आप भी करते हैं म्यूचुअल फंड में निवेश तो ऐसे चेक करें इसका परफॉर्मेंस

आपको अपने म्यूचुअल फंड निवेश के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए उसके रिटर्न के अलावा दूसरे पहलुओं को भी अच्छी तरह से चेक करना चाहिए.

  • Team Money9
  • Updated Date - October 8, 2021, 11:49 IST
How to Check Performance of the Mutual Fund?

Pixabay - किसी भी फंड के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण पैरामीटर हैं उसका लगातार बेहतर प्रदर्शन. एक बेहतर फंड का रिटर्न अपने बेंचमार्क और कैटेगरी से ज्यादा होना चाहिए.

Pixabay - किसी भी फंड के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण पैरामीटर हैं उसका लगातार बेहतर प्रदर्शन. एक बेहतर फंड का रिटर्न अपने बेंचमार्क और कैटेगरी से ज्यादा होना चाहिए.

म्यूचुअल फंड के निवेशक उनके फंड का प्रदर्शन नापने के लिए वृद्धि के आंकडे़ देखना पसंद करते हैं. म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपनी एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) और फंड फ्लो जैसे मेट्रिक्स को अपनी व्यावसायिक ताकत के रूप में प्रदर्शित करती हैं. लेकिन ये मेट्रिक्स दूसरे फंड या स्कीम्स के खिलाफ कंपनी के वास्तविक प्रदर्शन में बहुत कम अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं और निवेशक की एक सूचित निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं.

निवेशक को केवल रिटर्न के आंकड़ों के आधार पर अपने फंड के प्रदर्शन का मूल्यांकन नहीं करना चाहिए. आपने जिस उद्देश्य से फंड का चयन किया था, क्या फंड अभी भी वह उद्देश्य हासिल करने की ओर आगे बढ रहा है या नहीं ये देखना भी जरूरी है.
निवेशकों के लिए, म्यूचुअल फंड के प्रदर्शन का विश्लेषण उन्हें एक मजबूत व्यावसायिक प्रदर्शन वाली एसेट मेनेजमेंट कंपनी (AMC) का चयन करने में मदद करता है. हालांकि, जब बाजार नीचे होता है, या उच्च अस्थिरता की अवधि होती है, तब फंड के प्रदर्शन को नापने के लिए जो मेट्रिक्स इस्तेमाल होते हैं, वे भी काफी अस्थिरता का सामना करते हैं.

फंड बनाम बेंचमार्क

मान लीजिए आपने ऐसे स्मॉलकैप फंड में निवेश किया है, जिसका बेंचमार्क Nifty Free Float Smallcap 100 है. यदि आपके फंड ने एक साल में 30 फीसदी रिटर्न दिया है और बेंचमार्क का रिटर्न 25 फीसदी है, तो इसका मतलब है कि आपके फंड ने अल्फा जनरेट किया है और शानदार रिटर्न दिया है. अगर इसने 15-20 फीसदी रिटर्न दिया होता तो इसके प्रदर्शन को कमजोर मानना चाहिए और आपको ऐसे फंड को दूर कर देना चाहिए.

ये है फंड के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण पैरामीटर

अक्सर निवेशक केवल पिछले 1 साल या 2-3 साल के प्रदर्शन के आंकडे़ देखते हैं, लेकिन आपको कम से कम 5-7 साल का प्रदर्शन चेक करना चाहिए, क्योंकि किसी भी फंड के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण पैरामीटर है उसका लगातार बेहतर प्रदर्शन. अगर फंड का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा है यानी तेजी के दौर में शानदार प्रदर्शन जबकि मंदी में कमजोर प्रदर्शन, तो इस तरह के फंड को अपने पोर्टफोलियो में रखने से बचें.

फंड बनाम कैटेगरी

आपको अपने फंड की तुलना समान कैटेगरी वाले फंड्स के साथ करनी चाहिए. इसके लिए कई ऑनलाइन फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स और बेवसाइट पर तुलनात्मक नतीजे जानने की सुविधा उपलब्ध है. आपको लार्ज कैप फंड की तुलना स्मॉलकैप फंड या दूसरे एसेट क्लास मसलन गोल्ड, एफडी और रियल एस्टेट से नहीं करनी चाहिए.

प्रतिस्पर्धी स्कीम से तुलना करें

निवेशकों को दूसरी प्रतिस्पर्धी स्कीम को भी देखना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि समान फंड से इसकी तुलना करें. मतलब लार्ज कैप फंड की दूसरे लार्ज कैप फंड से तुलना करें और मिडकैप फंड की दूसरे मिडकैप फंड से तुलना करें. फंड की हर कैटेगरी का प्रदर्शन अलग-अलग होता है. एक बेहतर फंड का रिटर्न अपने बेंचमार्क और कैटेगरी से ज्यादा होना चाहिए.

फंड हाउस की रणनीति

निवेशकों को रिटर्न के अलावा दूसरे रेशियो और दूसरी खूबियां देखने चाहिए. उदाहरण के तौर पर फंड हाउस की रणनीति और फंड का प्रबंधन करने वाली टीम के बारे में जानकारी रखनी चाहिए.

Published - October 8, 2021, 11:49 IST