भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश की सबसे भरोसेमंद बीमा कंपनी है. यही कारण है कि आज भी इस कंपनी के पास सबसे ज्यादा बीमाधारक हैं. LIC ने इसी साल फरवरी में जीवन आनंद पॉलिसी (टेबल नंबर 915) लॉन्च किया है. LIC की यह सबसे ज्यादा बिकने वाली पॉलिसी में से एक है. LIC ने इस पॉलिसी को विशेष तौर पर एंडाउमेंट और लाइफ प्लान के मिक्स के रूप में तैयार किया है. इसके तहत पॉलिसी पीरियड खत्म होने के बाद मैच्योरिटी पर रिटर्न मिलने के साथ-साथ जीवनभर एश्योर्ड सम की कवरेज मिलती है. इस पॉलिसी को लिक्विडिटी और निवेश के हिसाब से सबसे बेहतरी पॉलिसी में से एक बताया जाता है.
इस प्लान के तहत पॉलिसीधारक को जीवित रहते मोटा रिटर्न तो मिलता ही है, मृत्यु के बाद परिवार को भी आर्थिक रूप से कुछ मदद मिलती है. इस पॉलिसी के तहत आप जितने का भी एश्योर्ड लेते हैं, उसके 125 फीसदी की लाइफ कवरेज मिलेगी.
क्या हैं इस पॉलिसी के फायदे? डेथ बेनिफिट्स: अगर पॉलिसीधारक सभी प्रीमियम का भुगतान समय पर करता है तो उन्हें इसके तहत डेथ बेनिफिट्स मिलेंगे. पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर एश्योर्ड रकम और रीविजनरी बोनस और फाइनल अतिरिक्त बोनस मिलता है. एश्योर्ड रकम का 125 फीसदी लाइफ कवरेज या सालाना प्रीमियम का 10 गुना रकम मिलता है. डेथ बेनिफिट्स मृत्यु के दिन तक जमा किए गए कुल प्रीमियम के 105 फीसदी से कम नहीं होगा. इस प्रीमियम में सर्विस टैक्स, एक्स्ट्रा प्रीमियम और राइडर प्रीमियम शामिल नहीं होंगे.
पॉलिसी टर्म के अंत में मिलने वाला बेनिफिट: यह बेसिक सम एश्योर्ड, रिविजनरी बोना और फाइनल अतिरिक्त बोनस के तौर पर मिलेगा.
प्रॉफिट्स में हिस्सा: यह पॉलिसी कॉरपोरेशन के प्रॉफिट्स में भाग लेती है. इसके तहत आपको कॉरपोरेशन के मुनाफे पर आपको सिंपल रीविजनरी बोनस मिलता है. यह रकम पॉलिसी टर्म के दौरान ही मिलती है.
क्या है पॉलिसी की शर्तें? 1. इस पॉलिसी के तहत मिनिमम एश्योर्ड रकम की लिमिट 1 लाख रुपये है. अधिकतम एश्योर्ड रकम की कोई लिमिट नहीं है.
2. 18 साल की उम्र पूरी होने के बाद कोई भी व्यक्ति इस पॉलिसी का लाभ ले सकता है. जबकि, 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग इस पॉलिसी का लाभ नहीं उठा सकते हैं. पॉलिसी मैच्योरिटी की अधिकतम उम्र 75 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए.
3. आप इस पॉलिसी को कम से कम 25 साल और अधिकतम 35 साल तक की अवधि के लिए ले सकते हैं.
1 लाख रुपये के बेसिक एश्योर्ड सम के लिए प्रीमियम का उदाहरण:
इस प्रीमियम्स में टैक्स को नहीं जोड़ा गया है.
प्रीमियम जमा करने का विकल्प इस पॉलिसी के तहत आप सालाना, छमाही, तिमाही या मासिक आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं. सालाना, छमाही और तिमाही प्रीमियम जमा करने वालों को 30 दिन का ग्रेस पीरियड भी मिलेगा. जबकि, मासिक प्रीमियम जमा करने वालों को 15 दिन का ग्रेस पीरियड मिलता है. ग्रेस पीरियड के अंदर प्रीमियम नहीं जमा करने पर पॉलिसी लैप्स हो जाएगी.
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