जीवन में रिटायरमेंट की सही प्लानिंग करना बहुत जरूरी होता है. कामकाजी जीवन के पहले दिन से ही इसकी शुरुआत कर देनी चाहिए. इससे फाइनेंशियल डिसिप्लिन भी आता है. जितनी जल्दी आप रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू करेंगे आपको उतना अधिक फायदा होगा. यदि आप 50 वर्ष की उम्र तक 15 करोड़ रुपये तक का रिटायरमेंट फंड तैयार करना चाहते हैं तो यहां आपको कुछ तरीके सुझाए जा रहे हैं. कोलकाता के फाइनेंशियल एडवाइजर नीलोत्पल बनर्जी का कहना है, रिटायरमेंट के लिए शुरू से ही निवेश करना जरूरी होता है.
रिटायरमेंट फंड तैयार करने के लिए म्यूचुअल फंड निवेश बेहतर विकल्प होता है, क्योंकि इसमें लंबी अवधि के दौरान इतना रिटर्न मिल जाता है जो महंगाई की भरपाई कर देता है. आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड निवेश शुरू कर सकते हैं. जानकारों के मुताबिक, जब आपकी उम्र 20 साल के आसपास हो, तभी से छोटी राशि से SIP शुरू कर देना चाहिए. आय बढ़ने से साथ इस राशि को भी बढ़ाना चाहिए. यदि कोई व्यक्ति 25 की उम्र में 25 हजार रुपये मासिक की SIP शुरू कर करता है तो वह 52 की उम्र तक 81 लाख रुपये निवेश करेगा. यदि इस पर 14 फीसदी का सालाना रिटर्न मिलता है तो 52 साल की उम्र में उसकी कुल जमा 9.1 करोड़ हो जाएगी.
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) भी निवेश का अच्छा तरीका है. युवावस्था में निवेश के दौरान आप 70 से 75 फीसदी पैसा शेयरों पर और बाकी सरकारी बॉन्डों पर लगा सकते हैं.
यदि आप इसमें 52 साल की उम्र तक 20 हजार रुपये महीना लगाते हैं और आपको 12 फीसदी रिटर्न मिलता है, तो 27 सालों में आपका फंड 4.84 करोड़ रुपये हो जाएगा. 60 की उम्र में आपको 3 करोड़ रुपये मिलेगा, जबकि बाकी का 1.84 करोड़ एन्युटी के रूप में प्राप्त होगा. 7 फीसदी की एन्युटी दर से आपको 52 हजार रुपये का पेंशन प्राप्त होगा.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सुरक्षित विकल्प होता है. PPF में 15 वर्ष की लॉक-इन अवधि होती है और सरकार इसकी गारंटी लेती है. इस पर 7.1 फीसदी का सालाना रिटर्न प्राप्त होता है. 15 की लॉक-इन अवधि पूरी होने के बाद आप इसे हर पांच साल के लिए बढ़ा सकते हैं. मसलन, यदि आप हर साल इस पर 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो 27 साल में आपकी कुल जमा 1.22 करोड़ रुपये हो जाएगी. पूरी राशि पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
जानकारों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति 52 की उम्र तक 15 करोड़ रुपये तक का रिटायरमेंट फंड तैयार करना चाहता है तो उसे हर महीने 57 हजार रुपये का निवेश करना चाहिए. बनर्जी का कहना है कि इसके लिए व्यक्ति की मासिक आय कम से कम 80 हजार रुपये होना चाहिए. वहीं उस पर होम लोन या कार लोन है तो यह मासिक वेतन 1 लाख रुपये से ज्यादा होना चाहिए.