Retirement Planning: हमारे कामकाजी जीवन के दौरान सेवानिवृत्ति योजना (Retirement Planning) हमारी सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय प्राथमिकताओं में से एक होनी चाहिए. बहुत से लोग अपने बच्चों की उच्च शिक्षा या शादी के लिए अपनी सेवानिवृत्ति योजनाओं का त्याग कर देते हैं. उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि अगर वे सेवानिवृत्ति के दौरान अपनी वित्तीय स्वतंत्रता खो देते हैं तो वे अपने बच्चों पर वित्तीय बोझ बन सकते हैं. रिटायरमेंट के लिए निवेश करने के लिए आप म्यूचुअल फंड का सहारा से सकते है, जो एक ही समय में आपके अन्य वित्तीय लक्ष्यों को भी पूरा करने में मदद करता है.
म्यूचुअल फंड देता है विविधता
म्युचुअल फंड से आपको विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों और उप-वर्गों में निवेश करने में मदद मिलती हैं, जिससे आप बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. आप विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड को चुन सकते है और अपनी रिस्क-केपेसिटी के आधार पर इक्विटी और डेट के बीच बेलेंस बना सकते है.
RoI है महत्वपूर्ण
वैल्थ क्रिएशन के लिए रिटर्न ओन इंवेस्टमेंट (RoI) यानि, निवेश पर वापसी सबसे महत्वपूर्ण है. आपके रिटायरमेंट में अभी 10-15 साल का वक्त है तो इतनी लंबी अवधि में इक्विटी सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला परिसंपत्ति वर्ग साबित हो सकता है.
एकमुश्त या SIP
म्यूचुअल फंड आपको एकमुश्त और हर महीने निवेश करने की सुविधा प्रदान करते है. एक्सपर्ट के मुताबिक, सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के ज़रिए निवेश करने से बेहतर रिटर्न मिलता है और रिटायरमेंट के लिए निवेश करना है तो म्यूचुअल फंड SIP बेहतरीन हथियार है. आपको केवल यह तय करना है कि, आपकी रिटायरमेंट में अभी कितना वक्त बाकी है, आपको रिटायरमेंट के लिए कितना फंड इकट्ठा करना है और आपकी रिस्क लेने कि क्षमता कितनी है.
अनुशासन और कंपाउंडिंग का फायदा
आप हर महीने आपके सेविंग बैंक अकाउंट से ऑटो-डेबिट सुविधा के ज़रिए धीरे-धीरे निवेश कर सकते हैं. SIP आपको अनुशासित निवेश करने में मदद करता है. इतना ही नहीं, SIP के कारण आपको रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा भी मिलता है. म्यूचुअल फंड में SIP करने से लंबी अवधि तक निवेश किया जाए तो पावर ओफ कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है और आप काफी अच्छा फंड इकट्ठा कर सकते हैं.
STP और SWP की सुविधा
म्यूचुअल फंड आपको समय-समय पर अपने निवेश से एक राशि निकालने की अनुमति देते हैं. राशि निकालने के बाद शेष निवेश कोष पर आपको चुने हुए म्यूचुअल फंड श्रेणी के अनुसार ही रिटर्न भी मिलता रहता है.
सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय के लिए भी म्यूचुअल फंड काम आता है, जिसके लिए आपको सिस्टेमेटिक विथ्ड्रोअल प्लान (SWP) का सहारा लेना चाहिए.
जब आपकी निवृत्ति का वक्त निकट हो तब अपने निवेश को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, जिसके लिए आप डेट म्यूचुअल फंड का सहारा ले सकते है.
मान लीजिए, आपके निवृत्ति में 5 साल का वक्त बाकी है और पीछले 12 साल से इसके लिए निवेश कर रहे है, तो अब इस निवेश को संभवित नुकसान से बचाने के लिए सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) के ज़रिए डेट फंड में निवेश करना चाहिए और बाद में SWP से अपनी ज़रूरत के आधार पर पैसे निकालने का प्रबंधन करना चाहिए.