कैपिटल गेन टैक्स बचाने के बारे में सोच रहे हैं? तो ये रहा बेहतरीन विकल्प

54EC बॉन्ड लोकप्रिय निवेश साधन हैं क्योंकि इनमें निवेश से आप लंबी अवधि के कैपिटल गेन टैक्स पर छूट का दावा कर सकते हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - November 18, 2021, 12:21 IST
कैपिटल गेन टैक्स बचाने के बारे में सोच रहे हैं? तो ये रहा बेहतरीन विकल्प

Pexels - पूंजीगत संपत्ति को स्थानांतरित करने के 6 महीने के भीतर 54EC बॉन्ड में निवेश करने से आपको टैक्स-बेनिफिट मिलता है.

Pexels - पूंजीगत संपत्ति को स्थानांतरित करने के 6 महीने के भीतर 54EC बॉन्ड में निवेश करने से आपको टैक्स-बेनिफिट मिलता है.

What is a 54EC Bonds or Capital Gain Bonds: वित्तीय वर्ष में कुछ ही महीने शेष हैं, और कई करदाता कर कटौती या कर छूट प्राप्त करने के लिए निवेश करने के विकल्पों पर विचार कर रहे होंगे. कई करदाता कैपिटल गेन टैक्स (सीजीटी) को कम करने के तरीकों के बारे में सोच रहे होंगे, लेकिन बहुत से लोग इस वित्तीय साधन में निवेश के बारे में नहीं जानते होंगे जो कैपिटल गेन टैक्स से छूट प्रदान करता है और 50 लाख रुपये तक का निवेश करने की अनुमति देता हैं. 54EC बॉन्ड या कैपिटल गेन बॉन्ड एक ऐसा साधन है, जो आपको पूंजीगत लाभ कर (capital gain tax) से छूट दिलाता है, बशर्ते कि कुछ शर्तें पूरी हों.

54EC बॉन्ड या कैपिटल गेन बॉन्ड्स क्या हैं

54EC बॉन्ड या कैपिटल गेन बॉन्ड्स इनमें से किसी एक द्वारा जारी निश्चित आय प्रतिभूतियां (Fixed Income Securities) हैं:
– Rural Electrification Corporation Limited (REC)
– National Highway Authority of India (NHAI)
– Power Finance Corporation Limited (PFC)
– Indian Railway Finance Corporation Limited (IRFC)

54EC बॉन्ड या कैपिटल गेन बॉन्ड्स की बेसिक जानकारी

पात्रता: 54EC बांड में निवेश करने के लिए एक व्यक्ति या HUF पात्र हैं.
लॉक इन पीरियड: 54EC बॉन्ड में निवेश 5 साल की लॉक इन अवधि के साथ आता है, और यह गैर-हस्तांतरणीय (non-transferable) है. 2018 से पहले यह अवधि 3 साल थी.
निवेश सीमा: निवेश की सीमा 50 लाख रुपये है, जिसमें न्यूनतम 10,000 रुपये का निवेश है. प्रत्येक बॉन्ड की कीमत 10,000 रुपये है. यानी, न्यूनतम 1 बॉन्ड और अधिकतम 500 बॉन्ड में निवेश किया जा सकता है.
ब्याज आय: 54EC बॉन्ड में निवेश पर 5% की दर से वार्षिक ब्याज आय का भुगतान किया जाएगा. पहले ऐसे बॉन्ड में सालाना 6% इंटरेस्ट रेट था.
टैक्सेशन: लंबी अवधि की पूंजीगत संपत्ति की बिक्री या हस्तांतरण से उत्पन्न होने वाले पूंजीगत लाभ में कर से छूट, और 54EC बॉन्ड में निवेश पर किसी भी कैपिटल गेन पर टैक्स की छूट. दूसरी ओर, ब्याज आय, इनकम टैक्स के अधीन है. हालांकि, TDS नहीं काटा जाता है और ब्याज आय का खुलासा करने की जिम्मेदारी व्यक्तिगत करदाता पर होती है.
टैक्स बेनिफिटः ऐसे बॉन्ड में निवेश से आपको जो ब्याज मिलता है वह टैक्सेबल है, लेकिन उस पर कोई TDS नहीं काटा जाता और वेल्थ टैक्स में भी छूट है. आप अधिकतम 50 लाख रुपये तक छूट ले सकते है.
क्रेडिट रेटिंग: REC और PFC, दोनों बॉन्ड इंस्ट्रूमेंट्स को CRISIL, ICRA और CARE द्वारा AAA की रेटिंग जारी की गई हैं.

क्या हैं निवेश की प्रक्रिया

ये बॉन्ड स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नहीं हैं, इसलिए आप उन्हें जारीकर्ता द्वारा सीधे या तो डीमैट रूप में या भौतिक रूप में खरीद सकते हैं. आपको इश्यूअर कंपनी की वेबसाइट से इनका फॉर्म डाउनलोड करना पड़ता है और उसे जमा करवाना होता है. उनकी वेबसाइट पर अधिकृत ब्रोकर्स और बैंक की सूची दी गई है, जिनके जरिए भी इसमें निवेश कर सकते हैं.

कैपिटल गेन पर टैक्स से बचाती हैं ये शर्त

लंबी अवधि तक निवेश या खर्च से हो रहे कैपिटल गेन पर टैक्स बचाने के लिए, करदाता को निवेश की बिक्री या हस्तांतरण के 6 महीने के भीतर, लंबी अवधि की संपत्ति की बिक्री से प्राप्त आय को 54EC बांड में पुनर्निवेश करना होगा. याद रखें, निवेश पर छूट केवल अचल संपत्ति (यानी भूमि या प्रॉपर्टी की बिक्री) की बिक्री पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ के खिलाफ दी जाती है.

Published - November 18, 2021, 12:21 IST