निवेशकों को समय-समय पर अपनी इक्विटी और डेट एलोकेशन को करना चाहिए रीबैलेंस: संदीप बागला

हाई मैच्‍योरिटी वाले किसी भी ऑप्‍शन में ब्याज दरों का जोखिम होता है जो प्रतिफल बढ़ने पर रिटर्न को काफी कम कर सकता है.

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Sandeep Bagla, CEO, TRUST AMC

Sandeep Bagla, CEO, TRUST AMC

ट्रस्ट एएमसी के सीईओ संदीप बागला ने मनी9 को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि हालांकि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) द्वारा डायरेक्‍ट इनवेस्‍टमेंट के उत्साह का मिलान नहीं किया जा सकता है, फंड मार्ग को अपनाना अधिकांश निवेशकों के लिए बेहतर काम करता है क्योंकि इसमें उन्हें फंड मैनेजरों की विशेषज्ञता से फायदा मिलता है.

सवाल – महंगाई और आगे बढ़ने वाली ब्याज दरों पर आपका क्या विचार है?

जवाब- भारत में, हम कुछ साल पहले होलसेल प्राइज इंडेक्‍स WPI) को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर लक्षित करने से दूर चले गए. जबकि होलसेल प्राइज इंडेक्‍स अनएक्‍सपेक्‍टेड था. सीपीआई के मामले में लगभग 50 प्रतिशत वेटेज फूड को दिया जाता है और 30 प्रतिशत वेटेज सर्विस को दिया जाता है. विश्व स्तर पर, खाद्य सहित कमोडिटी की कीमतें ऊंची चढ़ रही हैं, लेकिन केंद्रीय बैंकरों का मानना ​​​​है कि मइंगाई अस्थायी है,

जिसका मतलब है कि आने वाले समय में मौद्रिक स्थितियों को सख्‍त करने की जरूरत नहीं होगी. वाइड प्रोडेक्‍शन गैप और वेज इंफलेशन की अनुपस्थिति को देखते हुए यह संभव है कि विकास की तेजी में महंगाई की आग को और आगे बढ़ाए बिना वापस आ सकते हैं. वहीं भविष्य में आरबीआई के किसी भी दर वृद्धि के संकेत की संभावना नहीं है. बाजार कॉन्‍सीडरेशन बढ़ सकता है. अगर पार्टिसिपेंट को यह विश्वास होने लगे कि महंगाई अभी भी है और आरबीआई के किसी सख्‍त कदम के बिना इसके नीचे आने की संभावना नहीं है.

सवाल – मल्‍टी ईयर के लो लेवल पर ब्याज दरों के साथ, लोन पर कॉन्‍सीडरेशन न्यूनतम है? फिक्स्ड इनकम निवेशकों को अपना पैसा कहां और क्यों लगाना चाहिए?

जवाब- 1-3 साल के सेगमेंट में स्थिरता को देखते हुए, ऐसा लगता है कि कुछ ब्याज दरों में बढ़ोतरी उन सेगमेंट में बाजार द्वारा की गई है। शॉर्ट टर्म फंड और 3 साल तक की मैच्योरिटी वाले बैंकिंग और पीएसयू डेट फंड इष्टतम जोखिम इनाम ट्रेड-ऑफ की पेशकश करते हैं. हाई मैच्‍योरिटी वाले किसी भी ऑप्‍शन में ब्याज दरों का जोखिम होता है जो प्रतिफल बढ़ने पर रिटर्न को काफी कम कर सकता है और फ्लोटिंग रेट फंड लिक्विड फंड की तुलना में थोड़ा अधिक कमाएंगे. क्रेडिट फंड ने अपना मोजो खो दिया है, और क्रेडिट स्प्रेड उचित स्तर पर होने के बाद वापसी कर सकते हैं.

सवाल – अब तक आपने तीन बॉन्ड फंड लॉन्च किए हैं. आप इक्विटी फंड कब लॉन्च करेंगे? इक्विटी-उन्मुख उत्पादों को लॉन्च करने में हिचकिचाहट क्यों है?

