रियल एस्टेट का समय अब बदल रहा है. कई लोगों ने खुद के लिए या फिर निवेश को देखते हुए प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बनाना शुरू कर दिया है. अब एक तरफ कुछ लोग पहले से बसी हुई जगहों पर खरीदना पसंद कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग डेवलप हो रही सोसाइटीज में प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं. अगर आप ऐसे इलाके में संपत्ति खरीदना चाहते हैं जो अभी तैयार हो रही है तो कुछ बातें हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए.
ट्रिगर को समझना बहुत जरूरी है जिसकी वजह से उस इलाके में चहल पहल बढ़ना शुरू हुई है. वो ट्रिगर उस इलाके में आने वाला एक नया एयरपोर्ट या एक नया एडमिनिस्ट्रेटिव सेंटर भी हो सकता है. आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए क्योंकि इससे आपको ये समझने में मदद मिलेगी कि भविष्य में उस इलाके का विकास कैसा होगा.आप भविष्य में इस निवेश से बाहर निकलने की संभावना बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको उस तरह की संपत्तियों का भी आकलन करना चाहिए जो मांग में बनी रहेगी. वैसे तो बसावट बढ़ने वाले इलाके में पहले दिन से ही सभी बुनियादी सुविधाओं की उम्मीद करना ज्यादा होगा. इनमें कनेक्टिविटी, इंटरनेट, स्कूल, ऑफिस और सामाजिक आधारभूत संरचनाओं जैसी सुविधाएं हो सकती हैं. हां आपको डेवलपमेंट प्लान जरूर देखना चाहिए. वरना आपको आगे मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
जब एक नए इलाके में किसी बड़े प्रोजेक्ट या किसी ट्रिगर की बात की जाती है, तो इलाके के कई जमींदार रातों रात डेवलपर बन जाते हैं. ये परेशानी वाली बात है. इनके पास काम करने का कोई अनुभव नहीं होता और इनसे संपत्ति खरीदना जोखिम भरा हो सकता है. भले ही ये एक अच्छे इलाके में क्यों ना हों. चाहे उनमें से कुछ ने रेरा (RERA) के तहत और टाउन प्लानिंग अथॉरिटी (town planning authority) के साथ खुद को रजिस्टर भी करवा लिया हो पर आपको प्रॉपर्टी के समय पर हैंडओवर के बारे में किसी आश्वासन की जरूरत होगी.
बड़े डेवलपर से जुड़े रहने का प्रयास करें. ये डेवलपर आम तौर पर उस इलाके में रहने वालों के लिए सभी बेसिक सुविधाओं को जुटाते हैं और स्टैंडअलोन बिल्डिंग के मुकाबले बड़ी टाउनशिप बनाना पसंद करते हैं. वो न केवल समय पर आपको पजेशन देते हैं हैं बल्कि वादे के मुताबिक बढ़िया संपत्तियां भी मुहैया कराते हैं.
चाहें आप सभी जरूरी बातों की जानकारी ले लेते हैं और एक प्रतिष्ठित डेवलपर के अच्छे प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट करते हैं पर आपको वर्चुअल साइट विजिट पर भरोसा नहीं करना चाहिए. संपत्ति खरीदारों को दरअसल अपने घरों में बैठकर संपत्ति बुक करना सुविधाजनक लगता है और बिक्री की पिच भी जोरदार होती है. कई खरीदारों को दूर-दराज के इलाकों में निवेश करने का लालच दिया जाता है. आपको इस कंडीशन से बचना चाहिए और साइट का खुद जाकर दौरा करना चाहिए. इससे आपको जमीनी हकीकत जानने में मदद मिलेगी. कई बार साइट का दौरा हमें आसपास की स्थिति और कनेक्टिविटी के बारे में बहुत कुछ बताता है जो डेवलपर आपको नहीं बताएगा. इसके अलावा, डेवलपर्स भविष्य में बनने वाले कई बुनियादी ढांचों का वादा करते हैं. तो ऐसे इलाकों में जाकर आप मौजूदा समय और भविष्य के बीच का अंतर समझ सकते हैं.
प्रॉपर्टी के साथ मिलने वाली सुविधाओं को देखते हुए संपत्ति की कीमत की तुलना जरूर करें. इस मामले में रेरा वेबसाइट अलग-अलग प्रोजेक्ट के बारे में कुछ जानकारी दे सकती है. इसके अलावा, अपनी बुकिंग को आगे बढ़ाने से पहले वहां के ब्रोकर से संपर्क करें. अक्सर, डेवलपर सबवेंशन स्कीम (subvention schemes) के बदले निर्माण-लिंक्ड भुगतान योजनाओं (construction-linked payment plans) के लिए खरीदारों को छूट देते हैं. इसको अच्छे से समझें और प्रभावी कीमतों की तुलना करें. एक एडवाइजर को शामिल करें, खासकर जब आप होम लोन की मदद से संपत्ति लेने जा रहे हैं.
सरकार और नगर नियोजन प्राधिकरण आक्रामक समय सीमा के साथ कई योजनाओं की घोषणा करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उसे पूरा होने में ज्यादा समय लग सकता है. इस तरह की देरी को ध्यान में रखें. भले ही डेवलपर समय पर संपत्ति डिलीवर करता है पर प्रॉपर्टी की असल क्षमता बहुत बाद में पता चलती है. जैसे ही नए विकास के लिए ट्रिगर तैयार होता है और ज्यादा लोग उस इलाके में आना शुरू करते हैं, कीमतें और किराया बढ़ने लग जाता है.