Passive Income Ideas: हर कोई चाहता हैं कि उसे एक्टिव इनकम के साथ साथ पैसिव इनकम भी मिलती रहे. पैसिव इनकम कमाने के कई तरीके हो सकते हैं. आपकी स्किल और इन्वेस्टमेंट के जोर पर आप कई तरीके से अपनी पैसिव इनकम चालू कर सकते है. आपको इसके लिए शुरुआत में परिश्रम करना पड़ सकता है. इन्टरनेट के कारण पैसिव इनकम के विकल्प बढ़ गए है. आप इ-बुक (e-book) सेल करके, किताब लिख के, प्रॉफेशनल फोटोग्राफ बेचके, एप्लीकेशन या वेबसाइट बनाके, अपना फर्निचर या इक्विपमेंट या मटीरियल किराए पर देकर, कार रेंट पर देकर पैसिव इनकम के सोर्स बना सकते हैं.
पैसिव इनकम यानि की वो इनकम होती है, जिसके लिए आपको सक्रिय रूप शामिल (Actively involve) नहीं होना होता है. आप काम करे या न करे आपकी इनकम आती रहती है. इसमें उदाहरण के तौर पर देखे तो मकान किराये पर देना. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ काम करना नहीं होता है. आपके मकान का रेंट आपको हर महीने आता रहता है.
शुरूवात में तो सब लोग एक्टिव इनकम करके ही पैसे कमाते है, मतलब नौकरी या कारोबार. लेकिन जिंदगी के सभी दिन समान नहीं होते है. यदि कभी आपकी नौकरी चली जाए या आप एक्टिव्ली काम ना कर सके तो ऐसे वक्त में पैसिव इनकम आपके काम आ सकती हैं. बुढ़ापे में रिटायरमेंट के बाद आपकी एक्टिव इनकम कम या पूरी बंद होती है. लेकिन यदि आप कम आयु में ही पैसिव इनकम सोर्स बनाना चालू करते है तो यह कुछ साल बाद आपको एक्टिव इनकम से भी ज्यादा इनकम प्राप्त हो सकती है. यह आपके रिटायरमेंट के लिए अच्छा सहारा बन सकती है.
पैसिव इनकम (निष्क्रिय आय) को मोटे तौर पर दो तरीकों से वर्गीकृत किया जा सकता है:
(1) संपत्ति से आय – स्टॉक, FDs (उधार), रियल एस्टेट, विज्ञापन स्थान (आपकी संपत्ति, वेबसाइट में) आदि.
(2) विशेषज्ञता / रचनात्मकता / प्रभाव से इनकम प्राप्त करना – विज्ञापन आय (प्रायोजन), संबद्ध आय, पुस्तकों से रॉयल्टी, कला, संगीत से रॉयल्टी इनकम आदि.
वैसे तो पैसिव इनकम कमाने के कई विकल्प हो सकते हैं, लेकिन यहां हम कुछ विशिष्ट उदाहरण देखेंगे. हम ऐसे कितने भी उदाहरण सूचीबद्ध कर सकते हैं. ध्यान दें कि पैसिव इनकम केवल “डिजिटल” तरीकों से नहीं मिलती हैं. इसके लिए आपका “ऑनलाइन” होना जरूरी नहीं है. लोगों में यह एक गलत धारणा है कि पैसिव इनकम सिर्फ ऑनलाइन या डिजिटल तरीकों से मिल सकती हैं. आप ग्राफिक डिजाइनर या वीडियो एडिटर बनके या पार्ट-टाईम फोटोग्राफर या मोडल बनकर भी अलग से अतिरिक्त पैसे कमा सकते हैं.
पैसिव इनकम करने के लिए यह सबसे पुराना और पॉपुलर तरीका है. आप कही तरह की रियल एस्टेट प्रॉपर्टी जैसे की घर, जमीन, शॉप, ऑफिस, गोदाम को रेंट पर दे कर रेगुलर अच्छी खासी पैसिव इनकम चालू कर सकते है. लेकिन यदि आप अपने घर का कोई एक कमरा भी यूज़ नहि कर रहे तो आप एक कमरा भी पेइंग गेस्ट के तौर पे रेन्ट पर दे सकते है.
आप SIP के जरिए निवेश कर सकते हैं, या स्टॉक्स, बांड्स, सिक्योरिटीज में डायरेक्ट भी निवेश कर सकते है. कुछ कंपनियां आपको सालाना डिविडेंड भी देती रहती है.
आप अपना YouTube चेनल शुरु कर सकते हैं और फ्री वीडियो के साथ साथ मेम्बरशिप वाले वीडियो अपलोड कर सकते हैं. प्रीमियम कंटेन्ट के बदले में आप चैनल मेम्बरशिप से रिकरिंग इनकम प्राप्त कर सकते है. आप जिस भी सब्जेक्ट में टॉपिक में प्रोफेशनल हो उस पर आप विडियो के फॉर्मेट में छोटे छोटे कोर्सेज बनाके सेल कर सकते है.
एक वित्तीय सलाहकार के तौर पर आप फ्री गाइड बन सकते है और लोगों को “कैसे कर बचा सकते हैं, सही निवेश कर सकते हैं और चिंता मुक्त खर्च कर सकते हैं” ऐसे विषयो पर गाइडन्स दे सकते हैं. आप पेइड गाइड भी बन सकते हैं.
आप अपनी नौकरी के साथ साथ पार्ट-टाईम काम करके भी अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं. दिन के 3-4 घंटे कहीं पर काम करने से या वर्क फ्रोम होम के जरिए काम करने से भी आप नया इनकम सोर्स बना सकते हैं.
यदि आप लिखने के शौकीन हैं तो कई कंपनियों और ब्रान्ड के लिए कंटेन्ट जनरेट करने का काम कर सकते हैं.
कुछ कंपनियां आपको डिजाइन करने का मौका देती हैं. आप उन्हें अपनी डिजाइन बेच सकते हैं, जो बैग, एक्सेसरीज़, टी-शर्ट आदि में उपयोग में ली जाती हैं और बाद में उसे अन्य स्टोर्स को बेचा जाता हैं. इससे कोई बड़ी कमाई नहीं होती लेकिन हर महीने कुछ राशि अवश्य मिलती हैं.
आप किसी विषय पर ब्लोग के जरिए लोगों को माहिती और गाइडन्स प्रदान कर सकते हैं. जैसे आप अमेरिका में होलिडे के दौरान क्या ध्यान रखना चाहिए या शोपिंग सीजन में कैसे डिस्काउंट का फायदा उठाना चाहिए, ऐसे विभिन्न विषयो पर विशेष जानकारी प्रदान करने वाले आर्टिकल लिख सकते हैं. आपको प्रीमियम विज्ञापनदाता मिल जाएंगे और विज्ञापन से अच्छी इनकम होगी.
एफिलिएट मार्केटिंग यानि की आप किसी भी कंपनी का सामान या सर्विस ऑनलाइन अपने कंटेंट वेबसाइट के जरिये बेच सकते हैं. यदि आपके लिंक के जरिये कोई व्यक्ति कुछ भी खरीदता है तो आपको इसके बदले कमिशन मिलता है. इसे एफिलिएट कमिशन कहते है.