Money9 Helpline: इंश्योरेंस पॉलिसी में कई तरह के लाभ जुड़े होते हैं. बहुत कम लोगों को यह बात पता होती है कि वे अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन भी ले सकते हैं. अगर पैसे की जरूरत होती है, तो आमतौर पर पॉलिसी को सरेंडर कर दिया जाता है, ताकि बीमा कंपनी जो भी राशि लौटाए, वह वापस मिल सके. लेकिन यह एक अच्छा कदम नहीं है. इसे समझने के लिए हमने Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी से बात की, जानिए उन्होंने क्या कहा.
मेरे पास एक एलआईसी पॉलिसी है जिसके लिए मैं बीते सात वर्षों से प्रीमियम का भुगतान कर रहा हूं. इसके आठ साल बचे हुए हैं. प्रीमियम की रकम 50,000 रुपये है. मुझे पैसे की जरूरत है. जब मैं पॉलिसी सरेंडर करने गया, तो मैंने पाया कि अब तक मैंने जितना भुगतान किया है, वह ही मुझे वापस नहीं मिलेगा, रिटर्न की तो बात ही छोड़ दें. इस स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए? क्या मुझे पर्सनल लोन लेना चाहिए या पॉलिसी सरेंडर करनी चाहिए? – शरद बनर्जी
Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी का जवाब –
किसी इमरजेंसी के लिए बचत करने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि आप इसे बैंक में जमा कर दें. इसमें पैसे डिपॉजिट करना व निकालना दोनों ही आसान है. इसमें आपका मूलधन सुरक्षित होता है और ठीक-ठाक रिटर्न भी मिल जाते हैं. वहीं, अन्य जगहों पर निवेश करने पर इनमें से कुछ सुविधाएं नहीं मिलती. इसलिए इमरजेंसी के लिए इस तरह के निवेश को अच्छा नहीं माना जाता. निवेश से जुड़े इंश्योरेंस प्लान्स के लिए भी यही बात कही जा सकती है, जिनमें समय से पहले सरेंडर करने पर नुकसान होता है.
अपने पैसों को सुरक्षित रखने के कुछ बढ़िया तरीके यह हैं कि किसी इमरजेंसी के लिए आप इसे बैंक में जमा कर दें. जीवन और स्वास्थ्य जोखिमों के लिए आप टर्म इंश्योरेंस प्लान और हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीद सकते हैं. आप इसे ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं, जिसके तहत आप अपनी मर्जी के हिसाब से कभी भी पैसे निकाल सकते हैं. अगर आपको बाजार का उतार-चढ़ाव पसंद नहीं है तो आप अपने पैसों को EPF या PPF में निवेश कर सकते हैं. इसके तहत आपके पैसे तो सुरक्षित रहेंगे ही, इसके साथ ही टैक्स-फ्री रिटर्न भी मिलेंगे. हालांकि, इसमें आप अपने पैसे कभी भी नहीं निकाल पाएंगे.
1. आप अपनी बीमा पॉलिसी के एवज में लोन ले सकते हैं. हालांकि, आपको जो लोन दिया जाएगा वह आपके सरेंडर वैल्यू से लिंक होगा. इसके ज़रिए आप अपनी पॉलिसी जारी रख सकते हैं. एक बार लोन चुका देने के बाद आप अपनी पॉलिसी को रिक्लेम कर सकते हैं. कई बैंक और लोन देने वाले संस्थान इस तरह का ऑफर देते हैं.
2. किसी एसेट (जैसे- सोना या फिक्स डिपॉजिट) को आप गिरवी रखकर उसके बदले में लोन ले सकते हैं. जमानती ऋण असुरक्षित ऋण से सस्ता होता है क्योंकि आप लोन लेने के लिए सिक्यॉरिटी के तौर पर कुछ चीजें जमा करते हैं.
3. आप पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के ज़रिए असुरक्षित ऋण पर भी विचार कर सकते हैं. आपको अपने प्री-अप्रूव्ड ऑफर की तुलना करने के लिए बैंकों या लोन एग्रीगेटर्स के पास ऑनलाइन जाना चाहिए और अपनी जरूरत के हिसाब से चुनाव करना चाहिए. चूंकि, असुरक्षित ऋण सस्ता नहीं होता है इसलिए आपको अपने बकाया का भुगतान सही समय पर करना चाहिए.
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