Saral Suraksha Insurance Policy: दुनिया अनिश्चितताओं से भरी हुई है. ऐसे में आप बेहद सावधानी और हिफाजत से बीमारियों से बच सकते हैं. लेकिन दुर्घटनाएं कभी भी और कहीं भी हो सकती हैं. भारतीय बिमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने ‘सरल सुरक्षा बीमा’ नामक एक स्टैंडर्ड पर्सनल एक्सीडेंट बीमा पेश किया है. 1 अप्रैल, 2021 से, भारत में सभी जनरल और स्वास्थ्य बीमा कंपनियां एक समान कवरेज के साथ इस पॉलिसी की पेशकश कर रही हैं. कवर एक साल के कार्यकाल के साथ पेश किया जाएगा. यहां सरल सुरक्षा बीमा पॉलिसी की कुछ प्रमुख विशेषताएं दी गई हैं जिन्हें ग्राहकों को जानना आवश्यक है. आइए जानते हैं ये कौन सी बातें हैं –
उम्र की सीमा: सभी बिमा सदस्यों के लिए प्रवेश की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और प्रवेश के समय अधिकतम आयु 70 वर्ष है. निर्भर बच्चों को 3 महीने से 25 वर्ष की आयु तक कवर किया जाता है.
सुनिश्चित राशि: पालिसी के तहत न्यूनतम बीमा राशि 2.5 लाख रुपये और अधिकतम 1 करोड़ रुपये होगी. हालांकि, अगर इसे परिवार योजना के तहत खरीदा जाता है, तो बीमा राशि परिवार के हर सदस्य को अलग से लागू होती है.
प्रीमियम भुगतान: आप वार्षिक, अर्धवार्षिक, त्रैमासिक और मासिक आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं.
नामांकन: सरल सुरक्षा बीमा पॉलिसी के तहत नामांकन सुविधा की अनुमति है.
1- मौत: बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर, बीमित राशि का 100% लाभ के रूप में भुगतान किया जाएगा. अगर मृत्यु दुर्घटना में लगी चोट के परिणामस्वरूप होती है, बशर्ते मौत दुर्घटना की तारीख से 12 महीने के भीतर हो.
2- परमानेंट डिसेबिलिटी: अगर पॉलिसी अवधि के दौरान किसी दुर्घटना के कारण पॉलिसीधारक पूर्ण रूप से अक्षम हो जाता है, तो उन्हें लाभ के रूप में बीमित राशि का 100% भुगतान किया जाएगा.
3 – पार्शल डिसेबिलिटी: दुर्घटना के कारण आंशिक अक्षमता से पीड़ित पॉलिसीधारकों के लिए, गंभीरता के आधार पर, भुगतान की जाने वाली कुल बीमा राशि के 50% तक का लाभ होगा.
4- ऑप्शनल कवर: पॉलिसी के साथ तीन ऑप्शनल कवर शामिल किए जाएंगे, जिसमें टेंपरेरी टोटल डिसेबिलिटी बेनिफिट, एजूकेशनल अलाउंस और अस्पताल में भर्ती होने का खर्च.
5- बोनस: कंयूलेटिव बोनस सिर्फ आधार कवर के संबंध में लागू होगा.
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