घूमने फिरने के शौकिन लोग या फिर जो नौकरी या बिजनेस के सिलसिले में देश-विदेश के चक्कर लगाते रहते हैं, उन लोगों के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस(travel insurance) काफी काम का साबित हो सकता है.लेकिन पहले यह जानना जरूरी है कि ट्रैवल इंश्योरेंस(travel insurance) है क्या? जिस तरह से लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस होते हैं ठीक उसी तरह से ट्रैवल इंश्योरेंस(travel insurance) का भी होता है. ट्रैवल करते समय आपके साथ अचानक से कोई घटना घट जाए तो संबंधित बीमा कंपनी आपको मुआवजा देती है. यह इंश्योरेंस सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश यात्रा के लिए भी मिलता है.
ट्रैवल इंश्योरेंस की क्यों हैं जरूरत
ट्रैवलिंग के दौरान आपके साथ कोई दुर्घटना जैसे स्वास्थ्य समस्या, सामान चोरी होना, फ्लाइट छूटना या फ्लाइट हाइजैक हो जाना, कैश खो जाना आदि समस्याएं होती हैं तो कंपनी आपको मुआवजा देती हैं। विदेशों की यात्रा के दौरान आपके सामने अगर मेडिकल इमरजेंसी आ गई तो ऐसे में इंश्योरेंस कंपनी इंश्योरड पेमेंट के बराबर भुगतान भी करती है.
कब लिया जा सकता है ट्रैवल इंश्योरेंस
ट्रैवल इंश्योरेंस (travel insurance)लेने का सबसे बेहतर समय आपकी ट्रिप के 15 दिन पहले का है. हालांकि कुछ कंपनियां ट्रिप शुरू होने वाले दिन तक ट्रैवल इंश्योरेंस ऑफर करती हैं. कुछ समय पहले ट्रैवल इंश्योरेंस लेने से आपको बोनस कवरेज मिल सकता है.
कई तरह का होता है ट्रैवल इंश्योरेंस
ट्रैवल इंश्योरेंस (travel insurance)भी कई तरह का होता है. जैसे आप फैमिली का ट्रैवल इंश्योरेंस (travel insurance) करना चाहते हैं तो आपका लाइफ पार्टनर और दो बच्चे इसके तहत कवर होंगे. बच्चों की उम्र 6 महीने से 21 साल तक हो सकती है. जबकि बड़ो की उम्र 18 से 60 साल के बीच हो सकती है. सीनियर सीटिजन ट्रैवल इंश्योरेंस के लिए उम्र 60 साल से ज्यादा होनी जरूरी है. ग्रुप ट्रैवल इंश्योरेंस (travel insurance) में 10 लोगों को कवर किया जा है. वहीं 16 से 35 साल के लोग स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस के तहत भी कवर होते हैं.
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