छोटे शहरों ने माना इक्विटी का दम, इतना पैसा करते हैं निवेश

Equity: जुलाई 2021 तक निजी निवेशकों के पास 25.33% एसेट्स B30 स्थानों से ताल्लुक रखते हैं और बाकी बचे 74.67 फीसदी टी30 से आते हैं.

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imgae: Unsplash, भारत के म्यूचुअल फंड्स एसोसिएशन के जुलाई में जारी ताजा आकंड़ों के मुताबिक B30 (30 से अलग) जैसी जगहों से 70% निवेश Equity योजनाओं में लगाते हैं.

imgae: Unsplash, भारत के म्यूचुअल फंड्स एसोसिएशन के जुलाई में जारी ताजा आकंड़ों के मुताबिक B30 (30 से अलग) जैसी जगहों से 70% निवेश Equity योजनाओं में लगाते हैं.

Equity: भारत के म्यूचुअल फंड्स एसोसिएशन के जुलाई में जारी ताजा आकंड़ों के मुताबिक B30 (30 से अलग) जैसी जगहों से 70% निवेश Equity योजनाओं में लगाते हैं. बाकी गैर इक्विटी वाली स्कीमों में निवेश करते है. इसके अलावा, जुलाई 2021 में AUM यानि एसेट्स अंडर मैनेजमेंट के तहत बी-30 शहरों में 2 फीसदी का इजाफा देखने को मिला, जो बढ़कर 5.66 लाख करोड़ रुपये हो गया है. जब बात टॉप30 लोकेशन की हो तो, जुलाई 2021 के महीने में 41फीसदी निवेश इक्विटी स्कीम और 59 फीसदी निवेश गैर-इक्विटी स्कीम्स में देखने को मिला है. T30 भारत के टॉप 30 जगहों को दर्शाता है, जबकि B30 टॉप 30 से बाहर वाली जगहों को बतलाता है. 31 जुलाई 2021 तक भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के पास 35,31,853 करोड़ रुपए मैनेजमेंट के तहत संपत्ति (एयूएम) थी.

इनवेस्टर का रुख

Amfi की परिभाषा के तहत, इक्विटी वाली स्कीम्स में इक्विटी और बैलेंस फंड्स शामिल हैं. जबकि गैर इक्विटी वाली स्कीम्स में लिक्विड और मनी मार्केट स्कीम और डेट और डेट वाली स्कीम्स शामिल हैं.

जुलाई 2021 तक, 25.33 फीसदी एसेट्स बी30 लोकेशन से ताल्लुक रखने वाले निजी निवेशकों के पास थी. बाकी बची 74.67 फीसदी हिस्सेदारी टी30 में रहने वाले निवेशकों के पास है, जिन संस्थानों में डोमेस्टिक और विदेशी संस्थान और बैंक शामिल हैं, उनके पास B30 स्थानों से 5.46 फीसदी की एसेट्स है, और बाकी 95.54 फीसदी टी30 वालों के पास है.

निजी एसेट्स मुख्य रूप से डिस्ट्रिब्यूटर-संचालित होती है क्योंकि निजी निवेशकों की संपत्ति का 58% T30 शहरों से आया और डिस्ट्रिब्यूटर के जरिए लगाया गया.

जबकि डायरेक्ट इनवेस्टमेंट में निजी एसेट्स का 20% हिस्सा है, जिसे B30 से 4% और T30 से 16% के रूप में बांट दिया जाता है.

कम ट्रांजेक्शन लागत और आसानी से व्यापार करने की सहुलियत के कारण अब निवेशक प्रत्यक्ष निवेश की तरफ तेजी से रुख कर रहे हैं.

इसके अतिरिक्त, हाई क्वालिटी वाली डिस्ट्रिब्यूटर सेवाओं की कमी है, जिसके परिणामस्वरूप निवेशक सीधे म्यूचुअल फंड योजनाओं की ओर रुख कर रहे हैं.

अगर निवेशकों की ये आदत प्रवृत्ति जारी रहती है, तो टी30 शहरों के एयूएम के लिए डायरेक्ट इनवेस्टमेंट, रेगुलर स्कीम्स की तुलना में ज्यादा हो सकती है.

ऐसा भी कहा जाता है कि अधिकांश फिनटेक म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूशन प्लेटफॉर्म कमीशन नहीं लेते हैं और रेगुलर स्कीम्स की तुलना में कम कुल खर्च अनुपात वाले डायरेक्ट स्कीम पर फोकस करते हैं.

31 जुलाई 2021, अकाउंट्स की कुल संख्या (या म्यूचुअल फंड की भाषा में फोलियो) 10.55 करोड़ थी, जबकि इक्विटी, हाइब्रिड और सॉल्यूशन-आधारित स्कीम्स में फोलियो की कुल संख्या, अधिकांश निवेश रिटेल सेगमेंट से आता है, जो लगभग 8.72 करोड़ था.

Published - August 20, 2021, 02:17 IST