क्रिप्टो निवेशकों को रहना होगा सावधान

आपको कभी भी किसी को अपने फोन या कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस नहीं देना चाहिए, क्योंकि वे इन उपकरणों में संग्रहीत सभी डेटा तक पहुंच सकते हैं.

Bitcoin, Crypotcurrency, Crypto regulations, digital currency, Money9 Edit

यह आवश्यक है कि क्रिप्टो एक्सचेंजों के सोशल मीडिया हैंडल और उनके फोन नंबरों के बारे में जानकारी हो.

यह आवश्यक है कि क्रिप्टो एक्सचेंजों के सोशल मीडिया हैंडल और उनके फोन नंबरों के बारे में जानकारी हो.

हर उभरती हुई तकनीक भारी संख्या में लोगों को आकर्षित करती है. इसमें वे लोग भी शामिल होते हैं, जो उस तकनीक का फायदा उठाना चाहते हैं और वे लोग भी जो उसका दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं. क्रिप्टोकरेंसी के नए निवेश एवेन्यू ने निवेशकों की दुनिया में एक तूफान ला दिया है. इसमें भारी संख्या में धोखेबाद भी सक्रिय हैं, जो इस करेंसी में निवेश के इच्छुक लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं. इन धोखेबाजों में से ज्यादातर क्रिप्टो एक्सचेंजों का प्रतिनिधित्व करने का दिखावा करते हैं. एक अन्य सामान्य तरीका, जो धोखेबाज अपनाते हैं, वह है तकनीकी सहायता की पेशकश करना. चूंकि तकनीक नई है और अधिकांश लोगों को इसकी प्रक्रियाओं के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है. ऐसे में निवेशक थोड़ी सी मदद मिलने के लालच में धोखेबाजों को अपने बैंक खाते की महत्वपूर्ण जानकारी सौंप देते हैं. एक बार जब आप ऐसा कर देते हैं, तो इससे पहले कि आप पूरी तरह से समझें, आप धोखाधड़ी के जाल में फंस चुके होते हैं, और आपके द्वारा लेनदेन रद्द करने से पहले ही आपका बैंक खाता साफ हो चुका होता है.

यह आवश्यक है कि क्रिप्टो एक्सचेंजों के सोशल मीडिया हैंडल और उनके फोन नंबरों के बारे में जानकारी हो. इससे धोखेबाजों के आपके पास आने की संभावना कम हो जाएगी. आपको कभी भी किसी को अपने फोन या कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस नहीं देना चाहिए, क्योंकि वे इन उपकरणों में संग्रहीत सभी डेटा तक पहुंच सकते हैं. क्रिप्टो एक्सचेंज के अधिकारी पिन या पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी नहीं मांगेंगे, इसलिए किसी को भी कॉल करने या संदेश या मेल भेजने के लिए ऐसी जानकारी न दें. सोशल मीडिया पर दिखाई देने वाली कंपनियों के नाम या टेलीफोन कॉल के दूसरे पक्ष से भी सावधान रहें, जो आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. हर कदम पर चीजों का सत्यापन करें.

कई आम नागरिक धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं. इन मामलो में एक पूरी तरह से अज्ञात व्यक्ति आपको कॉल करता है या एक वाट्सएप ग्रुप है, जो क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों का समूह होने का दावा करता है. जब तक कोई व्‍यक्तिगत रूप से एडमिन को नहीं जानता, ऐसे समूहों से बाहर निकलना ही समझदारी है.

अभी तक भारत में कोई क्रिप्टो कानून नहीं है और इसलिए आम नागरिक, जो इस परिसंपत्ति वर्ग में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें निवेश के बारे में दोगुना सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि यह एक डिजिटल स्थान है, जहां पलक झपकते ही पैसा निकल सकता है. किसी भी कानून के अभाव में जिम्मेदारियां तय करने और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई नियामक और कोई संस्था नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी एक उभरता हुआ परिसंपत्ति वर्ग है, जो अपने शानदार रिटर्न के लिए लगातार सुर्खियों में रहता है, जो उनके आसपास के उत्साह को बढ़ाने में मदद करता है. लेकिन किसी को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि विवेक निवेशक की वीरता का बेहतर हिस्सा है और बाद में पछताने से बेहतर है सुरक्षित रहें.

Published - October 24, 2021, 10:31 IST