SIP का एक वैरियंट हैं Flex SIP, जानिए Flex SIP कैसे करती हैं काम

Flex SIP निवेशक को बाजार में तेजी के वक्त निवेश घटाने और बाजार नरम होने पर SIP की रकम बढ़ाने का विकल्प देती हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - November 13, 2021, 01:36 IST
SIP का एक वैरियंट हैं Flex SIP, जानिए Flex SIP कैसे करती हैं काम

एक निश्चित राशि का निवेश न करते हुए अपने निवेश पर अधिक नियंत्रण पाने के लिए Flexi SIP चुन सकते हैं.

एक निश्चित राशि का निवेश न करते हुए अपने निवेश पर अधिक नियंत्रण पाने के लिए Flexi SIP चुन सकते हैं.

Know Everything About Flex SIPs: सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) आपको एक तय समय पर म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश का मौका देता है. इसका एक वैरियंट ‘Flex SIP’ है, जो आपको हर महीने अपने निवेश की मात्रा में बदलाव करने की अनुमति देता है. यदि आप एक निश्चित राशि का निवेश नहीं करना चाहते हैं, और अपने निवेश पर अधिक नियंत्रण चाहते हैं, तो आप एक Flex SIP स्थापित कर सकते हैं.

Flex SIP क्या हैं?

फ्लेक्स सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Flex SIP) एक ऐसी सुविधा है जिसमें एक निवेशक म्यूचुअल फंड (इन्वेस्टी स्कीम) की स्कीम में पूर्व निर्धारित तिथि पर अपने निवेश के मूल्य से जुड़ी परिवर्तनीय राशि का निवेश करने का विकल्प चुन सकता है. यह सुविधा निवेशकों को बाजार में गीरावट के वक्त अधिक निवेश करके बाजार की गतिविधियों का लाभ उठाने की अनुमति देती है.

बाजार के साथ फ्लेक्सिबिलिटी

Flex SIP में पहले से निर्धारित फॉर्मूले के आधार पर निवेश की रकम बढ़ाने और घटाने की सुविधा मिलती है. बाजार में तेजी होने पर निवेशक निवेश की रकम घटा सकते हैं. वहीं, बाजार के नरम होने पर उनके पास सिप की रकम बढ़ाने का विकल्प होता है.

Flex STP क्या हैं?

फ्लेक्स सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (Flex STP) एक ऐसी सुविधा है, जिसमें म्यूचुअल फंड की किसी भी लागू ओपन एंडेड स्कीम के तहत निवेशक अपने निवेश के मूल्य से जुड़ी परिवर्तनीय राशि को पूर्व निर्धारित तिथि पर स्थानांतरित करने का विकल्प चुन सकता है. निवेशक म्यूचुअल फंड की ओपन एंडेड स्कीम (“ट्रांसफर स्कीम”) को नामित ओपन-एंडेड स्कीम (“ट्रांसफ़री स्कीम”) के ग्रोथ ऑप्शन में ट्रांसफर कर सकता हैं.

एप्लीकेशन फॉर्म

एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) में SIP इंस्ट्रक्शन रजिस्टर करते समय निवेशक को फ्लेक्सी SIP का विकल्प चुनना पड़ता है. इसके लिए एक खास फॉर्म भरने की जरूरत होती है. SIP एप्लीकेशन फॉर्म में भी निवेशक फ्लेक्सी सुविधा को चुन सकते हैं.

फिक्स्ड इंस्टॉलमेंट

निवेशक को SIP की न्यूनतम रकम (क‍िस्‍त) तय करने की जरूरत होती है. इस क‍िस्‍त को हर स्थिति में निवेश करना पड़ता है.

SIP की अवधि

फ्लेक्सी SIP न्यूनतम अवधि के लिए रजिस्टर की जा सकती है. अधि‍कतम अवधि 3 से 5 साल की हो सकती है. इसे मास‍िक या त‍िमाही आधार पर देना पड़ता है. हर महीने निवेश की जाने वाली SIP की रकम इनमें से जो ज्‍यादा होगी, वह देय होगी: -फिक्स्ड इंस्टॉलमेंट अमाउंट-फ्लेक्सी SIP फॉर्मूला से निकाली गई रकम.

पेमेंट

प्रति किस्त (इंस्टॉलमेंट) जितनी भी तय रकम निवेश की जानी है, उसकी अधिकतम दोगुनी रकम के साथ ओटीएम मैनडेट रजिस्टर करना पड़ता है. अमूमन सिप की पहली किस्त एक तय रकम होती है.-अगर पर्याप्त बैलेंस न होने या तकनीकी कारणों से स‍िप की क‍िस्‍त पलटी जाती है तो फिक्स्ड इंस्टॉलमेंट अकाउंट के लिए फ्लेक्सी सिप में बची किस्त को प्रोसेस किया जाता है.

डिफ़ॉल्ट राशि

आपको अपने निवेश के लिए एक डिफ़ॉल्ट राशि निर्दिष्ट करनी होगी. आपकी SIP की तारीख से सात दिन पहले, आपके पास उस महीने के लिए SIP राशि बदलने का विकल्प होगा. यदि आप SIP राशि नहीं बदलते हैं, तो आपके द्वारा चुनी गई डिफ़ॉल्ट राशि का निवेश किया जाएगा.

Published - November 13, 2021, 01:36 IST