CPP: हमारे बटुए में कैश की जगह अब कार्ड ने ले ली है, लेकिन इतने सारे कार्ड को संभालना भी एक मुसीबत है और उनकी सुरक्षा भी जरूरी है.
डेबिट और क्रेडिट कार्ड के खो जाने पर उसके दुरुपयोग का खतरा भी रहता है. अगर आपके पास अलग-अलग बैंक के डेबिट/क्रेडिट कार्ड हैं, तो फोन कर उसे ब्लॉक करवाने में भी समय लग सकता है.
ऐसे हालात में कार्ड प्रोटेक्शन प्लान (CPP) आपको टेंशनमुक्त रख सकते हैं.
कार्ड प्रोटेक्शन प्लान (CPP) ऐसा इंश्योरेंस प्लान है, जो आपके क्रेडिट, डेबिट या सरकारी आईडी (आधार, पैन, लाइसेंस आदि) के गुम, चोरी या उनके दुरुपयोग से होने वाले नुकसान का कवर देते हैं.
सरकारी और निजी सेक्टर की कई रिटेल बैंक ऐसे प्लान ऑफर करते हैं. एसबीआई कार्ड के प्लान 1,650 से 2,600 रुपये में मिल रहे हैं.
वहीं बजाज फाइनेंस का बेसिक प्लान 700 रुपये में उपलब्ध है. एसबीआई के प्लान में 1.6 लाख रुपये तक का होटल बिल 1.6 लाख रुपये तक का ट्रैवल टिकट और 20,000 रुपये तक का इमरजेंसी कैश शामिल है.
-इसमें डेबिट-क्रेडिट कार्ड खो जाने के बाद उससे होने वाले ट्रांजेक्शन का कवर मिलता है.
-अगर कार्ड खो जाता है तो आपके फोन करते ही सभी कार्ड ब्लॉक कर दिए जाते है.
-आपको बैंक से नया कार्ड लेने के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती.
मान लीजिए आप बाहर घूमने गए हैं. अचानक से कैश, कार्ड और डॉक्यूमेंट गुम हो जाए. अगर ट्रैवल इंश्योरेंस लिया है तो पासपोर्ट और डॉक्यूमेंट पर तो इंश्योरेंस मिलेगा, लेकिन कार्ड गुम होने पर कोई फायदा नहीं मिलता.
ऐसे हालात में सीपीपी काम में आता है. इससे आपको इमरजेंसी ट्रैवल, होटल और नकदी की व्यवस्था मिल जाती है.
ट्रैवल इंश्योरेंस के बावजूद एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन लेयर बनाने के लिए सीपीपी लेने में कोई हर्ज नहीं है. यदि आप ट्रैवल नहीं करते है तो भी कार्ड से होने वाले संभवित फ्रॉड के केस में अपने फाइनेंस को सुरक्षित रख सकते हैं.
आप होटल या एयरपार्ट पर दूसरों का मोबाइल या लैपटॉप यूज करके नेट बैंकिंग के जरिए बिल का भुगतान कर सकते हैं, लेकिन, नेट बैंकिंग के लिए किसी का गैजेट और पब्लिक वाई-फाई का उपयोग खतरे से खाली नहीं है.