क्या आप ये जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस आपको लाइफ इंश्योरेंस भी देता है. भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान ही 1 फ़रवरी 1884 को Postal Life Insurance यानी PLI पेश किया गया था. PLI भारत की सबसे पुरानी जीवन बीमा स्कीम मानी जाती है. आज PLI (Postal Life Insurance) स्कीम के अंतर्गत लाखों पॉलिसीहोल्डर हैं. आज हम पोस्ट ऑफिस लाइन इंश्योरेंस की संतोष पॉलिसी की बात करने जा रहे हैं. जिसमें आप हर महीने 1332 रुपए का प्रीमियम जमा कर 13 लाख रुपए का फायदा उठा सकते हैं. इसके लिए आपको 30 साल तक प्रीमियम जमा कराना होगा. जानें पोस्ट ऑफिस की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में सब कुछ…
कौन ले सकता है पॉलिसी का फायदा
यह एक एंडोवमेंट प्लान है जिसके अंतर्गत मैच्योरिटी पर सम एस्योर्ड के साथ बोनस भी मिलता है. पोस्टल इंश्योरेंस केंद्र सरकार की स्कीम है जिसका आईआरडीए से कोई लेनादेना नहीं है. यह पॉलिसी उन लोगों के लिए खास है जो कम पैसे में बाद में बड़ी मैच्योरिटी की इच्छा रखते हैं. प्लान की मैच्योरिटी के साथ अगर पॉलिसी के दौरान कोई हादसा हो जाए तो पॉलिसीहोल्डर के नॉमिनी को डेथ बेनेफिट का लाभ भी मिलता है.
यह पॉलिसी सबके लिए नहीं है लेकिन ज्यादातर लोग ले सकते हैं. सरकारी कर्मचारी, अर्ध सरकारी कर्मचारी, सीए, मैनेजमेंट कंसल्टेंट, वकील और बैंकर इस पॉलिसी को ले सकते हैं. जो लोग सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त शिक्षण संस्थानों में कार्यरत हैं, वे भी संतोष पॉलिसी को ले सकते हैं. एनएसई या बीएसई से लिस्टेड कंपनियों में काम करने वाले लोग भी इस पॉलिसी को ले सकते हैं.
जानिए किस उम्र के लोग ले सकते हैं स्कीम का लाभ:-
>> इंडिया पोस्ट ऑफिस की ग्राम संतोष पॉलिसी लेने वाले की उम्र 19 साल से लेकर 55 साल के बीच होनी चाहिए. >> इस स्कीम के तहत लोन की सुविधा भी मिलती है जिसे पॉलिसी के तीन साल बाद लिया जा सकता है. >> इस स्कीम के तहत मैच्योारिटी का समय पहले से तय होता है. >> इस पॉलिसी में नॉमिनी बदलने की भी सुविधा है.
10 हजार रुपये से कर सकते हैं निवेश
स्कीम में 10,000 रुपये से निवेश किया जा सकता है. इसमें अधिकतम 10 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है और तीन साल बाद स्कीम को सरेंडर भी किया जा सकता है. बीमाधारक की मौत होने पर नॉमिनी को अर्जित बोनस के साथ बीमित राशि का पूरा भुगतान होता है.
कितना भरना होगा प्रीमियम
मान लीजिए 30 साल के महेश पोस्टल इंश्योरेंस प्लान संतोष लेते हैं. उन्होंने सम एस्योर्ड के रूप में 5,00,000 रुपये का चुनाव किया है. महेश चाहते हैं कि जब उनकी उम्र 60 साल हो तो पॉलिसी की मैच्योरिटी मिल जाए. इस हिसाब से उनकी पॉलिसी का टर्म 30 साल होगा क्योंकि 30 वर्ष की उम्र में उन्होंने संतोष पॉलिसी खरीदी है. इस हिसाब से महेश को 30 साल तक प्रीमियम का भुगतान करना होगा. अगर महेश मंथली प्रीमियम पेमेंट मोड का चुनाव करते हैं तो उन्हें पहले साल 1332 रुपये चुकाना होगा. दूसरे साल जीएसटी कम लगने के चलते प्रीमियम की राशि 1304 रुपये हो जाएगी. महेश अगर सालाना प्रीमियम भरना चाहते हैं तो उन्हें 15,508 रुपये चुकाने होंगे.
मैच्योरिटी पर मिलेंगे 13 लाख
महेश अपनी पॉलिसी के दौरान 30 साल में कुल 4,55,51 रुपये प्रीमियम के रूप में भरेंगे. जब पॉलिसी के 30 साल पूरे हो जाएंगे तो महेश की पॉलिसी पूरी हो जाएगी और उन्हें मैच्योरिटी का भुगतान हो जाएगा. मैच्योरिटी के रूप में महेश को सम एस्योर्ड का 5,00,000 रुपये और बोनस का 7,80,000 रुपये मिलेंगे. इस तरह उन्हें कुल 12,80,000 रुपये मिलेंगे. इस पॉलिसी में हर साल बोनस की राशि जुड़ती जाती है जो अंत में मैच्योरिटी के साथ दी जाती है. अगर पॉलिसी के दौरान महेश की मृत्यु हो जाती है तो उनके नॉमिनी को डेथ बेनेफिट के रूप में सम एस्योर्ड की 5 लाख रुपये की राशि मिलेगी. साथ ही पॉलिसी जितने साल चली है, उस हिसाब से बोनस जोड़ कर मिलेगा.
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