Saral Pension: जीवन बीमा निगम (LIC) ने सरल पेंशन प्लान (Saral Pension) नाम की तत्काल पेंशन योजना शुरू की है, जो सुनिश्चित दर पर पेंशन का भुगतान करेगी. ये पेंशन आजीवन रहेगी.
इसमें निवेश की जाने वाली रकम की कोई अधिकतम सीमा नहीं होगी. ये एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, सिंगल प्रीमियम प्लान है और 40 से 80 साल के बीच के लोग इस प्लान को ले सकते हैं.
ये पॉलिसी ऐसे समय पर शुरू की गई है जब वरिष्ठ नागरिक ब्याज दर गिरने के कारण परेशानी उठा रहे हैं.
क्योंकि ये लोग ज्यादातर नियमित आय के लिए बैंक के फिक्स्ड डिपोजिट पर ही निर्भर रहते हैं, लेकिन जो लोग निवेश के दूसरे विकल्प की तलाश में हैं और लंबी अवधि के लिए अपने फंड का निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए पेंशन प्लान फायदे का सौदा हो सकता है.
ये खासकर इस वक्त ज्यादा फायदेमंद साबित होगा जब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लंबे समय में मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में भी गिरावट आएगी, क्योंकि भारत एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है.
PolicyX.com के संस्थापक और सीईओ नवल गोयल कहते हैं, “यह एक गारंटी वाली योजना है, जो रिटायरमेंट के बाद आपकी इच्छा के अनुसार आपकी आय का जरिया बनेगी और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निवेश करना एक बढ़िया सौदा रहेगा.”
एलआईसी (LIC) की वेबसाइट पर दिए गए ब्रॉशर के अनुसार, अगर कोई एलआईसी सरल पेंशन योजना में 10 लाख रुपये का निवेश करता है, तो उसे 51,650 रुपये वार्षिक पेंशन मिलेगी, जो प्रति माह 4,304 रुपये अमाउंट होता है. ज्वाइंट लाइफ के मामले में, वार्षिक पेंशन 51,150 रुपये होगी.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसी तरह की दूसरी पेंशन योजनाओं में लगभग इतनी ही पेंशन दी जाएगी.
“आम तौर पर एक आदमी को महीने में 5000 पेंशन पाने के लिए एक बार में 11 लाख रुपये का निवेश करने की जरूरत होती है और 10,000 मासिक पेंशन के लिए एक साथ 21.50 लाख रुपये देने होते हैं.
गोयल कहते हैं, “इन योजनाओं का औसत आईआरआर (IRR) (Net Yield) 5.10% है”.
ये योजना आपको दो ऑप्शन के जरिए एन्यूटी प्लान देती है. आपको पर्चेस प्राइज (शुरुआत में निवेश की गई राशि) के रिटर्न के साथ लाइफटाइम पेंशन मिलती रहेगी और ज्वाइंट लाइफ (लास्ट सर्वाइवर एन्यूटी) ऑप्शन में लास्ट सर्वाइवर की मौत के बाद पर्चेस प्राइज वापस मिल जाएगा.
खरीदार को तब तक पेंशन मिलती रहेगी जब तक व्यक्ति जीवित है. मृत्यु होने पर, नामांकित व्यक्ति या कानूनी उत्तराधिकारियों को पूरे खरीद मूल्य का भुगतान किया जाएगा.
दूसरे विकल्प में, जो ज्वाइंट लाइफ को कवर करता है, उसमें डेथ बेनिफिट के दो ऑपशन हैं. पहला मृत्यु के बाद वार्षिकी भुगतान का 100% भुगतान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि दोनों में से कोई एक जीवित है.
दूसरे पार्टनर की भी मृत्यु होने पर वार्षिकी भुगतान रोक दिया जाएगा और खरीद मूल्य नामांकित या कानूनी उत्तराधिकारियों को देय होगा.
पॉलिसी लेने के 6 महीने बाद, पॉलिसी पर लोन लिया जा सकता है. पेंशन योजनाओं में निवेश करने से पहले याद रखें कि ये एक टैक्सेबल रकम है और आपके आयकर स्लैब के अनुसार इस पर कर लगेगा.
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