ITI Mutual Fund: कोविड -19 (Corona) संकट के बाद से फार्मास्युटिकल्स भारत के सबसे विश्व स्तर पर कॉम्पिटिटिव सेक्टर्स में से एक हो गया है. कोविड -19 (Corona) की दूसरी लहर के बाद से लोग इस सेक्टर के महत्व के बारे में अधिक जागरूक हुए हैं, जिसके कारण इस सेक्टर में अधिक पैसा भी खर्च किया जा रहा है. इसके साथ ही भारतीय फार्मा फंड मैनेजर फार्मा कंपनियों के विकास को एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देख रहे हैं. वैल्यू रिसर्च डेटा से पता चलता है कि फार्मा फंडों ने 19 अक्टूबर, 2021 तक क्रमशः एक, तीन और पांच वर्षों में 31%, 26.39% और 26.39% का सालाना रिटर्न दिया है.
हाल ही में, आईटीआई म्यूचुअल फंड (ITI Mutual Fund) ने आईटीआई फार्मा और हेल्थकेयर फंड लॉन्च किया. यह फंड फार्मा और हेल्थकेयर में निवेश करेगा और निफ्टी हेल्थकेयर टोटल रिटर्न इंडेक्स इसका बेंचमार्क होगा. यह न्यू फंड आफर (NFO) 18 अक्टूबर यानी सोमवार से निवेश के लिए खुल चुका है. निवेशक इसमें 1 नवंबर 2021 तक पैसे लगा सकते हैं.
सेक्टोरल फंड सबसे अधिक जोखिम वाले म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में से एक होते हैं. चूंकि ये फंड (Fund) विशेष रूप से एक सेक्टर में निवेश करते हैं, इसलिए उनके पास सेक्टर डाइवर्सिटी की कमी होती है, जो इसके लिए हाई रिस्क का एक प्राथमिक कारण भी होती है.
ऐसे में यदि सेक्टर में गिरावट आती है, तो पोर्टफोलियो के सभी शेयर ध्वस्त हो जाते हैं और नुकसान को कम करने के लिए कुछ भी नहीं होता है. इसीलिए इस प्रकार का फंड सबसे अनुभवी निवेशकों के लिए उपयुक्त होता हैं और एक्सपर्ट्स की माने तो इस प्रकार के फंड में, पोर्टफोलियो का 10% से अधिक हिस्सा निवेश नहीं किया जाना चाहिए.
आईटीआई म्यूचुअल फंड (ITI Mutual Fund) के मैनजमेंट का कहना है कि यह फंड आईटीआई फार्मा और हेल्थकेयर फंड एसक्यूएल के निवेश नियम का पालन करेगा – साथ ही सुरक्षा का मार्जिन, व्यवसाय की गुणवत्ता और लो लिवरेज के साथ अपने निवेशकों को बेहतर निवेश अनुभव प्रदान करेगा.
कोरोना महामारी ने स्वास्थ्य सेवा, बढ़ते हेल्थ इंश्योरेंस और फार्मा सेक्टर की मांग को फिर से बढ़ाने के लिए बेहतर निदान की ओर जोर दिया है.
आईटीआई म्यूचुअल फंड (ITI Mutual Fund) के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एंड चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर जॉर्ज हेबर जोसेफ के मुताबिक कोविड -19 महामारी ने भारतीय फार्मा सेक्टर को एक नया जोर दिया है. आईटीआई फार्मा और हेल्थकेयर फंड मेहनती और शोध-समर्थित निवेश प्रक्रिया को अपनाकर अपने निवेशकों को एक अनूठा निवेश अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है.
– आईटीआई फार्मा एंड हैल्थ केयर फंड में कम से कम 5000 रुपये निवेश करना जरूरी है. उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश किया जा सकता है.
– इस फंड में सेबी द्वारा अनुमत अधिकतम टोटल एक्सपेंस रेश्यो (TER) 2.25% तक है.
– इस फंड में कोई भी एंट्री चार्ज नहीं लिया जायेगा, लेकिन इकाइयों के आवंटन की तारीख से 12 महीने पूरे होने पर या उससे पहले रिडीम या स्विच आउट करने पर 1% का एग्जिट लोड देना होगा.
– क्योंकि यह फंड ‘हाई’ रिस्क कैटेगरी के अंतर्गत आता है, इसीलिए निवेशकों को किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर कि सलाह ले लेनी चाहिए.
– यह न्यू फंड आफर (NFO) 18 अक्टूबर यानी सोमवार से निवेश के लिए खुल चुका है. निवेशक इसमें 1 नवंबर 2021 तक पैसे लगा सकते हैं.