कॉरपोरेट FD में निवेश करने से पहले ये बातें जान लें, रहेंगे फायदे में

Corporate FD: रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कॉरपोरेट FD 0.75-2% तक अधिक रिटर्न देते हैं. इसे निवेश के सबसे सुरक्षित तरीकों में से माना जाता है

  • Team Money9
  • Updated Date - October 12, 2021, 12:05 IST
keep these factors of corporate fixed deposit in mind before buying

अनसिक्योर्ड लोन होने की वजह से इन पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. और इसे जितना लंबा खींचेंगे उतना और बोझ बढ़ेगा

अनसिक्योर्ड लोन होने की वजह से इन पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. और इसे जितना लंबा खींचेंगे उतना और बोझ बढ़ेगा

फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit – FD) निवेश के सबसे सुरक्षित तरीकों में से माना जाता है. यह एक अनुमानित रिटर्न की गारंटी देता है. लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बैंकों ने FD की ब्याज दरों में कमी कर दी है. दूसरी ओर, कंपनी या कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (corporate fixed deposit) विभिन्न अवधियों में बैंक FD की तुलना में अधिक रिटर्न प्रदान कर रहे हैं.

कॉरपोरेट FD वह फिक्स्ड डिपॉजिट हैं, जो कॉरपोरेट और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) द्वारा दी जाती हैं. यह एक निश्चित अवधि के लिए ब्याज की निश्चित दर पर रखी जाती हैं. कॉरपोरेट FD रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की तुलना में 0.75 से 2% तक अधिक रिटर्न देते हैं. यह निवेशकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं, लेकिन इनमें निवेश करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार जरूर करना चाहिए.

यहां हम आपको उन महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी देने जा रहे हैं, जिसका आपको ध्यान रखना जरूरी है.

यील्ड कैलकुलेशन

कई निगम ब्याज दरों के बजाय हाई यील्ड्स का विज्ञापन करके ग्राहकों को आकर्षित करने का प्रयास करते हैं. लेकिन कुछ कंपनियां FD यील्ड की गणना अलग तरीके से करती हैं. नतीजतन, यह वास्तव में वे जो हैं उससे कहीं अधिक दिखाई पड़ता है. इसलिए किसी भी निवेश से पहले ब्याज दरों पर ध्यान से विचार करना चाहिए.

फाइनेंशियल हेल्थ की जांच करना जरूरी

कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट्स में बैंक की रेगुलर FD की तुलना में अधिक जोखिम होता है. डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) द्वारा दिए गए बीमा कवर के साथ 5 लाख तक की बैंक FD सुरक्षित होती हैं. कंपनी की FD के लिए ऐसा कोई बीमा कवर नहीं होता है. ऐसे में सब कुछ इन कंपनियों के ओवरआल हेल्थ पर निर्भर करता है. इसलिए, निवेश करने से पहले कंपनी की रेटिंग और फाइनेंशियल हेल्थ की जांच करना बहुत जरूरी होता है.

सुरक्षा

विभिन्न क्रेडिट-रेटिंग फर्म जैसे क्रिसिल, ICRA और केयर, इन NBFC की क्रेडिट गुणवत्ता का आकलन करते हैं. स्वाभाविक रूप से, एएए या समान ग्रेड के साथ एक हाई-रेटेड कंपनी हमेशा अत्यधिक बेहतर होती है.

टेन्योर और पेमेंट

आम तौर पर, नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां 12 से 60 महीने की अवधि के लिए FD की पेशकश करती हैं. कंपनियां क्युमुलेटिव और कॉन-क्युमुलेटिव दो प्रकार से FD पर ब्याज का भुगतान करती है. कॉन-क्युमुलेटिव जमाराशियों के लिए ब्याज मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक रूप से देय हो सकता है.

लॉक-इन नियम

सामान्य तौर पर, कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट्स बैंकों की तुलना में थोड़ी अधिक कठोर समयपूर्व निकासी शर्तों के साथ आते हैं. जानकारों के मुताबिक, ज्यादातर मामलों में निवेशक डिपॉजिट की तारीख से तीन महीने के अंदर डिपॉजिट नहीं निकाल सकते हैं.

Published - October 12, 2021, 12:05 IST