Property Insurance: जिंदगी से लेकर यात्रा के लिए इंश्योरेंस कराया जाता है. इसी तरह आपकी गाढ़ी कमाई से बनाई गई प्रॉपर्टी के लिए भी बीमा बहुत जरूरी है. इसके प्रॉपर्टी इंश्योरेंस (Property Insurance) कहा जाता है.
संपत्ति के नुकसान की भरपाई के लिए यह बहुत जरूरी हो गया है. प्रॉपर्टी इंश्योरेंस के तहत इस खर्च को आसानी से कवर कर सकेंगे और आपकी सेविंग भी सुरक्षित रहेगी.
इस पॉलिसी के तहत शामिल किए गए कारकों की वजह से प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचता है, तो उसकी भरपाई के लिए मुआवजा मिलता है.
आप घर के अंदर रखी गई निजी चीजों के नुकसान की भरपाई के लिए भी पॉलिसी ले सकते हैं, जिसमें कीमती सामान को कवर किया जाता है.
प्रॉपर्टी इंश्योरेंस पॉलिसी होगी तो बाढ़, तूफान, भूकंप जैसी प्राकृतिक और आग, दंगा, हड़ताल आदि जैसे मानव निर्मित आपदाओं के मामलों में आपके नुकसान का कवर मिलेगा.
प्रॉपर्टी इंश्योरेंस पॉलिसियां केवल विशिष्ट नुकसान को कवर करती हैं और क्या चीजें कवर के दायरे से बाहर रहती है ये जानने के लिए पॉलिसी को ध्यान से पढ़ना चाहिए.
कई बीमा कंपनियां व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्पेसिफिक प्लान भी ऑफर करते हैं, लेकिन उसका प्रीमियम ज्यादा होता है.
आप जब होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो उसके साथ ही कंपनी आपको होम प्रोटेक्शन प्लान बेचती है. होम लोन इंश्योरेंस पॉलिसी के मुकाबले होम इंश्योरेंस पॉलिसी की लागत कम होती है.
प्रॉपर्टी का मालिक और किराएदार, दोनों प्रॉपर्टी इंश्योरेंस ले सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, ये इंश्योरेंस भी स्वास्थ्य और जीवन बीमा जितना ही आवश्यक है. आपके घर और संपत्ति को सबसे बढ़िया कवर देने वाली पॉलिसी खरीदनी चाहिए.
यदि आप समुद्री इलाकों से दूर रहते हैं, तो सायक्लोन जैसे समुद्री तूफान के लिए कवर लेना उचित नहीं है, लेकिन आपका घर भूकंप के खतरे वाले क्षेत्र में आता है, तो आपको इसका कवर अवश्य लेना चाहिए.
किराएदार को भी आपदा की स्थिति में बचाव के लिए मकान में रखे सामान का बीमा कराना जरूरी है.
प्रॉपर्टी इंश्योरेंस के कवर की गिनती के लिए उसका एरिया, कंस्ट्रक्शन की लागत, फर्नीचर, संपत्ति कितनी पुरानी है, बिजली के उपकरण, कीमती चीजें, आर्ट, स्कल्पचर आदि की कितनी वैल्यू है, इन्हें ध्यान में रखा जाता है.
यदि आपके पास एपार्टमेंट है, तो उसकी वैल्यू के आधार पर बीमा कंपनी सम इंश्योर्ड की गिनती करती है. मान लीजिए, आपकी प्रॉपर्टी का एरिया 1,000 स्क्वायर फीट है और प्रति स्क्वायर फीट का कंस्ट्रक्शन खर्च 1,500 रुपये है, तो बैंक 15 लाख रुपये का प्रॉपर्टी इंश्योरेंस कवर देंगे, जिसे बेजिक इंश्योरेंस प्लान कहते है.
होम इंश्योरेंस के कवर की गिनती के बाद इसके लिए कितना प्रीमियम चुकाना होगा, उसकी गणना की जाती है. प्रीमियम जानने के लिए घर किराए पर है या मालिक खुद रहता है यह देखा जाता है.
आप यदि गहनों के लिए या दूसरे कीमती सामान को शामिल करके निजी जरूरतों के लिए कवरेज लेना चाहे, तो प्रीमियम की अमाउंट बढ़ सकता है.
मुआवजा का दावा करने के लिए आपको प्रॉपर्टी में हुई क्षति का सबूत पेश करना होगा. बीमा कंपनी के कर्मचारी घर आकर नुकसान की जांच करते हैं. फिर रिपोर्ट तैयार की जाती है. जिसके आधार पर बीमा कंपनी आपका क्लेम पास या रिजेक्ट करती है.
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