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इस पॉलिसी में धारक को अलग से टैक्स बेनेफिट भी मिलता है. पॉलिसी के तहत जो प्रीमियम चुकाया जाता है, उसे सेक्शन 80C के तहत छूट मिली हुई है.
ध्यान रहे कि बेसिक हेल्थ प्लान लेने बाद ही ओपीडी प्लान लेना चाहिए, ताकि आपको और आपके परिवार को ज्यादा सुरक्षा मिल सके.
जब हेल्थ इंश्योरेंस की बात आती है इसमें दो ऑप्शन उपलब्ध होते हैं. पहला व्यक्तिगत हेल्थ प्लान और दूसरा फैमिली फ्लोटर पॉलिसी.
इरडा ने संवेदनशील इलाकों में बनाई गई बीमाकृत संपत्तियों के लिए एक अलग प्रीमियम की शुरुआत करने का प्रस्ताव रखा है.
Aarogya Sanjeevani Policy: IRDAI ने पिछले साल सभी इंश्योरेंस कंपनियों को आरोग्य संजीवनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफर करने का निर्देश दिया था.
Child Insurance: चाइल्ड इंश्योरेंस को इस तरह से डिजाइन किया गया है जो इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस दोनों ऑफर करता है.
Motor Insurance: मोटर इंश्योरेंस से जुड़ा महत्वपूर्ण टर्म IDV होता है. यह बीमा कंपनी द्वारा आंकी गई आपके वाहन की मौजूदा बाजार मूल्य होती है.
लोग बीमा लेने से पहले कइ जानकारियां कंपनी से लेते हैं, लेकिन इन जानकारी को अपने नॉमिनी को देने में सुस्ती करते हैं.
किसी गंभीर बीमारी की स्थिति में उपचार के लिए बेसिक सम एश्योर्ड का 10 प्रतिशत धनराशि का एकमुश्त भुगतान भी किया जाता है.
PSU Merger: नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया मर्जर और क्लोजर के माध्यम से अपने लगभग 25% कार्यालयों को कम करने के प्रयास में हैं