Child Insurance: सभी माता-पिता अपने बच्चों का सुरक्षित भविष्य चाहते है और उनके ख्वाबों को वास्तविक बनाना चाहते है. लेकिन, बच्चों के बडा होने से पहले ही दुर्भाग्य वश माता-पिता की मृत्यु हो जाए तब बच्चों का भविष्य अंधेरे में जाने की संभावना बढ जाती है. कोरोना में ऐसे कई मामलें सामने आए है. ऐसे हालात में यदि आपने चाइल्ड इंश्योरेंस लिया होगा तो आपकी गैरमोजूदगी में भी आपके बच्चों को वह सब कुछ मिल सकता है जिसका आपने वादा किया था.
जीवन बीमा और सेविंग प्लान के मिलाजुले रूप को चाइल्ड इंश्योरेंस कहते हैं. बीमा कंपनियों के मुताबिक, चाइल्ड प्लान बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के साथ साथ उनके सपनों को पूरा कर सके ऐसा औजार है. अगर दुर्भाग्य से आप नहीं रहे तो चाइल्ड प्लान आपके बच्चों की सारी जरूरतें पूरी करता है. इस प्लान से मिलने वाले रिटर्न को आप विभिन्न चरणों में बांट सकते हैं.
– लाइफ कवर – निश्चित रिटर्न – 3, 6 या 9 साल की अवधि का पे-आउट चुनने का विकल्प – बीमाधारक की असमय मृत्यु हो जाए तो प्रीमियम वेवर – टैक्स लाभ – पैसे की अचानक जरूरत पड़ने पर इसमें लोन लेने की सुविधा – चाइल्ड प्लान में लॉन्ग टर्म सेविंग पर बोनस – एक निश्चित अंतराल पर आप इसमें से पैसा निकाल भी सकते हैं
एक्सपर्ट बच्चों के लिए बीमा खरीदने के खिलाफ है. उससे बेहतर है आप बच्चों में कोई स्किल डेवलप करने के लिए निवेश करें. यदि आपका बच्चा अच्छा स्वीमर है या क्रिकेटर है तो उसके लिए निवेश करने की सोचे. “बच्चों का बीमा खरीदने से बेहतर है उनके एज्युकेशन जैसे भावी फाइनेंशियल टार्गेट के लिए निवेश करे. इंश्योरेंस खरीदने का उद्देश फाइनेंशियल लोस को सुरक्षित रखने का होता है और चूंकि बच्चा परिवार का कमाने वाला सदस्य नहीं है, इसलिए उसका बीमा खरीदने की आवश्कता नहीं है क्योंकि आपको कोई फाइनेंशियस लोस नहीं होगा,” ऐसा सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर विशाल शाह बताते है.
आलोचक मानते है कि, चाइल्ड इंश्योरेंस लेने से बेहतर है आप अपने लिए पर्याप्त टर्म प्लान खरीदें, क्योंकि यदि आपको कुछ हो जाता है तो बच्चों को तगडी एकमुश्त अमाउंट प्राप्त होगी. लेकिन, ऐसा भी तर्क किया जाता है कि, टर्म प्लान से बच्चे की लंबी अवधि की जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया जा सकता क्योंकि आपके ना होने के बाद आपका म्यूचुअल फंड निवेश भी बंद हो जाएगा. इसके मुकाबले, चाइल्ड प्लान न केवल एकमुश्त भुगतान करेगा, बल्कि पॉलिसीधारक की ओर से निवेश करना भी जारी रखेगा. बीमाकर्ताओं का मानना है कि चाइल्ड प्लान में प्रीमियम सुविधा की छूट महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पॉलिसीधारक की मृत्यु को बच्चे के लिए निवेश योजना को प्रभावित नहीं होने देती है.
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