जवाब- हमारे सभी फंड निवेशकों के लिए अच्‍छा लाभ लाते हुए अलग-अलग विकल्प देते हैं. बैंकिंग और पीएसयू डेट फंड 3 साल की रेसिडयूअल मैच्‍योरिटी के साथ एक रोल डाउन स्‍ट्रक्‍चर है. ट्रस्ट एमएफ लिक्विड फंड केवल स्थिर, बड़ी एएए कंपनियों वाली कंपनियों में निवेश करता है और शॉर्ट टर्म फंड 1.5-2.5 साल के बीच मैकाले अवधि के साथ एएए फंड है. हमारा दृष्टिकोण स्‍ट्रक्‍चर्ड और ट्रांस्‍पेरेंट है. हमने अपनी निवेश प्रक्रिया को और अधिक ऑब्‍जेक्टिव बनाने के लिए क्रिसिल के साथ करार किया है. एक बार जब हम अपनी निश्चित आय की पेशकशों को खत्‍म कर लेते हैं, तो हम अपने इक्विटी ऑफरिंग्‍स के साथ-साथ अच्छे समय में भी सामने आएंगे. हम ऐसे प्रोडेक्‍टस की पेशकश करना पसंद करेंगे जो अच्छी तरह से स्‍ट्रक्‍चर्ड हों और अधिक स्थिरता और प्रिडेक्‍टेबिलिटी लाने के लिए प्रोसेस ड्राइवेन हों.

सवाल- शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी रही है. बाजार किस ओर जा रहा है, इस पर आपका क्या विचार है? क्या इक्विटी मार्केट ओवरवैल्यूड हैं?

जवाब – यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि किसी भी समय बाजार का मूल्य अधिक है या नहीं. बड़ी कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण उत्पादकता लाभ हुआ है और मांग अब तक कमजोर होने के संकेत नहीं दिखा रही है. आसान मौद्रिक स्थितियों को अतीत में भी सभी नावों को उठाने के लिए जाना जाता है.

सवाल- आपके अनुसार इस समय इक्विटी निवेशकों को सबसे अच्छी रणनीति कौन सी अपनानी चाहिए?

जवाब- इक्विटी और लोन एलोकेशन के बीच संतुलन सुनिश्चित करने के लिए पोर्टफोलियो के पीरियोडिक रिबैलेंसिंग को अपनाया जा सकता है.

सवाल – पहली बार निवेश करने वालों सहित कई निवेशक म्यूचुअल फंड के माध्यम से जाने के बजाय प्रत्यक्ष निवेश के लिए जाने की कोशिश कर रहे हैं. आप इस प्रवृत्ति को कैसे देखते हैं?

जवाब- म्युचुअल फंडों के माध्यम से जाना हमेशा बेहतर होता है, जहां कोई आपके कॉर्पस के 1-2% के रूप में कम शुल्क पर उनके लिए काम करने के लिए कुछ बेहतरीन लोगों को काम पर रख सकता है. हालांकि, प्रत्यक्ष निवेश की जल्‍दी और एड्रेनालाईन की भीड़ म्यूचुअल फंडों से मेल नहीं खा सकती है.

सवाल- स्टॉक आईपीओ कई बार ओवरसब्सक्राइब हो रहे हैं. आप इस प्रवृत्ति को कैसे देखते हैं और निवेशकों को आपकी क्या सलाह है?

जवाब- कोई विश्वसनीय मॉडल नहीं हैं जो आईपीओ को रेट कर सकते हैं और वह एक कारण के लिए है. इक्विटी अस्थिर होते हैं, आम आदमी के लिए समझ से बाहर होते हैं. कैश फलो से सभी प्रकार की समस्‍या होती है और ओवरसब्सक्रिप्शन पेशकश पर कंपनियों की बेहतर गुणवत्ता के बजाय अत्यधिक कैश संकेत दिखाई देता है.

Published - August 4, 2021, 10:34 IST