क्या गोल्ड में निवेश करने का यह है सबसे अच्छा मौका? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

Gold Investment: अप्रैल-सितंबर 2021 की अवधि में भारत ने करीब 24 अरब डॉलर का गोल्ड आयात किया. पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा महज 6.8 अरब डॉलर था

  • Team Money9
  • Updated Date - October 19, 2021, 11:42 IST
Investment In Gold:

मूल्य के लिहाज से आभूषण की मांग 48 प्रतिशत बढ़कर 41,030 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले यह 27,750 करोड़ रुपये थी.

मूल्य के लिहाज से आभूषण की मांग 48 प्रतिशत बढ़कर 41,030 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले यह 27,750 करोड़ रुपये थी.

भारत में फेस्टिव सीजन से पहले सोने के आयात में तेजी आई है. अप्रैल-सितंबर 2021 की अवधि में भारत ने करीब 24 अरब डॉलर का गोल्ड आयात (gold import) किया. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सोने का आयात पिछले साल की समान अवधि में महज 6.8 अरब डॉलर था. इस साल यह कई गुना (250% से अधिक) बढ़ गया है.

अकेले सितंबर में सोने का आयात सालाना आधार पर 60.14 करोड़ की तुलना में बढ़कर 5.11 अरब डॉलर हो गया. यह 650% से ज्यादा की ग्रोथ है. यूनिट के मामले में, भारत ने पिछले साल सितंबर में 12 टन के मुकाबले इस सितंबर में 90 टन से अधिक सोने का आयात किया.

आयात में जबरदस्त उछाल

गोल्ड एनालिस्ट्स का मानना है कि फेस्टिव सीजन से पहले सोने की कीमतों में गिरावट और ज्वैलर्स की ओर से आ रही ज्यादा मांग से आयात में तेजी आई है. जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (GJEPC) के चेयरमैन कॉलिन शाह ने कहा, ‘त्योहारों का मौसम और बहुत अधिक मांग इस उछाल के प्रमुख कारण हैं.’

सोने के आयात में बढ़ोतरी की एक दूसरी वजह यह भी हो सकती है कि सरकार 2021-22 के केंद्रीय बजट में सोने पर आयात शुल्क को मौजूदा 12.5% से घटाकर 7.5% कर दे. महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के चलते 2020 में सोने की मांग में तेज गिरावट आई थी.

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) के डायरेक्टर जनरल अजय सहाय ने कहा, ‘कोविड के कारण शादियों पर कम खर्च की वजह से बचत का इस्तेमाल सोने की खरीदारी में हो रहा है भी हो रही है, जिससे मांग भी बढ़ रही है और इसलिए अधिक आयात हो रहा है. जो लोग शेयर मार्केट से प्रॉफिट कमा रहे हैं, वो भी गोल्ड में निवेश कर रहे हैं.’

यह सोने की कीमतों के बारे में क्या दर्शाता है

एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि कोविड -19 के प्रतिबंधों में ढील और बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम ने कंज्यूमर के सेंटीमेंट को बढ़ावा दिया है. आने वाले त्योहारों और शादियों के मौसम में ज्वेलरी और फिजिकल गोल्ड की अधिक मांग की उम्मीद है.

कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट रवींद्र राव का मानना है कि सोने की कीमतें पहले ही थोड़ी अधिक बढ़ चुकी हैं, लेकिन वो पिछले साल की तुलना में अभी भी निचले स्तर पर हैं.

उन्होंने कहा, ‘इसकी कीमतों में पहले ही छूट दी जा चुकी है और हमें उम्मीद है कि भारत में फेस्टिव सीजन के दौरान कीमतों में मजबूती बनी रहेगी.’

निवेशकों को क्या करना चाहिए

IIFL सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट अनुज गुप्ता ने कहा, ‘हाई रिटर्न की तलाश कर रहे निवेशकों को मौजूदा स्तर पर सोना खरीदना (gold investment) चाहिए क्योंकि हमें कीमतों में और तेजी की उम्मीद है.

एंजेल वन में कमोडिटीज के AVP-रिसर्च, प्रथमेश माली का मानना है कि SGB जैसे डिजिटल फॉर्म में सोने में निवेश करना सही है. उन्होंने कहा कि निवेशकों को अपने निवेश का 10-12 फीसदी सोने में लगाना चाहिए.

HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, ‘निवेशक शॉर्ट टर्म प्राइस गेन के लिए मौजूदा स्तर पर नया निवेश कर सकते हैं.’

Published - October 19, 2021, 11:42 IST