाम पर निवेशकों को गुमराह कर रहे थे और संपत्ति को अन्य कैटेगरी में निवेश नहीं कर रहे थे. सेबी (SEBI) की गाइड लाइन्स के मुताबिक फंड हाउस वास्तव में केवल लार्ज-कैप कंपनियों में 70% से 80% तक ही केंद्रित थे और इस तरह किसी अन्य कैटेगरी के लिए बहुत कम एलोकेशन करते थे. मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर लिमिट्स की कमी ने निवेशकों के बीच विश्वास को कमजोर कर दिया था.
नए नियम के मुताबिक अब फंड्स का 75% हिस्सा इक्विटी में निवेश करना जरूरी होगा, जो कि अभी तक न्यूनतम 65% था. फंड हाउसेज को लॉर्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में 25-25 फीसदी निवेश करना जरूरी होगा. आपको बता दें इससे पहले फंड मैनेजर्स अपनी सुविधा के हिसाब से एलोकेशन करते थे. जिससे मल्टीकैप में लार्जकैप का वेटेज ज्यादा रहता था.
इस नए नियम के आने के बाद पिछले कुछ महीनों में कई फंड हाउस ने निवेशकों के बीच उस विश्वास को दोबारा से पाने के लिए कई मल्टी-कैप फंड लॉन्च किये हैं. हाल ही में कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) ने कोटक मल्टीकैप फंड लॉन्च किया है. जो ओपन-एंडेड फंड है. जिसमें लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों का सही मिश्रण होता है. यह फंड निवेशकों को स्टेबिलिटी के साथ ग्रोथ देने की उम्मीद करता है.
फंड निवेश का उद्देश्य डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में इक्विटी और इक्विटी से संबंधित सेक्युरिटी के जरिए लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न बनाने का है. इसके अलावा यह फंड सभी प्रकार के निवेशकों के लिए सूटेबल है. जो बच्चो की पढाई, अपने रिटायरमेंट या घर खरीदने जैसे लॉन्ग टर्म के फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करना चाहते हैं. फंड को निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 टोटल रिटर्न इंडेक्स के खिलाफ बेंचमार्क किया गया है.
इक्विटी कोटक महिंद्रा AMC के प्रेजिडेंट और CIO के मुताबिक, इक्विटी बाजार लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप तीनो शेयरों का कॉम्बिनेशन है. प्रत्येक का अपना रिटर्न और रिस्क प्रोफाइल होता है. कोटक म्यूचुअल फंड में हमने सभी तीन कैटेगरी- स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप फंडों में नियमित रूप से बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सटीक स्टॉक्स एलोकेशन किया है. और इस प्रकार अब हम एक ही फंड में सभी तीनो कैटेगरी के शेयरों पेशकश कर रहे हैं. आपको बता दें कि इस फंड का मैनेजमेंट हर्ष उपाध्याय, देवेंद्र सिंघल, अभिषेक बिसेन और अर्जुन खन्ना मिलकर करेंगे.
– इस फंड में न्यूनतम प्रारंभिक खरीद (गैर-SIP) 5,000 रुपये है. और 500 रुपये की न्यूनतम 10 एसआईपी किश्तों की पेशकश की गई है.
– सेबी के नियम के अनुसार मैक्सिमम टोटल एक्सपेंस रेश्यो 2.25% है.
– इस फंड में एंट्री चार्ज शून्य है. और निवेश के एक वर्ष के भीतर बाहर निकलने पर 1% का जुर्माना लगता है. हालाँकि की एक साल के बाद की निकासी पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा.
– यह फंड रेगुलर और डायरेक्ट स्कीम के साथ मौजूद है.
– साथ ही यह फंड ‘वेरी हाई रिस्क’ की कैटेगरी में आता है. इसीलिए निवेशकों को निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह ले लेनी चाहिए.