रिटायरमेंट प्लानिंग लोगों की प्रायोरिटी लिस्ट में शामिल होनी चाहिए, खासकर उन लोगों के लिए, जो सोचते हैं कि यह उनके रिटायरमेंट लेने का समय है. क्या आपने सोचा है परिवार के सभी सदस्यों के लिए पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के बिना हॉस्पिटल की कॉस्ट को पूरा करने में आपकी लाइफ सेविंग एक ही झटके में खत्म हो सकती है. प्रीमियम के रूप में कवरेज अमाउंट के एक अंश का भुगतान करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि इंश्योरर आपके हॉस्पिटल के खर्चे का भार उठायेगा, जिससे आपको अपने रिटायरमेंट कॉर्पस को इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
एक इन्वेस्टमेंट सर्विस कंपनी बजाज कैपिटल की हालिया सर्वे रिपोर्ट बताती है कि अगले 18 महीनों में रिटायर होने वाले चार भारतीयों में से तीन के पास पर्याप्त कवरेज नहीं होगा और वो कवरेज अमाउंट बढ़ाने का इरादा रखते हैं. इसके अलावा, जहां 75% रेस्पोंडेंट ने अपने लिए पर्याप्त कवरेज की कमी की सूचना दी, उनमें से लगभग 39% ने यह भी महसूस किया कि उनके पास अपने जीवनसाथी के लिए कोई हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है.
हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज बढ़ाने की जरूरत खास कर इस वक्त चल रही महामारी के मद्देनजर महसूस की जा रही है. हॉस्पिटलाइजेशन की बढ़ती कॉस्ट रिटायर्ड लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है कि पर्याप्त कवरेज न होने से उन्हें जरूरत के समय मदद नहीं मिलेगी.
बजाज कैपिटल के EVP और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, विश्वजीत पाराशर ने कहा, “सर्वे ने इस फैक्ट को सामने लाया है कि मेडिकल इन्फ्लेशन उन लोगों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन रहा है, जो रिटायर हो चुके हैं या जो कुछ समय में रिटायर होने वाले हैं. हालांकि कवरेज का माउंट डिसाइ़ड करने का कोई फिक्स्ड रूल नहीं है, जिस शहर में रहते हैं और उस एरिया के अस्पतालों के आधार पर, कवरेज का अमाउंट निर्धारित किया जा सकता है. सही कवरेज रखना और सही हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना रिटायर लोगों के लिए अपनी सेविंग को सिक्योर करने की चाबी है”
क्या करें?
हर किसी को जल्द से जल्द एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए. ऐसा करने से आप उन स्थितियों से बच सकते हैं जब आपको पॉलिसी देने से मना किया जा सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर किसी को कैंसर या हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का पता चलता है तो ज्यादातर इंश्योरर पॉलिसी इश्यू नहीं करने का फैसला कर सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो आपके पास अपनी सेविंग से हेल्थ केयर कॉस्ट उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है. इस स्थिती से बचने के लिए जल्द से जल्द हेल्थ इंश्योरेंस लें. यहां तक कि एक कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होने से भी लंबे समय में मदद नहीं मिलती है क्योंकि रिटायरमेंट के दिन आपको कवरेज के बिना छोड़ दिया जाएगा. यह हमेशा सलाह दी जाती है कि जब आप युवा और स्वस्थ हों तो तभी अपने लिए हेल्थ इंश्योरेंस ले लें.
इसलिए,रिटायर्ड लोगों को यह सुनिश्चित करने के लिए अपने हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टफोलियो पर करीब से नज़र डालने की जरूरत है ये देखने के लिए कि क्या सभी फ्रंट पर रिस्क को कवर किया गया है. एक बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होने के बाद कोई भी व्यक्ति एडिशनल फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए क्रिटिकल इलनेस प्लान लेने के बारे में सोच सकता है.
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