रिस्क के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी से भारतीय निवेशकों का बना हुआ है इश्‍क

Cryptocurrencies: शीर्ष एक्सचेंजों ने इंटरडे में काम करने वाले निवेशकों की संख्या में 200-500% की वृद्धि दर्ज की है.

This is important to know before investing in big names or any other crypto currency

एक्सचेंजों के अनुसार लगभग 105 मिलियन भारतीय क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं और व्यापारियों की संख्या लगभग 1 मिलियन है.

एक्सचेंजों के अनुसार लगभग 105 मिलियन भारतीय क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं और व्यापारियों की संख्या लगभग 1 मिलियन है.

Cryptocurrencies: बड़ा मुनाफा कमाने के लिए निवेशक अब क्रिप्टो करंसी की ओर रुख करने लगे हैं. पिछले कुछ सालों में इसमें निवेश तेजी से बड़ा है. निवेशक यह जानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी रिस्क है इसके बावजूद भी वह इसमें निवेश करते हैं और बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. बिटकॉइन, एथेरियम, रिपल और पोलका डॉट जैसी कई करेंसी हैं, जहां भारतीय अपना पैसा लगा रहे हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक गुड़गांव में एक आईटी आउटसोर्सिंग फर्म के लिए काम करने वाले तकनीकी विशेषज्ञ अनीश गुप्ता ने बताया, कभी-कभी क्रिप्टोकरेंसी से एक दिन के कारोबार से मेरी आय मेरे वेतन से अधिक होती है. मैं बड़े पैमाने पर बिटकॉइन, एथेरियम और ट्रॉन में निवेश करता हूं, छोटे निवेशकों ने भी तुरंत मौद्रिक लाभ प्राप्त करने के लिए क्रिप्टो को अपनाया है.

गुप्ता ने बताया वह हर दिन शाम 7 बजे अपनी कंपनी के लैपटॉप को बंद कर देते हैं और अपने निजी लैपटॉप में काम करना शुरू कर देते हैं. अपने निजी लैपटॉप में वह देर रात तक क्रिप्टो से जुड़ा काम करते हैं.

27 वर्षीय गुप्ता एक कोडर एक क्रिप्टो व्यापारी बन गए हैं. गुप्ता बड़े पैमाने पर बिटकॉइन, एथेरियम और ट्रॉन में व्यापार करते हैं.

 बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि बिटकॉइन, एथेरियम, डोगे, शीबा इनु और सोलाना जैसी क्रिप्टोकरेंसी अब तक के उच्चतम स्तर को छू गई हैं और साथ ही इसके व्यापारियों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है.

निवेशकों की संख्या में 200-500% की वृद्धि हुई 

शीर्ष एक्सचेंजों ने इंटरडे में काम करने वाले निवेशकों की संख्या में 200-500% की वृद्धि दर्ज की है, जो विभिन्न क्रिप्टो परिसंपत्तियों से पैसा कमाते हैं.

एक्सचेंजों के अनुसार लगभग 105 मिलियन भारतीय क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं और व्यापारियों की संख्या लगभग 1 मिलियन है. एक प्रवक्ता ने कहा, वजीरएक्स ने वॉल्यूम के मामले में हर महीने औसतन 44 प्रतिशत की वृद्धि देखी है, जबकि नए साइनअप में 10 गुना वृद्धि हुई है.

अधिकांश भारतीयों ने लॉकडाउन के दौरान क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना शुरू कर दिया था, जब कंपनियां घर से काम करना शुरू कर दी थी. अच्छे रिटर्न से लोग उसकी तरफ आकर्षित हुए. उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि युवा निवेशक इससे काफी आकर्षित हो रहे हैं.

Published - November 11, 2021, 04:46 IST