Mutual Funds: म्यूचअल फंड (Mutual Funds) हाउस अपने SIP निवेशकों को कुछ प्लान के तहत फ्री लाइफ इंश्योरेंस प्रदान करते हैं. निवेशकों को लंबे वक्त तक अपने साथ रखने के उद्देश्य से फंड हाउस ऐसे प्लान लॉन्च करते हैं, जिसके तहत SIP निवेश के साथ साथ आपको मुफ्त जीवन बीमा मिलता है. ये प्लान में मूल रूप से ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसियां ऑफर की जाती हैं, इसलिए आपको कोई हेल्थ चेक-अप कराने की जरूरत नहीं पड़ती. मार्केट में अभी ICICI Prudential म्यूचुअल फंड का SIP Plus, Aditya Birla Sun Life का Century SIP और Nippon India का SIP Insure प्लान आपको मुफ्त जीवन बीमा ऑफर कर रहा है. इनके अलावा Axis और Prudential Global Investment Managers (PGIM) के प्लान भी फ्री लाइफ इंश्योरेंस देते हैं.
फंड हाउस कुछ स्कीम में 18-51 साल की उम्र के निवेशक को फ्री बीमा की ऑफर करते हैं. आपको कम से कम 3 साल के लिए SIP करने पर ही बीमा कवरेज मिलता है.
बीमा का कवर 55 साल तक मान्य है. यानि, आप 48 साल की उम्र में 10 साल का SIP प्लान लेते हैं, तो इसके तहत मिलने वाला बीमा प्लान 55 की उम्र में खत्म हो जाएगा. केवल ABSL के Century SIP प्लान में 60 साल तक बीमा कवल मिलता है.
यदि आप 3 साल के भीतर SIP बंद कर देते हैं, तो बीमा कवर समाप्त हो जाएगा. आप आधा पैसा निकालेंगे या स्विच करेंगे तो भी बीमा कवर खत्म हो जाता है. यदि आप 3 साल के लॉक-इन के बाद SIP बंद करते हैं, तो बीमा कवर खत्म नहीं होगा.
म्यूचुअल फंड हाउस पहले साल में आपकी SIP अमाउंट का 10 गुना, दूसरे साल 50 गुना और तीसरे साल 100-120 गुना कवरेज देती है.
यानि, 10,000 रुपये की SIP करने पर आपको पहले साल 1 लाख, दूसरे साल 5 लाख, तीसरे साल 10-12 लाख रुपये का बीमा कवर मिलता है. आपको अधिकतम 21 लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलता है.
इंश्योरेंस का उद्देश्य और म्यूचुअल फंड में SIP का उद्देश्य अलग-अलग है. सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर समीर शाह बताते हैं “आपको किसी लक्ष्य को हासिल करने के इरादे से लंबी अवधि के लिए SIP निवेश करना चाहिए और जब यह लक्ष्य पूरा हो जाए तब पैसा निकालना चाहिए.
लेकिन ऐसे प्लान में इंश्योरेंस शामिल होगा तो उस वक्त आपका इंश्योरेंस प्लान समाप्त होने की आशंका बनी रहती है.”
SEBI-रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एड्वाइजर महेश पटेल के मुताबिक, यदि आप ऐसे प्लान खरीदना चाहते हैं, तो ऐसी योजनाओं को पसंद करें जिन्होंने नियमित रूप से अपने बेंचमार्क को पीछे छोड़ते हुए लंबे समय तक लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है.
शाह कहते हैं कि, केवल इंश्योरेंस के लिए ऐसे प्लान खरीदने से दूर रहें, यदि आपके पास पहले से बीमा है तो इसे केवल एडिशनल बेनिफिट के लिए या ब्रेक-अप प्लान के तौर पर खरीदें.
इंश्योरेंस का थंब रूल है कि किसी भी व्यक्ति को उसकी सालाना टेक-होम इनकम का कम से कम 10 गुना कवर लेना चाहिए. यदि आपका SIP इंश्योरेंस इस रूल के मुताबिक कवर नहीं दे रहा है, तो केवल इस पर निर्भर ना रहे और अपने लिए पर्याप्त अमाउंट का इंश्योरेंस खरीदें.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।